349+ Shayari For Beautiful Girl | Beauty Shayari for Beautiful Girl

Shayari For Beautiful Girl , Beauty Shayari for Beautiful Girl
Author: Quotes And Status Post Published at: November 3, 2023 Post Updated at: March 29, 2024

Shayari For Beautiful Girl : कैसे करुं बयाँ मै खुबसुरती उसकी, मेने तो उसे बिना देखे ही प्यार किया है। तुम्हारी सुन्दरता को देख मैं निःशब्द हूँ, तुम्हारी निःशब्दता ही तुम्हें सुंदर बनाती है।

ना जाने किस मोड़ पर आकर रुक गई है जिंदगी,कुछ बोलो तो भी गलत और ना बोलू तो भी गलत..!!

कैसे बयान करें सादगी अपने महबूब की, पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी !!

दिल में छुपा कर पुरे जग में ढूंढते होबडी कातिल लगती हो जब पूछती हो कहाँ हो

ये आईने क्या दे सकेंगे तुम्हें तुम्हारी शख्सियत की खबर, कभी हमारी आँखो से आकर पूछो कितने लाजवाब हो तुम।

साँसों से चलू या फिर तेरी धड़कन से तुझे देखते ही उलझन में पड़ गया हु मैं।

तुझे पलकों पर बिठाने को जी चाहता है !!तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है !!खूबसूरती की इंतेहा है तू !!तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है !!

गले मिला है वो मस्त-ए-शबाब बरसों में,हुआ है दिल को सुरूर-ए-शराब बरसों में,निगाह-ए-मस्त से उसकी हुआ ये हाल मेरा,कि जैसे पी हो किसी ने शराब बरसों में

ये चाँद सा रोशन चेहरा जुल्फों का रंग सुनहरा,ये झील सी नीली आंखे कोई राज हैं इनमे गहरा,तारीफ़ करू क्या उसकी जिसने तुम्हे बनाया।।

जी भर के देखु अगर आपकी इजाज़त हो चेहरा आपका मेरी नज़रो में शरारत हो।

उनकी हाथों में मेंहंदी लगाने का ये फायदा हुआकि रात भर उनके चेहरे से ज़ुल्फें हम हटाते रहे

नींद से क्या शिकवा जो आती नहीं रात भर, कसूर तो उस चेहरे का है  जो सोने नहीं देता !!

चांद को बहुत गुरूर था उसकी खूबसूरती पर, तोड़ दिया हमने तुम्हारी तस्वीर दिखा कर।

तू जरा सी कम खूबसूरत होतीतो भी बहुत खूबसूरत होती

वो मुझसे रोज़ कहती थी !!मुझे तुम चाँद ला !!कर दो उसे एक आईना !!दे कर अकेला छोड़ आया हूँ !!

आप जैसी खूबसूरत अपसरा को नीचे भेज कर खुदा का भी आपके बगैर मन नहीं लगता होगा।

कैसी थी वो रात कुछ कह सकता नहीं मैं, चाहूँ कहना तो बयां कर सकता नहीं मैं ।

आपका हसीन चेहरा देखकर फ़रिश्ते भी कहते होंगे काश हम इंसान होते।

इस कदर हमारी चाहत का इम्तिहान मत लीजिए,क्यों हो खफ़ा ये बयां तो कीजिये,अगर हो गई है कोई खता तो,यूं याद न करके सज़ा तो ना दीजिये..!!

जब आप अपना हाथ मेरे हाथो पर रखते हो तोलगता है की खुदा ने चांद को मेरी हतेली पर रख दिया हो।

उनकी उल्फ़त अदाओं को बड़ी फुरसत से निहार रहे थे हम, मगर उन्हें फुरसत नहीं थी खूबसूरत-सी अपनी नजरें हमपर फेरने की।

गिरता जाता है चहरे से नकाब अहिस्ता-अहिस्ता,निकलता आ रहा है आफ़ताब अहिस्ता-अहिस्ता।

चेहरे से पर्दा हटा तो, खूबसूरती बेनकाब हो गई, उनसे मिली नजर तो, दिल बेकरार हो गया।

कितनी खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी,बना दीजिये इनको किस्मत हमारी,इस ज़िंदगी में हमें और क्या चाहिए,अगर मिल जाए मोहब्बत तुम्हारी।

तेरे होठों में भी क्या खूब नशा हैए सनम लगता हैतेरे झूठे पानी से ही शराब बनती है

आपकी दो आंखे गुलाबी होंट सुनहरे बाल किसी को भी मारने के लिए काफ़ी है।

एक इंच भी छोड़ने का मन नहीं करता……………!किसी झगड़े की ज़मीन सी लगती हो तुम………

अपनी तारीफ खुद करो क्योंकि बुराई करने के लिए बहुत बैठे हैं |Apni tareef khud kro kyunki burai krne ke kiye bahut baithe hai.

“अब हम समझे तेरे चेहरे पे तिल का मतलब,हुस्न की दौलत पे दरबान बिठा रखा है..”

तारीफ वो धोखा है जिसे हम बहुत ध्यान से सुनते हैं |Tareef wo dokha hai jise hum bahut dhayan se sunte hai.

तेरी खूबसूरती की तारीफ में क्या लिखूं, कुछ खूबसूरत शब्दों की अभी तलाश है मुझे।

तुम्हारा तो गुस्सा भी इतना प्यारा है की,जी चाहता है की दिनभर तंग करता रहू !!

अभी इस तरफ़ न निगाह कर !!मैं ग़ज़ल की पलकें सँवार लूँ !!मेरा लफ़्ज़-लफ़्ज़ हो आईना !!तुझे आईने में उतार लूँ !!

तेरी आँखों के खूबसूरती में डूब जाऊ मै. धीरे धीरे तेरी तारीफ करता चला जाऊ मै.

उफ्फ ये नज़ाकत ये शोखियाँ ये तकल्लुफ़,कहीं तू उर्दू का कोई हसीन लफ्ज़ तो नहीं।

ये उड़ती ज़ुल्फें और ये बिखरी मुस्कान,एक अदा से संभलूँ तो दूसरी होश उड़ा देती है।

तुम्हारी तारीफ किये बिना मै रुक नहीं पता.तुम्हारे हुस्न के चर्चे महफ़िल में करता जाता.

हया से सर झुका लेना अदा से मुस्कारा देना,हसीनो को भी कितना सहल है बिजली गिरा देना।।

ख़ुद न छुपा सके वो अपना चेहरा नक़ाब में, बेवज़ह हमारी आँखों पे इल्ज़ाम लग गया !!

चुपचाप चले थे जिंदगी के सफर मेंतुम पर नजर पड़ी और गुमराह हो गए

किसी कली किसी गुल में किसी चमन में नहीं, वो रंग है ही नहीं जो तेरे  बदन में नहीं !!

याद करेंगे तो दिन से रात हो जायेगी,आईने में देखिये खुद को हमसे बात हो जायेगी,शिकवा न करीये हमसे मिलने का,आँखे बंद करीये मुलाकात हो जायेगी..!!

तेरी नज़रें बयाँ करती हैं मेरी खूबसूरती, अब मुझे आइनों की ज़रूरत न रही।

तेरे चहरे की रोशनी से रोशन मेरी रात है पास है तू मेरे जब तारों को भी चांद का साथ है।

तुम्हारी मदहोश आँखों ने मेरे दिल का सिस्टम ही तोड़ दिया,जब से तुमने आई लव यू है कहा मुझे,मैंने तब से पढ़ना लिखना ही छोड़ दिया..!!

“क्या लिखूँ तेरी सूरत-ए-तारीफ मेँ,मेरे हमदम अल्फाज खत्म हो गये हैँ,तेरी अदाएँ देख-देख के”

जितने आप खूबसूरत हो अपने तन से उससे भी कई ज्यादा खूबसूरत होअपने मन से।

देख कर तेरी आँखों को मदहोश मै हो जाता हूँ.तेरी तारीफ किये बिना मै रह नहीं पता हूँ.

ये जो निगाहों से हमारे दिल को हलाल करते हैं,करते तो वैसे जुर्म हो लेकिन कमाल करते हो

रोज इक ताज़ा शेर कहाँ तक लिखूं तेरे लिए,तुझमें तो रोज ही एक नई बात हुआ करती है।

सुबह का मतलब मेरे लिए सूरज निकलना नही, तेरी मुस्कराहट से दिन शुरू होना है।

तुझे देखने के बादशराबी भी पीना छोड़ दे ऐसा नशा है तेरे खूबसूरत से चेहरे में।

तुझे देख कर ना जाने क्यों,मेरे दिल की धड़कन तेज हो जाती है..!!

कितनी खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी, बना दीजिये इनको किस्मत हमारी, इस ज़िंदगी में हमें और क्या चाहिए, अगर मिल जाए मोहब्बत तुम्हारी।

उसके हुस्न से मिली है मेरे इश्क को ये शौहरत,मुझे जानता ही कौन था तेरी आशिक़ी से पहले।

ऐसा ना हो तुझको भी दीवाना बना डाले, तन्हाई में खुद अपनी तस्वीर न देखा कर।

वो मुझसे रोज़ कहती थी मुझे तुम चाँद ला कर दो,उसे एक आईना दे कर अकेला छोड़ आया हूँ।

तुम आईना क्यूं देखती हो? बेरोज़गास करोगी क्या मेरी आँखो को..

हमेँ कँहा मालूम था क़ि इश्क़ होता क्या है,बस एक तुम मिले और ज़िन्दगी मुहब्बत बन गई..!!

तुम्हे हर वक़्त देखना मेरी आदत बन गई है तुम्हे खुदा से मांगना मेरी इबादत बन गई है।

खूबसूरती न सूरत में है ना लिबास में है, निग़ाहें जिसे चाहे उसे हसीन बना दे।

मैं भी ठहरूं किसी के होंठों परक़ाश मेरी ख़ातिर….दुआ करे कोई

तुम्हारी सादग़ी ही है, तुम्हारी खूबसूरती, वरना हमारी ये आँखे, तुम्हे यूँ ना घूरती।

ख़ूबसूरती तो हर चीज में होती है जनाब, बस उसे देखने का नज़रिया बदल जाता हैं।

बहुत खूबसूरत वो रातें होती थी..!!जब तुमसे दिल की बातें होतीं थी..

तुम्हारी सुन्दरता को देख मैं निःशब्द हूँ, तुम्हारी निःशब्दता ही तुम्हें सुंदर बनाती है।

बातें दिल की बोलती है आंखेंइसलिए जुबां को कैद किया है

तू जहा है वही सवेरा है तू जहा नहीं वहा अंधेरा हैतू मान या ना मान  सबसे खूबसूरत चेहरा तेरा है।

उदास नही होना क्योकि मैं साथ हूँ,सामने न सही पर आस पास हूँ,पलकों को बंद कर जब भी दिल में देखोगे,मैं हर पल तुम्हारे साथ हूँ..!!

आँखों मे आँसुओं की लकीर बन गई,जैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गई,हमने तो सिर्फ रेत में उँगलियाँ घुमाई थीं,गौर से देखा तो आप की तस्वीर बन गई।।

आफ़त तो है वो नाज़ भी अंदाज़ भी लेकिन,मरता हूँ मैं जिस पर वो अदा और ही कुछ है।

नवाज़ा है जिसे उस ख़ुदा ने अपनी अदाकारी से, वो हर शख्स अपने आप मे खूबसूरत तो है ही।

रिश्ते बनते रहे इतना ही बहुत हैं,सब हँसते रहे इतना ही बहुत हैं,हर कोई हर वक्त साथ नही रह सकता,याद एक दुसरे को करते रहे इतना ही बहुत हैं..!!

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