634+ Osho Quotes In Hindi | Osho hindi quotes

Osho Quotes In Hindi , Osho hindi quotes
Author: Quotes And Status Post Published at: October 13, 2023 Post Updated at: April 2, 2024

Osho Quotes In Hindi : एक आदमी जो 100 प्रतिशत समझदार है तो वह मर चुका है। आप वही बन जाते हैं जो आप अपने बारे में सोचते रहते हैं।

“संबंध की उनको जरूरत होती है जो अकेले नहीं रह सकते!”

जब तक आदमी सृजन की कला नहीं जानता तब तक अस्तित्व का अंश नहीं बनता।

अधिक से अधिक भोले, कम ज्ञानी और बच्चों की तरह बनिए. जीवन को मजे के रूप में लीजिये क्योंकि यही वास्तविकता में जीवन है।

आपकी हंसी ही आपको अमीर बनाती है और वह हंसी आनंद देने वाली होनी चाहिए।

मनुष्य खुद ईश्वर तक नहीं पहुंचता है, बल्कि जब वह तैयार होता है तो ईश्वर खुद उसके पास आ जाते हैं।

जिस व्यक्ति से आप प्यार करते हैं उसे बदलने की कोशिश कभी न करें, क्योंकि बदलने की भावना तभी आती है जब आप पूर्णतया प्यार नहीं करते।

कुछ पा लेने की इच्छा से एक प्रेम होता है, वह लोभ है, लिप्सा है और अपने को समर्पित कर देने का एक प्रेम होता है वही भक्ति है। – ओशो

प्यार में दूसरा महत्वपूर्ण है, वासना में तुम महत्वपूर्ण हो।

जब दिल में प्यार और नफरत दोनों ही ना हो तो हर चीज साफ़ और स्पष्ट हो जाती है।

लोग प्यार को अँधा कहते हैं, क्योंकि वो जानते ही नहीं कि प्यार क्या है। मेरी नजर में प्यार की ही आँखें हैं बाकि सब अंधे हैं।– ओशो

वहीं अमेरिका सरकार ने ओशो पर अप्रवास नियमों के उल्लंघन समेत कई आरोप लगाए थे, यही नहीं ओशो को काफी दिनों तक जेल में भी सजा भुगतनी पड़ी थी।

आपका विवाह राजनीतिक शासन करने का छोटा सा रूप है, जिसमे आपके माता व पिता छोटे राजनेता होते हैं।

सच्ची प्रार्थना सिर्फ धन्यवाद देना है, बस एक साधारण सा धन्यवाद पर्याप्त है।

नहीं, मैं अपने लोगों को लाठियां नहीं देना चाहता. मैं उन्हें आँखें देना चाहता हूँ.

“जीवन ठहराव और गति के बीच का संतुलन है।”

कभी भी किसी के जीवन में हस्तक्षेप न करें और किसी को भी अपने जीवन में हस्तक्षेप करने की अनुमति न दें। – ओशो

कोई प्रबुद्ध कैसे बन सकता है? बन सकता है, क्योंकि वो प्रबुद्ध होता है- उसे बस इस तथ्य को पहचानना होता है.||

जीवन ठहराव और गति के बीच का संतुलन है।

ईश्वर से ज्यादा अकेला कोई नहीं।

मैं किसी से बेहतर करूं क्या फर्क पड़ता है, बल्कि मैं किसी का बेहतर करूं इस चीज से फर्क पड़ना चाहिए।

रचनात्मकता अस्तित्व में सबसे बड़ा विद्रोह है। – ओशो

जब दो नासमझ लोग प्यार में पड़ते हैं तो वो एक दूसरे की आज़ादी खत्म कर देते हैं और एक दूसरे को कैद कर लेते हैं।– ओशो के प्रेम पर विचार

अज्ञानी बने रहना अच्छा है, कम से कम अज्ञान तो आपका होता है। ये प्रामाणिक है, यही सच और ईमानदारी है।

एक व्यक्ति जो जीवित है, वह वास्तव में तभी जीवित है, जब वह अज्ञात में चलने  लिए तैयार हो। वहाँ खतरा है लेकिन वह जोखिम उठाएगा। – ओशो

“यदि आप खुद अपनी कंपनी का आनंद नही लेते हो, तो कोई और उस से आनंदित कैसे हो सकता है।”

उस तरह से मत चलिए जिस तरह डर आपको चलाए। उस तरह से चलिए जिस तरह प्रेम आपको चलाए। उस तरह चलिए जिस तरह ख़ुशी आपको चलाए।

आपका पूरा विचार अपने बारे में दूसरे से लिया गया उधार है। यह उन लोगों से उधार लिया गया है, जिन्हें अपने बारे में खुद पता नहीं है।

जेन लोग बुद्ध को इतना प्रेम करते हैं कि वो उनका मज़ाक भी उड़ा सकते हैं. ये अथाह प्रेम कि वजह से है; उनमे डर नहीं है.

जिंदगी में आप जो भी करना चाहते हैं वह जरूर करो, ये मत सोचो की लोग क्या कहेंगे। क्योंकि लोग तो तब भी कुछ कहते हैं, जब आप कुछ नहीं करते थे।

मैं ‘किसी से’ बेहतर करूं क्या फर्क पड़ता है….! मैं ‘किसी का’ बेहतर करूं बहुत फर्क पड़ता है……!!

साहसी होने का मतलब किसी अज्ञात के साथ प्रेम संबंध बनाने के बराबर है।

“उस तरह मत चलिए जिस तरह डर आपको चलाये, उस तरह चलिए जिस तरह प्रेम आप को चलाएं, उस तरह चलिए जिस तरह खुशी आप को चलाएं!”

“आप वो बन जाते हैं जो आप सोचते हैं कि आप हैं!”

“सारी शिक्षा व्यर्थ है, सारे उपदेश व्यर्थ हैं, अगर वो तुम्हें अपने भीतर डूबने की कला नहीं सिखाते।”

प्यार में दूसरा महत्वपूर्ण है, वासना में तुम महत्वपूर्ण हो। – ओशो

अगर आप सच देखना चाहते हैं तो ना सहमती और ना असहमति में राय रखिये.

भय हमेशा भविष्य के लिए होता है। भय कभी वर्तमान में नहीं होता। – ओशो

“कोई विचार नहीं, कोई बात नहीं, कोई विकल्प नहीं – शांत रहो, अपने आप से जुड़ो।”

अगर आपको कुछ बुरा करना है तो ताकत की जरूरत होती है, बल्कि अच्छे काम के लिए तो प्यार ही पर्याप्त है।

जीवन में कोई सूत्र पकड़ कर चलने की आवश्यकता नहीं है, क्यूंकि परिस्थितियाँ रोज बदल जाती हैं।

मूर्ख व्यक्ति ही दूसरों पर हंसते हैं, बुद्धिमान खुद पर हंसते हैं।

किसी चीज की इच्छा और लालसा आपको इस पल से दूर ले जाती है।– ओशो के विचार

जैसे महसूस करोगे आप वैसे ही बनोगे।

अगर आप सच देखना चाहते हैं तो ना सहमती और ना असहमति में राय रखिये।

वहीं वे अपनी खुली विचारधारा को लेकर कई विवादों से भी घिरे रह चुके थे। यहां तक कि उन्हें सेक्स गुरु तक की भी संज्ञा दी गई।

सत्य कुछ बाहरी नही है जिसे खोजा जाना है, ये कुछ अंदरूनी है जिसका एहसास किया जाना है।

“जब आप हंस रहे होते हैं तब आप ईश्वर की इबादत कर रहे होते हैं, लेकिन जब आप किसी को हँसा रहे होते हैं तो ईश्वर आपके लिए इबादत कर रहा होता है।”

जितनी ज़्यादा ग़लतियां हो सकें उतनी ज़्यादा ग़लतियां करो. बस एक बात याद रखना: फिर से वही ग़लती मत करना. और देखना, तुम प्रगति कर रहे होगे.

अज्ञानी बने रहना अच्छा है, कम से कम अज्ञान तो इसमें आपका होता है। ये प्रामाणिक है, यही सच, वास्तविकता और इमानदारी है।

वह मन जो स्थिर है उसके प्रति पूर्ण ब्रम्हाण्ड समर्पित हो जाता है।

“प्रेम एक आध्यात्मिक घटना है, वासना भौतिक। अहंकार मनोवैज्ञानिक है, प्रेम आध्यात्मिक।” – रजनीश ‘ओशो’

“कोई चुनाव मत करिए, जीवन को ऐसे अपनाइए जैसे वो अपनी समग्रता में हैं।” – रजनीश ‘ओशो’

जीवन कोई दुःखद घटना नहीं है, यह एक हास्य है. जीवित रहने का मतलब है हास्य का बोध होना।

जहां ध्यान नहीं, वहां जीवन नहीं। ध्यान को जानो, जीवन को जानो। – ओशो

लाखों लोग तो इस लिए पीड़ित हैं कि वो प्यार तो करना चाहते हैं लेकिन प्यार करना नहीं जानते।– ओशो

मनुष्य केवल संभावित रूप में जन्म लेता है. वह अपने और दूसरों के लिए एक कांटा बन सकता है, वह खुद और दूसरों के लिए एक फूल भी बन सकता है।

वे कहते है, कूदने से पहले दो बार सोचो,मै कहता हूँ पहले कुदो फ़िर जीतना चाहें उतना सोचो।-ओशो

“नरक हमारी रचना है और हम असंभव करने का प्रयास कर नरक बनाते हैं। स्वर्ग हमारी प्रकृति है, यह हमारी सहजता है, यह वह जगह है जहां हम हमेशा होते हैं!”

वास्तविक रहें और एक बड़ा चमत्कार करने का प्रयास करें।

एक आदमी जो 100% समझदार है वह मर चुका है। – ओशो

दो प्रेमी कभी एक दूसरे के लिए आत्मसमर्पण नहीं करते, बल्कि वो प्यार के लिए आत्मसमर्पण करते हैं।

जीवन त्रासदी नहीं है, ये एक हास्य है। जिंदा रहने का मतलब है कि हास्य का बोध होना।

जीवन ठहराव और गति के बीच का संतुलन है.

तारों को देखने के लिए भी अँधेरे कि आवश्यकता होती है।

“आपको शक्ति की जरूरत तब होती है जब कुछ हानिकारक करना होता है। अन्यथा प्रेम पर्याप्त है, करुणा पर्याप्त है।” – रजनीश ‘ओशो’

आदमी बुद्ध उसी क्षण हो जाता है, जब वह उन सभी चीजों को कृतज्ञता के साथ स्वीकार लेता है, जो उसे जीवन देती है। – ओशो

प्रेम तब खुश होता है जब वह कुछ दे पाता है, अहंकार तब खुश होता है जब वह कुछ ले पाता है।

ये दुनिया बढ़ रही है क्योंकि ये अपूर्ण है, पूर्ण होती तो अब तक मर चुकी होती. अपूर्णता है तो विकास है।

स्वतंत्रता जीवन की सुगंध है। यह हवा की तरह है। आप इसे नहीं देख सकते हैं, लेकिन इसे महसूस कर सकते हैं।

“प्रसन्नता सद्भाव की छाया है, वह सद्भाव का पीछा करती है। प्रसन्न रहने का कोई और तरीका नहीं है!”

“बुद्धि कभी भी एक सीमा में रहने से नही बढती, बुद्धि तो प्रयोगों से बढती है। बुद्धि हमेशा चुनौतियों को अपनाने से ही बढती है।” – रजनीश ‘ओशो’

किसी चीज की इच्छा करने से पहले थोड़ा सोच लो। पूरी पूरी संभावना है की आपको फिर कष्ट भी भुगतना है।– ओशो

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