Sad Life Quotes In Hindi : डरपोक है वो लोग जो प्यार नहीं करतें,साला जिगर होना चाहिए बर्बाद होने के लिए. भूल गया होता तो अलग बात थी,लेकिन उसने तो मुझे जान बूझ कर भुलाया है.
हमने हर पल दुआ मांगी थी,उसके साथ रहने की,और वो मेरे हर पल साथ है,लेकिन एक याद बन कर.
जो आपकी सही बातों का भी गलत मतलबनिकालते है उनको सफाई देने में अपनावक़्त बर्बाद ना करे
जो लोग दर्द को समझते हैं ! वो लोग कभी दर्द की वजह नहीं बनते.
सब कुछ पाने वालेबहुत कुछ खोया करते हैंइस दुनिया में हंसने वालेअक्सर ज्यादा रोया करते
ख़ुशियाँ चाहे किसी के भी साथ बाँट लो“लेकिन” गम भरोसेमंद के साथ ही बाँटना चाहिए
झुकने से रिश्ता गहरा हो तो झुक जाओ,पर हर बार आपको ही झुकना पड़े तो रुक जाओ।
सुन यह रिश्ता भी कितना अजीब है,जोड़े भी नहीं जाता और तोड़े भी नहीं जाता।
झुकता हमेशा वही है जिससे रिश्ते की कदर हो और उसे निभाने की फ़िक्र
“हमारे दिल में अंदर आने का रास्ता तो होता है,लेकिन् बाहर निकालने का रास्ता नहीँ होता,इसीलिए जब भी कोई दिल से जाता है तो दिल तोड़कर जाता है”
बिछड़ जाएँगे हम❤ दोनों ज़मीं पर,ये उसने आसमाँ ❤पर लिख दिया है।bichar jaein gy hum donoo zamen pr,ye us ne asman pr likhh diyya hai.
भूल गया होता तो अलग बात थी,लेकिन उसने तो मुझे जान बूझ कर भुलाया है।
मुझे मरने का शौक तो नहीं है पर,तेरे इश्क़ से बेहतर मौत ही है।
रो रो के कह दिया मेरे पैर के छालो ने,कितनी दूर बसा ली बस्ती दिल में बसने वालो ने।
काश मिल जाये कोई हमसफ़र हमें भी ऐसा,जो गले लगाकर कहे रोया मत करो तकलीफ हमें भी होती है।
किसी का ये सोचकर साथ मत छोड़नाकी उसके पास कुछ नही तुम्हे देने के लिए.बस ये सोचकर साथ निभाना कीउसके पास कुछ नही तुम्हारे सिवा खोने के लिए.
आजकल किसी को अच्छे लोगों की कीमत, किसी बुरे मिलने के बाद ही पता चलती है..
मूड के हिसाब से बोलने वाले लोग,सभी के बीच अपनी छवि खुद ख़राब कर लेते है।इसलिए जब मूड ख़राब हो,तो चुप रहना ही बेहतर है।
उन्हें लगता है मुझे दर्द नही होता,खैर बात को क्या बढ़ाना,,नही होता तो नही होता।
जो इंसान जितना खामोश रहता है,वो अपनी इज्जत को उतना ही महफूज़ रखता है।
तेरी मजबूरियां भी होगी चलो मान लेते हैं, मगर तेरा वादा भी था मुझे याद रखने का
ज़रा सी वक़्त ने करवट क्या ली ! गैरों की लाइन में सबसे आगे अपनों को पाया हमने !!
आखिर में ख़तम हो ही गए वो रिश्ते उन लोगो से,जिन्हे मिल के ये लगा था कि,ये लोग जिंदगी भर साथ देंगे।
दर्द की कोई कीमत नहीं होती,लोग यहाँ मुफ्त में देकर चले जाते हैं।
आंखों में गम है लबों पर खामोशी है आजकल ये दिल तुझे याद बहुत करने लगा है
“तन्हाई अक्सर पूछती हे हमसे, क्या आज भी इंतजार हे उसके लौट आने का,ये दिल मुकुर के कहता हे, मुझे अब तक यकीन नहीं उसके चले जाने का”
अकेले ही गुज़रती है ज़िन्दगी, लोग तसल्लियाँ तो देते है पर साथ नहीं।
वो भी हमेशा कहती थी में ओरो के जैसी नही हु फिर जब साथ देने की बारी आई तो उसने दूसरो से भी ज्यादा बेरहमी से तोड़ा मेरा दिल
कोई नहीं है समझने वाला,कोई भी आता है रूलाकर चला जाता है।
जो उड गये परिंदे उनका क्या अफसोस करें,यहां तो पाले हुए भी गैरों की छतों पर उतरते हैं !
विश्वास और वादा इसे जिंदगी में कभी टूटने मत देना,क्योंकि इनके टूटने पर तो आवाज़ तो नहीं होती मगर दर्द बहुत होता है।
जरूरत नहीं मुझे इश्क के लिए,तेरी कुछ यादें और कुछ तस्वीरे छुपा रखी है दिल में।
नफरत कभी न करना तुम हमसे यह हम सह नहीं पाएंगे,एक बार कह देना हमसे जरूरत नहीं अब तुम्हारी,तुम्हारी दुनियाँ से हंसकर चले जायेंगे।
जरूरी नहीं हर शिकायत शब्दों में ही की जाए,कुछ नाराज़गी चुप रहकर भी जताई जाती है।
बहुत अजीब सी हो गया है ये दुनिया आजकल,यहाँ रिश्ते झूठ बोलने से नहीं,,बल्कि सच बोलने से टूट जाते।
काश कोई ऐसा हो जो गले लगाकर कहे,तेरे दर्द से मुझे भी तकलीफ होती है।
ग़लतफहमी में जीने का मजा कुछ और ही है,वरना हक़ीकते तो अक्सर रुला देती है।
थोड़ा तो तमीज़ से पेश आ ऐ जिंदगी,मेहमानों से ऐसा बर्ताव कौन करता हैं ?
दिल के दर्द को छुपाना कितना मुश्किल है,टूट के फिर मुस्कुराना उतना ही मुश्किल है।किसी के साथ दूर तक जाओ और फिर देखो,अकेले लौट के आना कितना मुश्किल है।
“किसी को मेरे बारे में पता कुछ भी नही, इल्जाम हजारो है और खता कुछ भी नही”
तेरा नजरिया मेरे नजरिए से अलग था,शायद तुम्हें वक्त गुजारना था और हमे सारी ज़िंदगी।
अकेलापन सदैव आपका एक महत्पूर्ण व्यक्तिसे परिचय करवाएगा और व्यक्ति है.. स्वयं आप
शिकायत हैं उन्हें कि,हमें मोहब्बत करना नहीं आता,शिकवा तो इस दिल को भी है,पर इसे शिकायत करना नहीं आता.
जिंदगी एक अभिलाषा है,क्या गजब इसकी परिभाषा है।जिंदगी क्या है मत पूछो,संवर गई तो तकदीर और,,बिखर गई तो तमाशा है।
दुनिया में सब कुछ बदलता है,तारीख बदलती है, लोग बदलते हैं, अपने बदलते हैंऔर किस्मत भी बदलती है।
आदत बदल सी गई है वक़्त काटने की,हिम्मत ही नहीं होती अपना दर्द बांटने की।
“तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभालकर,वरना मैं अभी दे दूँ, जिस्म से रूह निकालकर”
माफ़ी से कुछ नहीं होता,कुछ बाते दिल को लग जाती है,जो कभी भुलाई नहीं जाती।
बहुत अंदर तक तोड़ डालता है,वह अश्क जो आंखों से बह नहीं पाता।
स्कूल का वो बस्ता मुझे फिर से थमा दे मां,ये जिंदगी का सफ़र मुझे बहुत मुश्किल लगता हैं।
वक़्त मिले गर तो थोड़ा हिसाब भी कर देना ऐ जिंदगी,ये बिना पगार की नौकरी अब मुझसे नहीं होगी !!
आप को पता है दर्द किसे कहतें है,दर्द वो होता है जिसमेजख्म बाहर से नही अंदर से लगा हो.
तुझसे दूर जाने का कोई इरादा न था पर रुकते आखिर कैसे जब तू ही हमारा न था
मिले तो हजारो लोग थे जिंदगी में,मगर वो सबसे अलग था जो किस्मत में नही था।
“छोड दी हमने हमेशा के लिए उसकी आरजू करना,जिसे मोहब्बत की कद्र ना हो उसे दुआओ मे क्या मांगना”
कोई किसी का नहीं होता दुनिया में,जब दिल भर जाता है तो,,लोग याद करना भी छोड़ देते है।
तेरी यादो के बिना जिन्दगी अधुरी है,तू मिल जाये तो जिँदगी पूरी है।तेरे साथ जुडी हैँ मेरी खुशीयां,बाकी सब के साथ हसना तो मेरी मजबूरी है।
दुनिया की भीड़ में इंसान चाहे सब कुछ भूल जाए,कितनी भी मौज मस्ती में खो जाए,पर अकेले मे वो उसे ही याद करता है,जिसे वो दिल से प्यार करता है।
चमक सबको नजर आती है,लेकिन अँधेरा कोई नहीं देख पाता।
बदलना कौन चाहता है जनाब,लोग यहाँ मजबूर कर देते है, बदलने के लिए।
मैंने वो खोया है जो मेरा था ही नहीं,और उसने वो खोया है जो बस उसी का था।
जब इंसान तन्हा चलना सीख जाता है,तब वो दुनिया को समझ चुका होता है।
दर्द दो तरह के होते है,एक वो जो आपको तकलीफ देता है, दूसरा वो जो आपको बदल देता है।
जब किसी का मनपसंद इंसान ही उसे दुख देने लगे तो फिर अपने आप से भी नफरत हो जाती है
ग़लतफहमी में जीने का मजा कुछ और ही है,वरना हक़ीकते तो अक्सर रुला देती है।
इस दुनिया में हर वो इंसान अकेला रह जाता है जो दूसरो को दिल से चाहता है
कौन कहता है की खामोशियाँ खामोश होती हैं,खामोशियों को खामोशी से सुनो क्या पता,खामोशियाँ वो कह दे जिसकी लफ़्ज़ों में तलाश होती है।
कुछ वक्त माँ-बाप के साथ बिताया करो,हर चीज गूगल में ढूंढने से नहीं मिलती।
लोग कहते हैं हमसे तुम बहुत बदल गए हो !तो अब क्या टूटे हुए पत्ते रंग भी न बदलें.
जिनको हमे सिखाया सबकुछ,आज वो हमें सिखाने चले है !!
हम रोज़ सोचते हैं भूल जायेगे तुझे,और हम रोज़ भूल जाते हैं ये बात.
कुछ बातें समझाने से नहीं,खुद पर बीत जाने से समझ आती हैं।
दुनिया में ऐसा ही होता है,जिसे हम चाहते है,वो किसी और को चाहता है।