Parmatma Ek Shayari : जिस तरह थोड़ी सी दवाईशरीर के रोग को ठीक कर देती हैउसी तरह परमात्मा में ध्यान लगाना,उनमें मन लगाना.. हमारे मन को संसार कीहर व्याधि से शांत कर देता है। अगर आपको विश्वास है किआप परमात्मा का ही अंश हो तोआपके लिए असंभव कुछ भी नहीं है!!
भक्ति करने से ऐसा नहीं है किजीवन में मुश्किलें नहीं आती है!!मुश्किलें आती है लेकिन…वह हमें बिना सताए चली भी जाती है।
जिंदगी में समय कैसा भी आ जाए,भगवान पर विश्वास हमेशा बनाए रखें क्योंकि..वह वक्त को कभी भी बदल सकते हैं…भगवान चाहे तो वो रंक को भी राजा बना सकते हैं…
जिसके पास माँ का प्यार होता है, उसके लिए हर मौसम बहार होता है।
जो प्रेम को समझ पाता है…उसके लिए ईश्वर को समझनाबिल्कुल आसान है।
भगवान शिव से मैंने दुआ मांगी, भगवान ने मुझे माँ दी है, जिसकी दुआ वक्त तो क्या नसीब भी बदल देती है।
हे प्रभु…तुझे पाकर मुझे स्वर्ग कीकोई चाहना नहीं क्योंकि…तेरे चरणों में ही मुझेस्वर्ग से अधिक सुख महसूस होता है..
शरीर की नजरों से देखने सेभगवान कभी दिखाई नहीं देतेउन्हें देखने के लिएमन की आंखें खुली होनी चाहिए।
देवो के देव महादेव आपसे हैं विनती,मेरी भी हो आपके ख़ास भक्तों में गिनती।
सच्चा प्रेम और भगवान एक जैसे ही होते हैं जिसके बारें में बातें सब करते हैं,लेकिन महसूस बहुत कम ही लोग करते हैं।
इस दुनिया में ईश्वर से बेहतरसाथी, सखा, दोस्त, हमसफर…और कोई भी नहीं हो सकता।
“श्रद्धा और सबुरी”यह दो चीजें जिसके पास हैं,ईश्वर उनके बिल्कुल साथ-साथ हैं।
परमात्मा के पासहर कार्य की शक्ति असीमित है,लेकिन हमारी बुद्धि सीमितहोने की वजह सेउसे ग्रहण नहीं कर पाती!!…
हे ईश्वर…इस मतलबी दुनिया मेंहमें तो क्या कोई याद करेगा…जब यह मतलबी लोगतुझे भी मतलब के सिवा याद नहीं करते
अगर जिंदगी में कुछ हासिल ना हो तो समझ जाना कि…ऊपर वाले ने उससे कुछ बेहतरआपके लिए सोच कर रखा है…
इज्जत भी मिलेगी तुम्हे दौलत भी मिलेगी, खिदमत करो मां बाप की जन्नत भी मिलेगी।
उसके होते हुए तू क्यों परेशान है,भगवान के चरणों में तो हर समस्या का समाधान है।
कर्म भूमि पर फल के लिए श्रम तो सभी को करना ही पड़ता है,भगवान सिर्फ लकीरें देता है रंग तो हमें ही भरना पड़ता है।
बस माँ का हाथ ही काफी है, खुशिया नहीं बाकी है।
जो लोग भगवान पर भरोसा करते हैं,वह कभी अकेले हो ही नहीं सकते।
अच्छे लोगों की अक्सर परीक्षा ज्यादा क्यों होती है??क्योंकि काबिलियत जिसमें होउन्हें ही तराशा जाता है…
मत करना अभिमान खुद पर ऐ इन्सान,तेरे और मेरे जैसे कितनो को ईश्वर ने माटी से बनाकर माटी में मिला दिया।
ईश्वर प्यार का सागर है…अगर उसकी एक बूंद हमें मिल जाएतो भवसागर पार हो जाए।
मुझे नही पता मेरी लाइफ की स्टोरी क्या होगी,लेकिन उसमे ये कभी नही लिखा होगा कि मैने हार मान ली।
आत्मा में परमात्मा का वास होना।यही तो है ईश्वर का साथ होना।।
तेरी बेशुमार मेहर देखकरजब अपने कर्मों को देखती हूं तो,शर्म सी आ जाती है…इस नाकाबिल को कैसे तूने काबिल बनाया??
माँ है, तो जीवन है, माँ है, तो प्यार है, लेकिन माँ छोड़ दें, तो सभी बेकार है।
तुझ में मुझ में सब मेंएक आत्मा समाई है।आत्मा है परमात्मा का अंशयह जीवन की सच्चाई है।
भगवान से कुछ मांगना ही है तो,हमेशा अपनी माँ के सपने पूरे होने की दुआ माँगना,तुम खुद बे खुद आसमान की ऊंचाइया छु लोगे।
जिंदगी के सफर मेंजो केवल सत्य के मार्ग पर चलते हैं।उनकी मंजिल ईश्वर के पासपहुंचकर ही समाप्त होती है।
जिंदगी में कुछ कड़वी सच्चाईओ सेमन की आंखें खुल जाती हैंऔर जब मन की आंखें खुलती हैतभी परमात्मा के दर्शन हो पाते हैं।
वो तो सदा सबका है कभी तू भी उसका बन कर देख,बनेंगे तेरे बिगड़े काम राम नाम तू जप कर देख।
हम करते वही हैं, जो हम चाहते हैं!!लेकिन होता वही है, जो ईश्वर चाहता हैहमें करना वही चाहिए,जो ईश्वर चाहते हैं…फिर होगा वही जो हम चाहते हैं…
जब तेरा कोई साथ ना देइस जिंदगी से तू थक जाएसबसे दिल टूट जाएतो तुम मेरे पास आ जानामैं तेरे सारे गुनाह माफ कर दूंगा।
अगर आपके मन में विश्वास हैकिसी भी कार्य को करने के लिएआप विश्वास से आगे बढ़ते चलेईश्वर खुद ब खुद रास्ता बनाते जाएंगे।
चलता रहा हुँ अग्निपथ पर चलता चला जाऊँगा,श्रीराम का भक्त हुँ झुकना मैने सीखा नहीं।
भगवान मूर्तियों में नहीं…आपके विश्वास और एहसास में छुपा है।
मेरे और भगवान के बीच में बहुत ही ख़ूबसूरत रिश्ता हैं,मैं ज्यादा माँगता नही और वे कम देते नही हैं।
तेरा हाथ सिर पे होने से मेरे सब काम साकार होते हैं,मैं जहाँ भी देखता हूँ तुझे मेरे मोहन मुझे तो बस तेरे दीदार होते हैं।
जब मन गमों से घिर जाएतुम अपना हाल ईश्वर को सुना देनाउसी पल मन को सुकून मिल जाएगा…
मेरा विश्वास किसी गृह पर नहीं।क्योंकि वचन कहता हैंतेरे उद्धार के लिए कोई गृह नहींपरन्तु मेरा अनुग्रह काफी है।
जैसे भगवान मंदिर में पाए जाते हैं उसी तरहभगवान मां बाप के रूप में भी घर में मौजूद होते हैं…
जब तेरे दर का नूर मेरे पास है तो,मुझे दुनिया के अंधेरों सेडरने की क्या जरूरत है।
भगवान ने तो सब इंसानों कोइंसान ही बनाया,लेकिन… इंसानों ने भगवान काबंटवारा कर दिया।
ख्वाब देखा करोउस पर्मेश्वर के मिलने का जिसने छ: दिन में सृष्टि रचना की
प्रभु के दो अखंड निवास स्थान हैएक बैकुंठ और दूसराप्रेम और भक्ति से भरा दिल…
ईश्वर कहते हैं उदास न हो मैं तेरे साथ हूँ,सामने नहीं आस पास हूँ, पलकों को बंद कर,और दिल से याद कर मैं कोई और नहीं तेरा विश्वास ही हूँ।
किसी को सफलता तो किसी को प्रोपर्टी मिली, पर मै खुश हूँ,क्योकि मुझे भगवान के रूप में माँ मिली।
ना मैं मंदिर में रहता हूंना मैं मस्जिद में रहता हूंजिस इंसान के दिल में इंसानियत हैमैं उस दिल में रहता हूं…
इस मतलबी दुनिया मेंकहां कोई किसी से पूछता हैलोग ईश्वर को भी तब मानते हैंजब उनके दिल मेंकुछ मांगने की चाहना होती है…
ए बंदे…इस झूठी दुनिया में तूझूठे रिश्तो की तरफ भाग रहा है…जो कभी तेरे नहीं होंगे,उनके पीछे भाग रहा है औरजो हर पल तेरे साथ है,उसे नजरअंदाज कर रहा है…
जीते जी इंसान अपने घर सेमंदिर तक जाने की फुर्सत नहीं रखतालेकिन मरने के बाद सीधा स्वर्ग मिलेयह ख्वाहिश रखता है।
माँ कई बार मेरे लिए सब से लड़ी है, माँ ही जीवन को जोडकर रखने वाली कड़ी है।
भगवान पर विश्वास का मतलबयह नहीं होता कि…भगवान मेरे लिए सही ही करेंगेबल्कि यह होता है कि…भगवान जो करेंगे,वह मेरे लिए सही ही होगा…
अगर आप ईश्वर सेक्षमा की चाहना करते हो तोखुद भी औरों को माफ करना सीखो!!
जगत में ईश्वर हर जगहमौजूद नहीं होतालेकिन इस दुनिया के हर कोने में,हर जगह ईश्वर का कानून औरउसकी कुदरत मौजूद रहती है।
मेरी एक कहानी है, जो मेरी माँ की एक निशानी है।
ना मैं मंदिरों में मिलता हूंना मैं मस्जिदों मैं मिलता हूंजिस दिल में इंसानियत हैउस दिल में मैं मिलता हूं
आपकी “माँ” भगवान की तरह है जिसे आप अपनी आँखों से देख सकते हैं।
इस मतलबी दुनिया में लोगलोगों से वफा के उम्मीद रखते हैं!!इस जहां में एक मन्नत कबुल ना हो तोलोग भगवान भी बदल दिया करते हैं!!
प्रेम ही ईश्वर है..इसलिए वो मंदिर और मस्जिद में नहीं बल्किहमारे अंतर्मन और ह्रदय में मिलते है।
मैंने मेरे जीवन में कभी जन्नत नहीं देखी पर जन्नत के सम्मान माँ को देखी है।
सुमित-जीवन धन्य हैं।राम जिसमें अनन्य हैं।।
आपकी माँ पहली व्यक्ति हैं जो आपकी दोस्त बनीं और हमेशा सबसे अच्छी दोस्त रहेंगी।
तू बस अपने कर्मों पर ध्यान देफल की चिंता ना करये ईश्वर पर छोड़ देकर्म के हिसाब से फल अवश्य मिलेगा..
लोग कहते हैं परमात्मा एक है।तो फिर भगवान के बंटवारे क्यों किए हैंकहीं मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे लिएलोग क्यों बैठे हैं??
माँ है, तो जीवन में जय जयकार होती है, माँ बिन जीवन की कल्पना नहीं होती है।
पांच पहर काम करना है,तीन पहर सोना है,गर एक घड़ी भी हरी को ना भजना है,तो फिर मुक्ति कैसे होए??
मेरे लिए मेरी माँ सबसे बड़ी है, माँ जीवन के हर पल मेरे साथ खड़ी है।
माँ टूटी हुई दीवार जोड़ देती है, अपनों के लिए संसार छोड़ देती है।
वो शिर पर हाथ रखे तो हिम्मत मिल जाए, और एक बार गले लगाकर मुस्करा दे तो जन्नत मिल जाए।
माना कि टेक्नोलॉजी में इंसानआज बहुत आगे बढ़ चुका है,लेकिन भगवान से निर्मित एक चीज इंसान है।जीसे वह आज तक नहीं बना पाया।
भगवान से प्राथनासिर्फ़ शब्दों से नहीदिल से करनी चाहिएक्योंकि भगवान उनकी भी सुनते हैंजो बोल नहीं पाते…