Safar Quotes In Hindi : इन अजनबी सी राहों में जो तू मेरा, हमसफ़र हो जाये बीत जाए पल भर में, ये वक्त और हसीन सफर हो जाये ! मैं तो यूँ ही सफर पर निकला था, एक अजनबी मिला और, उसने अपना बना लिया !
जब हमसफर अच्छा हो, तो जिंदगी का हर सफर सुहाना होता है।
बहुत अज़ीज़ थे उस को सफ़र के हंगामेवो सब के साथ चला था मगर अकेला था
ना पूछो कि मेरी मंजिल कहाँ है, अभी तो सफर का इरादा किया है,ना हारूंगा हौंसला उम्र भर, ये मैंने किसी से नहीं खुद से वादा किया है।
तराश रहा हूं खुद को हर शब्द की नोक पर, बोलबच्चन से लेखक तक का सफर जो तय करना हैं।
सफर ए जिन्दगी का बस अब कट-सा रहा है जिन हौसलों में जान बाकि थी अभी वो भी लगता है अब थोड़ा-घट सा रहा है
मेरी तन्हाइयों को दूर कर मेरे प्यार के समंदर में कोई खो जाये इस जिन्दगी के तनहा सफर में किसी अपने का मिलन हो जाये।
हमारी मुहब्बत के सफ़र में एक ऐसा मोड़ भी आया,ग़ैरों से करते रहें वो गुफ़्तगू,और हर बार बेवफ़ा हमें बताया।
मंज़िल उन्ही को मिलती है,जिनके सपनों में जान होती है,पंख से कुछ नहीं होता,हौसलों से उड़ान होती है।
कुछ सपने पुरे करने है कुछ मंजिलो से मिलना है अभी सफर शुरूहुआ है मुझे बहुत दूर तक चलना है..
अगर दिल से मांगी जाए दुआ, सफर का हर सपना होता है पुरा।
मंजिल तक पहुंचने का इरादा, क्योंकि अभी तो सफर है ज्यादा।
जीवन और सफर दोनों ही बहुत कुछ सिखाते हैं, ढेरों यादें बनाते हैं कई नई कहानियां लिख जाते हैं।
हज़ार राह चले फिर वो रहगुज़र आईकि इक सफ़र में रहे और हर सफ़र से गए
क़दमों में भी तकान थी घर भी क़रीब थापर क्या करें कि अब के सफ़र ही अजीब था
सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो - निदा फ़ाज़ली
लिखावट तो खूब है इन लकीरों की,लिखने वाले ने सफर तो लिख दिया,मगर मंजिलो को लिखने तक का,किनारा तक नहीं छोड़ पाया।
तेरी जिंदगी की असलियत का जब तुझ पर असर होगा, असल में उस समय ही शुरु तेरे जीवन का सफर होगा।
ज़िंदगी के सफर में किसी के साथ का क्या भरोसा, अकेले आये थे अकेले जाना है।
अजीब सा सफर है ये ज़िंदगी, मंजिल मिलती है मौत के बाद !
समुंदर की लहरें,वो ताज़ी हवाएँ,रेत की नमी,
दर्द भरी राहें जब भी सफर में आयेंगी देखना मंजिलों तक के तेरे इस सफर को ये और ज्यादा बढ़ायेंगी।
एक सफ़र वो है जिस मेंपाँव नहीं दिल दुखता है!
तेरे बिन इस सफर में ख़ाली अँधेरा है तुम मिलों तो ये सफर खुद ही एक सवेरा है।
“सफर का मज़ा बस रास्ते में है, मंज़िल तो सिर्फ बहाना होती है।”
थक गये हौसले अब मुझे परवाज़ न दो,फिर से उड़ने को खाली आकाश न दो,ये तनहाई का सफर बहुत तड़पाता है मुझे,यादों के दरीचे से तुम मुझे आवाज न दो।
मोहोब्बत के इस सफर ने बड़ा जलाया है आंसू सुख जाने के बाद भी कमबख्त ने बड़ा रुलाया है।
माना की जिंदगी में गम बहुत है , कभी सफर पर निकलो और देखो खुशियां ।
सफर भले ही अकेले कट रहा है, पर जैसा भी कट रहा है क्या खूब कट रहा है।
“सफर करो और दुनिया को अपने कदमों में इकट्ठा करो।”
उम्र बिना रुके सफर कर रही है, और हम ख़्वाहिशें लेकर वहीं खड़े हैं।
कुछ सपने पूरे करने हैं कुछ मंजिलों,से मिलना है अभी सफर शुरू हुआ है,मुझे बहुत दूर तक चलना है।
ये बद-नसीबी नहीं है तो और फिर क्या हैसफ़र अकेले किया हम-सफ़र के होते हुए
सिर्फ़ दरवाज़े तलक जा के ही लौट आया हूँऐसा लगता है कि सदियों का सफ़र कर आया
मंजिल, सफर, वादियाँ सब झूठ है, रात में थककर सबको नींद आती है।
सफर में हूं मंजिल आंखों में बसाए अभी अरमान अधूरे से है।
सफ़र से लौट जाना चाहता हैपरिंदा आशियाना चाहता हैकोई स्कूल की घंटी बजा देये बच्चा मुस्कुराना चाहता है
चले थे जिस की तरफ़ वो निशान ख़त्म हुआ सफ़र अधूरा रहा आसमान ख़त्म हुआ. chale the jis ki taraf wo nishan khtam hua safar adhura raha asman khatam hua.
पांव जमीन पर थे आसमान नजर में रहा निकला था मंजिल के लिए लेकिन उम्र भर सफर में रहा .
सफर से लौटने पर घर, कमरा, बिस्तर, तकिया सब वही रहते हैं.अगर कुछ बदलता है तो वो होते हैं हम.
मंजिल बड़ी हो तोसफ़र में कारवां छूट जाता है,मिलता है मुकाम तोसबका वहम टूट जाता है.
न मंज़िलों को न हम रहगुज़र को देखते हैं अजब सफ़र है कि बस हम-सफ़र को देखते हैं - अहमद फ़राज़
जिंदगी के सफर के पड़ाव कई बिता दिए पर किरदार हमारा है कि कुछ बदलता नहीं।
न जाने कौन सा मंज़र नज़र में रहता हैतमाम उम्र मुसाफ़िर सफ़र में रहता है
वो जीवन में क्या आये बदल गयी जिंदगी हमारी, वरना सफर ए-जिंदगी कट रही थी धीरे-धीरे !
कशमकश के इस सफर को छोड़ नहीं पाता हूं, हर मोड़ पे तुझे छोड़कर तुझमें ही मिल जाता हूं।
ना पूछो के मंजिल का पता क्या है,अभी बस सफर है सफर का दीदार होने दो,रूठ जाये अगर तक़दीर तो मनाकर देखो,फूल मेहनत के हथेली पर उगाने तो दो।
मैं तो यूँ ही सफर पर निकला था, एक अजनबी मिला और उसने अपना बना लिया। Me to yun hi safar par nikala tha ek ajnabi mila aur usne apna bana liya.
किसी को मंज़िल की भूख है तो किसी को पैसों की प्यास है पर सच कहूँ तो मेरे लिए ये सफर ही ख़ास है।
यात्रा हमेशा करते रहना,अच्छे अनुभव बटोरते रहना,जिंदगी का मतलब प्यार है,यही सबको समझाते रहना।
कुछ समय के लिए खुलके जीते हैं.चलो दोस्तों कही घूमने चलते हैं.
यूँ ही नहीं आगे हूँ मैं ज़िन्दगी के सफरमें, की पीछे हटना मुझे नहीं आता।
एक खूबसूरत महबूबा है ये ज़िन्दगी,इससे सच्चा प्यार तुम करलो,ये कहीं नहीं जाएगी तुम्हे छोड़ के,जब तक है जान जब तक है जान तुम्हारी।
मुमकिन है सफ़र हो आसाँ अब साथ भी चल कर देखेंकुछ तुम भी बदल कर देखो, कुछ हम भी बदल कर देखें
ये रास्ता मुझे समझ नहीं आता,मुसाफ़िर हूँ मैं और मंजिल का कुछ पता नहीं।
जिन्दगी के सफर में ये बात भी आम रही की मोड़ तो आये कई मगर मंजिले गुमनाम रही !
“सफर में मन्ज़िल अहमियत नहीं रखती, बल्कि सफर का आनंद और अनुभव ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं।”
मशहूर हो जाते हैं वोजिनकी हस्ती बदनाम होती हैकट जाती है जिंदगी सफ़र में अक्सरजिनकी मंजिलें गुमनाम होती हैं!
जिंदगी यूँ हुई बसर तन्हा काफिला साथ और सफर तन्हा !
रोमांचकारी होता है सफर कई बार,यादगार होता है सफर पर किसी का साथ,हाथ थामे उसका बस चलते जाइए,मंजिल खुद ही चल के आ जाएगी पास।
सफर ये लम्बा बड़ा है, एक और सहारा दे मौला, एक बार तुने दे दिया, एक और ईशारा दे मौला।
मैं तो यूँ ही सफर पर निकला था, एक अजनबी मिला और उसने अपना बना लिया !
यू तो कई मुसा़फीर आये और गये, पर वो जो कुछ पल ठहरा, जिदगीं के मायने बदल गये।
जिंदगी की खूबसूरती देखना है, तो कभी सफर पर निकलो !
जिंदगी यूँ हुई बसर तन्हा, काफीला साथ और सफ़र तन्हा !
तुम जहाँ भी जाते हो किसी न किसी तरहवह तुम्हारा हिस्सा बन जाता है.
फासलें तेरे सफर को और मुश्किल बनाएंगे नजदीकियों से तेरी देखना हम मंजिले के और करीब जायेंगे।
यूँ किस तरह कटेगा कड़ी धूप का सफ़रसर पर ख़याल-ए-यार की चादर ही ले चलें
जिन्दगी के सफर में ये बात भी आम रही की मोड़ तो आये कई मगर मंजिले गुमनाम रही।
जब भी जुबा पर सफर की बात आती है, सफलता पाने की उम्मीद बढ़ जाती है।
“सफर करते रहने से हम जीवन की सही मायने देख पाते हैं।”
अकेले ही तय करने होते है कुछ सफरहर सफर में हमसफर नहीं होते।
मुकम्मल होगा सफ़र एक दिनबस दिल में ताजा जज़्बात रखना,तमाम मुश्किलें आएंगी लेकिनअपने काबू में हर हालत रखना.