Sad Wife Quotes In Hindi: कभी भी आंखों से बाहर नही निकाला एक भी आंसू, प्यार क्या हुआ पर आज आंखों से सैलाब बह रहा है। चाहत ये नही कि झुठी बातों का किस्सा बनूं, ख्वाहिश ये नही हर वक्त मनाने का हिस्सा बनूं।
“हमारी ये कहानी बदल गई है, रिश्तों का सफ़र तोड़ गई है।”
हमने तो देखा है खुद को कई बार आजमा कर,अक्सर लोग धोखा देते है करीब आकर,इस जमाने ने समझाया था लेकिन दिल नही माना,छोड़ जाओगे एक दिन हमे अपना बना कर।
यूँ तो गलत नहीं होते अन्दाज़ चेहरों केलेकिन लोग वैसे भी नहीं होते जैसे नज़र आते है
“तेरे जाने से हमारी ज़िंदगी बदल गई, हर चीज़ धुआँ धुआँ सी हो गई।”
तुम हमे क्यों इतना दर्द देते हो,जब जी में आये तब रुला देते हो,लफ़्ज़ों में तीखा पन और नजरो में बेरुखी,ये कैसा इश्क है जो तुम हमसे करते हो।
डूबा है मेरा बदन मेरे ही खून सेये कांच के टुकड़ों पे भरोसे की सजा है
हमे इतना वक्त ही कहाँ की हम मौसम सुहाना देखे,जब तेरी याद से निकले तभी तो मौसम सुहाना देखे।
हम खुश हैं कम से कम कोई हमारी बात तो करता है,वो बुरा कहता है तो क्या, कम से कम कोई याद तो करता है।
जरा ख्याल की जिए मर न जाऊँ कहीँ,बहुत जहरीली है तेरी ख़ामोशी मैं पी न जाऊँ कहीँ।
इश्क का धंधा ही बंद कर दिया साहेबमुनाफे में जेब जले और घाटे में दिल
सोचा था तड़पायेंगे हम उन्हें,किसी और का नाम लेके जलायेगें उन्हें,फिर सोचा मैंने उन्हें तड़पाके दर्द मुझको ही होगा,तो फिर भला किस तरह सताए हम उन्हें।
जब से दूर हो गए हमें चैन नही आता है, ये सोचते रहते है ऐसी भी क्या कमी रह गई हमारे प्यार में।
अब कोई ना पुछो हमारे दिल का हाल, क्यों बता नही मोहब्बत में दर्द सहना क्या होता है।
सांसों में भी शामिल हो लहू में भी रवा होमगर मेरे हाथो की लकीरो मे कहा हो
तेरा मेरा दिल का रिश्ता बड़ा अजीब है,मीलों की हैं दूरियां लेकिन फिर भी धड़कन करीब है।
बेनाम सा यह दर्द ठहर क्यों नही जाता जो बीत गया है वो गुज़र क्यों नही जाता वो एक ही चेहरा तो नही सारे जहाँ मैं जो दूर है वो दिल से उतर क्यों नही जाता
“तेरे जाने के बाद हर दिन उदासी मिलती है, यादें हमेशा दिल को बहलाती हैं।”
“तेरे बिना हर सुबह उदास सी होती है, अधूरी ख़्वाहिशें और रातें ज़रूरी होती हैं।”
“तेरी यादें दिल को छू जाती हैं, तेरे बिना हमारी रातें टूट जाती हैं।”
“तेरे बिना दिन रात उदास हैं, खोखला सा लगता है यह घर।”
“तेरी यादों की चादर ओढ़कर सोते हैं, तेरे बिना हमारी रातें रोती हैं।”
“मेरे होंठों पर मुस्कान हैं, लेकिन अंदर उदासी का तूफ़ान हैं, ये ज़िंदगी बन गई है एक खेल बड़ा खुदग़र्ज़ाना हैं।”
मुझे दिल से यूँ पुकारा न करो,यूँ आँखों से हमे इशारा न करो,दूर हूँ तुझसे मजबूरी है मेरी,यूँ तन्हाइयों में मुझे तड़पाया न करो।
“जब से तू चली गई, दिल मेरा रोया है, हर खुशी मुझसे छिन गई है।”
“अब तक हमसे चाहत की उम्मीद थी, अब तो दिल से ये दुआ निकली है, ‘मुझे उसकी आदत सी हो गई है।'”
“अब तेरे बिना दिन धलते नहीं हैं, रातें उजाले से डरती नहीं हैं।”
इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद जैसे हक़ीक़त मिली हो ख़यालों के बाद मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद
“तेरे जाने के बाद यादें बेचैन करती हैं, अजनबी सी लगती हैं हर पल रातें।”
हम दुआएं करेंगे उनपर एतवार रखना,न कोई हमसे कभी सवाल रखना,अगर दिल में चाहत हो हमे खुश देखने की,बस हमेशा मुश्कुराना और अपना ख्याल रखना।
“तेरी यादें मेरे दिल को छू लेती हैं, तेरे बिना यह दिन कटता ही नहीं।”
चुप है किसी सबर से तो पत्थर ना समझ हमेंदिल पे असर हुआ है तेरी बात बात का
जिनको हमसे प्यार था उसने हमें जिंदा मार दिया, इसलिए मैं आज अपनी मोहब्बत से हार गया।
दुख तो इस बात का है, जिसके हम परवाह करते थे, वो आज हमसे बेवफा है।
कभी ख़ुशी से ख़ुशी की तरफ नही देखा,तेरे जाने के बाद किसी और को नही देखा,तेरा इंतज़ार करना तो है लाज़िम,इसलिए कभी हमने घड़ी की तरफ नही देखा।
हमसे बिछड़कर खुश रहना उनको अच्छा लगता है, एक बार भरोसा टुटने के बाद अब कोई नही सच्चा लगता है।
नाराजगी की भी ऐसी क्या मिली सजा, प्यार में दर्द मिला बेवजह।
“तेरे जाने के बाद रातें तन्हा सी हो गईं, अधूरे सपने हमेशा रूठा सा हो गए।”
न जाने वो कोन है जो बिन बुलाये आता है,मेरे ख्याल से तेरा ख्याल ही होगा जो मुझे सताता है।
तेरा यूँ मेरे सपनो में आना ये तेरा कसूर था,और तुझ से दिल लगाना ये मेरा कसूर था,कोई आया था पल दो पल को जिंदगी में,और सर अपना समझ लेना वो मेरा कसूर था।
“तेरी और मेरी दूरियों ने बना दिया हमें पराये, अब हर रिश्ता लगता है अजनबी साये।”
“तेरे जाने के बाद हर एक पल हमें सताता है, अधूरे सपने और उम्मीदों का जहां हमें याद आता है।”
“तेरे जाने के बाद यादें बेचैन करती हैं, अजनबी सी लगती हैं हर पल रातें।”
दुआ करना दम भी उसी तरह निकले,जिस तरह तेरे दिल से हम निकले।
“तेरी यादें मेरी आँखों को भर आती हैं, तेरे बिना ये ज़िंदगी थम सी जाती है।”
“अब तक दिल में उम्मीदों की आस है, तेरे बिना हमारी जिंदगी कम जासूसी सी है।”
“तेरे जाने के बाद दिन रात उदास हैं, हर पल एहसास हैं कि तू कहाँ हैं।”
सुनी थी हमने ग़ज़लों में जुदाई की बातेंअब खुद पे बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ
“हमारी कहानी में कुछ खोया हैं, दूरियाँ हमें रस्ते दिखाए हैं।”
यादें अक्सर होती हैं सताने के लिए कोई रूठ जाता है फिर मान जाने के लिए रिश्ते निभाना कोई मुश्किल तो नहीं बस दिलों में प्यार चाहिए उसे निभाने के लिए
इन आँखों में कभी हमारे आंसू आये न होते,अगर वो पीछे मुड़ कर मुस्कुराये न होते,उनके जाने के बाद यही गम रहेगा,के काश वो हमारी जिंदगी में आये न होते।
“हमारी कहानी में कुछ खोया हैं, दूरियाँ हमें रस्ते दिखाए हैं।”
नाराजगी भरें इन लम्हों को कैसे जिएं, ये तन्हाई का दर्द अकेले कैसे सहे, ये बेजुबा दिल का हाल किसे कहें।
“तेरे छोड़ने के बाद दिल रोया है, मुझे खुश रखने की कोशिश तो कर लिया है।”
“तेरी यादें मेरी आँखों में समाए हुए हैं, तुझसे मिलने की आस मेरे दिल में बसाए हुए हैं।”
झूठ कहूँ तो बहुत कुछ है मेरे पास,सच कहूँ तो कुछ नही सिवा तेरे मेरे पास।
कभी गम तो कभी वेबफाई मार गई,कभी उनकी याद आई तो जुदाई मार गई,जिसको हमने बेइन्तहा मोहब्बत की,आखिर में हमे उसी की वेबफाई मार गई।
प्यार हर किसी को जीना सिखा देता है,वफ़ा के नाम पर मरना सिखा देता है,प्यार नही किया तो करके देखो,ये हर दर्द सहना सिखा देता है।
“हमारे रिश्ते की मोहब्बत चली गई, ख्वाहिशों की आस टूट गई।”
आज तेरी याद को सीने से लगा कर हम रोये,हम तुझे तन्हाई में पास बुलाकर रोये,पाना तो बहुत चाहा था हर बार तुझे,पर हर बार तुझे न पाकर हम रोये।
ये ज़माना लाख जले हमारी मोहब्बत से,लेकिन ये ज़माने वाले कोई खुदा तो नही।
“तेरे बिना हमारी दुनिया है बेसब्री सी, अनगिनत रातें और तन्हाई सी।”
हम तो ख्वाबो की दुनिया में बस खोते गये,होश तो था फिर भी मदहोश होते गये,उस अजनबी चेहरे में क्या जादू था,न जाने क्यों हम उसके होते गये।
“हमेशा था जो साथ हमारा, वो अब कहाँ गया है।”
“वक्त के साथ हमारी दूरियाँ बढ़ीं, अब तन्हाई की रातें सजीं।”
ये बेवफा वफा की कीमत क्या जाने है बेवफा गम-ऐ मोहब्बत क्या जाने जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर वो भला प्यार की कीमत क्या जाने
कभी दूर तो कभी पास थे वो,न जाने किस किस के करीब थे वो,हमे तो उन पर खुद से भी ज्यादा भरोसा था,लेकिन ठीक ही कहता था ये जमाना, वेबफा थे वो।
“तेरे साथ जीने की हर आस है, पर अब तन्हाई की तास है।”
ऐसा नही है मेरे दिल में तेरी तस्वीर नही है,पर शायद मेरे हाथो में ही तेरे नाम की लकीर नही है।
हम जानते है आप जीते हो जमाने के लिए,एक बार तो जीके देखो सिर्फ हमारे लिए,इस नाचीज़ की दिल क्या चीज़ है,हम तो जान भी देदेंगे आप को पाने के लिए।
“तेरे जाने के बाद, मैंने जीने की कला सीख ली है, पर मेरे अंदर छिपी तेरी यादें हर रोज़ मेरे दिल को तोड़ कर दुखाती हैं।”
आरजू थी तेरी मोहब्बत पाने कीतूने तो नफरत के काबिल भी नहीं समझा
चाहत इतनी थी की उनको दिखाई न गई,चोट दिल पर लगी इसलिए दिखाई न गई,हम चाहते तो थे सारी दूरियां मिटाना,लेकिन दूरियां इतनी थी की मिटाई न गई।