Radha Krishna Quotes In Hindi : कान्हा के प्राणों में है केवल राधा, राधा का जीवन ही घनश्याम हैं।-मयंक विश्नोई कान्हा की हर धड़कन में जिनका वास है, उन्हीं श्री राधा जी का पूरा ब्रज धाम है।-मयंक विश्नोई
राधा के बिना श्याम अधूराश्याम के बिना राधा अधूरीदोनों पूरे तब होते हैंजब हम लेते हैंनाम राधेश्याम
राधा की चाहत हैं कृष्ण, उसके दिल की विरासत हैं कृष्ण, चाहे कितना भी रास रचा ले कृष्ण दुनिया तो फिर भी यही कहती हैं राधे कृष्ण राधे कृष्ण।
इसपर उनकी माँ ने जवाब देते हुए श्री कृष की मूर्ति की तरफ इशारा करते हुए कहा कि मेरी प्यारी मीरा, “श्री कृष्ण” ही तुम्हारे वर होंगे।
कान्हा तुझे ख्वाबों में पाकर दिल खो ही जाता है,खुद को जितना भी रोक लूं, प्यार हो ही जाता है।राधे कृष्णा
एक सहारा तेरा सांवरेऔर सहारा कोई नहीं…तुम ही हो मेरे प्रीतम प्यारेजग में हमारा कोई नहीं…हरे कृष्णा… हरे कृष्णा…
सुनो कन्हैया जहाँ से तेरा मन करे, मेरी जिन्दगी को पड़ लो पन्ना चाहे, कोईं भी खोलो हर पन्ने पर तेरा नाम होगा मेरे कान्हा।।
मटकी तोड़े, माखन खाए फिर भी सबके मन को भाये, राधा के वो प्यारे मोहन, महिमा उनकी दुनिया गाये।
“कौन कहता है प्रेम सिर्फ दुख देता है सही से निभाओ तो जीवन बना देता है।”
घर द्वार छोड़ दौड़ी, चली आयी भोली सखियाँ, सुध बुध खोयी ऐसे, सुन तेरी प्यार भरी बतिया।
भगवान प्रेम के और भाव केभूखे होते हैं…बाकी हमने जो कुछसाधन, सामग्री इकट्ठे की होती है…वह हमने उन्हीं से तोभीख मांगी होती है…
कृष्ण ने राधा से पूछा ऐसी एक जगह बताओ, जहाँ में नहीं हूँ राधा ने मुस्कुरा के कहा, बस मेरे नसीब में।
सुर है राधा, बांसुरी है कृष्णदिल है राधा, प्रेम है कृष्णआनंद है राधा, पूर्णब्रह्म है कृष्ण
तुम्हारी याद में मेरे हर दिन रात लिख देना, और हर जनम में तेरा मेरा साथ लिख देना…
बहुत खूबसूरत हैं मेरे ख्यालों की दुनिया, बस कृष्ण से शुरू और कृष्ण पर ही खत्म।
यदि एक प्रेमी ने अपने प्रेमी को रूह से प्रेम किया होगा, तो उसे उस प्रेम में परमात्मा की झलक दिख जाएगी..
मेरे पास गोपियाँ तो बहुत हैं, पर मेरा मन मेरी राधा के सिवा कहीं लगता ही नही।
अब आँखों से भी जलन होती हैं कन्हैया मेरे,खुलती है तो ढूंढती है तुझको और बंद हो तो ख्वाब तेरे ।
पर्दा ना कर पुजारी दिखने दे राधा प्यारी ,मेरे पास वक्त कम हैं, और बाते हैं ढेर सारी।
प्यार दो आत्माओं का मिलन होता हैं, ठीक वैसे हीं जैसे प्यार में कृष्ण का नाम राधा और राधा का नाम कृष्ण होता हैं।
हे कान्हा,तुम संग बीते वक़्त का मैं कोई हिसाब नहीं रखती..मैं बस लम्हे जीती हूँ,इसके आगे कोई ख्वाब नहीं रखती।
भगवान को प्रेम के दो मीठे बोल से ही पा लिया करते हैंकीमत देकर तुम क्या दे सकोगेपूरी सृष्टि ही उसकी बनाई हुई है…
छोड़ दुनिया समाऊं तुझ मेंकुछ ऐसी कृपा दातार करोतेरे चरणों में रह जाऊंकुछ ऐसा मेरा हाल करोराधे कृष्ण… राधे कृष्ण…
राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था,दुनियाँ को प्यार का सही मतलब जो समझाना था।
राधा के बिना श्याम अधूराश्याम के बिना राधा अधूरीदोनों पूरे तब होते हैंजब हम लेते हैंनाम राधेश्याम
जो सच्चे प्रेम को समझ पाता हैवही राधे कृष्णा को समझ पाता है
विवाह दो शरीरों का हो सकता है, विवाह दो आत्माओं का नहीं। दो आत्माओं का प्रेम हो सकता है।
श्री राधा जी ने निज श्याम को ऐसा अपनाया कि फिर कोई उन्हें उनसे दूर न कर पाया।-मयंक विश्नोई
“हे मेरे कान्हा… पलकों पर आ रुका है समुन्दर खुमार का, कितना अजब नशा है प्यार में डूबकर तेरे इंतज़ार का।”
प्रेमी व्यक्ति हमेशा तुम्हे पागल दिखेगा, क्यूंकि तुम आंखों से देखते हो और वह ह्रदय से.
रूठना ना तो हर कोई जानता है।पर सबके पास, प्यार से मनाने वाला नहीं होता।
लोगोब में ऐसी मान्यता है कि कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर कृष्ण के मंदिर में मीरा श्री कृष्ण से मीरा कहती है कि “ओ गिरधारी क्या आप मुझे बुला रहे है?”
राधा कृष्ण के बिरहा में भी प्रेम हैउनकी दूरी में भी प्रेम हैवह साथ ना होकर भीसाथ साथ ही होते हैंराधे कृष्ण… राधे कृष्ण…
इश्क और इमान भक्त केयह दो ऐसे पंख होते हैं…जिनके बिना उड़करभगवान तक जाया नहीं जा सकता…
बैकुंठ में भी ना मिले जो वो सुख कान्हा तेरे वृंदावन धाम में हैं, कितनी भी बड़ी विपदा हो चाहे समाधान तो बस श्री राधे तेरे नाम में हैं।
जहां इंतजार ना हो वहां प्रेम व्यर्थ हैं,कृष्ण प्रेम है तो राधा प्रेम का अर्थ है!!…
कहीं कोई कहे छोड़ो, ना सताओ मोरे कान्हा मन ही मन प्रीत करे, सब तुझसे सुन कान्हा
तेरे कजरारे नैन ओ राधा प्यारीइन काले नैनों में खो गएमेरे बांके बिहारी!!..
कृष्ण ने राधा से पूछा ऐसी एक जगह बताओ, जहाँ में नहीं हूँ, राधा ने मुस्कुरा के कहा, बस मेरे नसीब में।
“प्रेम की दुनिया में किस्सा मशहूर है राधे जो दिल के करीब है वह नजरों से दूर है।”
श्याम की बंसी जब भी बजी है, राधा के मन में प्रीत जगी है।
अभी तो बस इश्क़ हुआ है कान्हा से मंजिल तो वृंदावन में ही मिलेगी।। ।।राधे राधे।।
राधा-राधा जपने से हो जाएगा तेरा उद्धार,क्योंकि यही वही वो नाम है जिससे कृष्ण को प्यार…
जो है माखन चोर, जो है मुरली वालावही है हम सबके दुःख दूर करने वाला
सच्ची मोहब्बत का अंजाम अगर निकाह होता, तो रुक्मणि की जगह राधा का स्थान होता।
सच्चा प्रेम स्तुति से प्रकट नहीं होता, सेवा से प्रकट होता है।
परिभाषा प्रेम की, मैं शब्द तुम अर्थ तुम बिन मैं व्यर्थ
ए राधा… तेरा और मेरा प्रेमएक मिसाल है दुनिया के लिएदुनिया हमारे प्रेम को देखकर हीसच्चे प्रेम को समझ पाएगी…
कन्हैया को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा, पूरे खत में सिर्फ कान्हा का ही नाम लिखा !
जिस पर राधा को मान हैं,जिस परराधा को गुमान हैं,यह वही कृष्ण हैंजो राधा के दिल हर जगह विराजमान हैं।
विश्वास और प्रेम दो ऐसे पहलू हैंजो एक दूसरे के बिना अधूरे हैं!!..
हर पल, हर दिन कहता हैं कान्हा का मन तू कर ले पल-पल राधा का सुमिरन।
किसी के पास ego हैं, किसी के पास attitude हैं, मेरे पास तो मेरा साँवरा हैं, वो भी बड़ा cute हैं।
राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था, दुनियाँ को प्यार का सही मतलब जो समझाना था।
कान्हा की बंसी तोराधा राधा पुकारे है।सुनके प्रेम की आवाज कोराधा दौड़ी चली आवे है।राधे राधे… राधे राधे…
हे कृष्णा… जिस तरह तुमनेअर्जुन के सारथी बनकरउन्हें युद्ध में पार लगायाउसी तरह मेरे जीवन रथ केसारथी बनकर मुझे पार लगा दोराधे कृष्ण… राधे कृष्ण…
प्रेम का सच्चा मतलबसिर्फ पा लेना नहीं होता हैप्रेम का सच्चा मतलबअपना सब कुछ समर्पित कर देना होता है…
जो हैं माखन चोर, जो हैं मुरली वाला, वही हैं हम सबके दुःख दूर करने वाला।
राधा के दर्द से कुछ भी नहीं होगा ख़राब, क्योंकि वो हमारी दुआएं सदैव रखती हैं।
नन्दलाल की मोहनी सूरत दिल में बसा रखे हैं, अपने जीवन को उन्ही की भक्ति लगा रखे हैं।
तेरी पनाहों में रहूं सदाबस इतनी मेरी अर्जी कबुल करए मेरे कांहा कभी तू भी तो मुझे याद करमुझसे मिलने की फरियाद करराधे राधे…
बंसी की मधुर तान छेड़, तू मोहे सबको क्या गोपी क्या सखी चाहे, मस्ती प्यारी सबको।
सच्चे प्रेम का अंतिम लक्ष्यसिर्फ विवाह के बंधन में बंधना होतातो आज राधा की जगहरुक्मणी का नाम होता!..राधे राधे… राधे राधे…
“प्यार की सच्ची कहानियों का कभी अंत नही होता।”
राधा का प्यार सदैव निरंतर बहता है, जैसे सूरज की किरणें दिनभर चमकती हैं।
“प्रेम है या प्रार्थना ये तो मालूम नही पर जो तुमसे है वो किसी और से नही।”
प्यार तो हमारा राधा कृष्णा के जैसा ही होगाचाहे हम एक दूसरे की किस्मत में न हो ||
“मुझे तो पता नही कितना प्रेम हो गया है, तुम नहीं जानते कि तुमसे नाराज होने पर भी तुम्हारी बहुत याद आती है।”
जब प्रेम का सुरूर मेरे दिल पर छाता है, मेरा हृदय चारों तरफ राधा-कृष्ण को ही पाता है।
“प्रेम कितना भी सच्चा क्यों ना हो शादी वही होती है जहां भाग्य में लिखा हो।”
कान्हा की हर धड़कन में जिनका वास है, उन्हीं श्री राधा जी का पूरा ब्रज धाम है।-मयंक विश्नोई
जो जिसके हृदय में होगा वह वही देगा, चाहे वह प्रेम हो या घृणा..
कृष्ण मिलन है , राधा है विरहकृष्ण चन्द्र है , राधा है चकोरकृष्ण वर्षा है , राधा है मौर🌺🌺