Nature Quotes In Hindi : प्रकृति बहुत सुन्दत है और मेरे पसंदीदा हरे रंग से भरी पड़ी है। प्रकृति के साथ चलोगे तो इतना पाओगे जितना कभी चाहा भी नहीं था।
“प्रकृति सुख और समृद्धि की सत्य भाषा है, प्रकृति ही नकारात्मकता का नाश करती सकारात्मकता है।”
प्रकृति माँ इस साल भले माफ़ कर दें!या अगले साल भी पर अंत में वो आएँगी!!और आपको सजा देंगी!आपको तैयार रहना होगा!!
कश्मीर की वादियां, धान की क्यारियां, बहती हवा और खिलती कलियाँ। ये जन्नत नहीं तो और क्या है
प्रकृति में कुदरत को खोजना ही हमारा कर्तव्य है।
“प्रकृति ही वसुंधरा पर प्रेम को परिभाषित करती है।”
आशा ही एक ऐसी मधुमक्खी है जो बिना फूलों के शहद बनाती है.
तुम्हारी गलतियां एक दिन तुम्हारा काल बनेगी।पेड़ लगाओं और अपनी गलतियों को सुधारों।।
आत्मा की शांति के लिए,प्रकृति ही एक मात्रा जगह है..!!
जो बागीचे में बदसूरत लगेगा वो पहाड़ों पर खूबसूरती बढाता है.
अगर आप प्रकृति को बाधा पहुचाते है!तो प्रकृति आपके जीवन में बाधा डाल देंगी!!
जब मैं यहाँ की प्रकृति से मिला,फिर किसी और से मिलने की चाह ना रही..!!
जिस इंसान ने जीवन में कभी उगता हुआ सूरज नहीं देखा, उसने जीवन में कुछ नहीं देखा
जो ना ढल सके उनके आस्तित्व भी मिट जाएंगे..
मैंने अपनी पूरी ज़िन्दगी वहाँ कांटे निकालने और फूल लगाने का प्रयास किया है, जहाँ वो विचारों और मन में बड़े हो सकें !!
कुदरत को गहराई से देखो,आपको सब कुछ साफ-साफ समझ आएगा !
जो पेड़ बहती नदी के साथ होता है, वह ज्यादा फल देता है।
“प्रकृति उस माँ के समान है, जो खुद पीड़ा में होकर भी अपनी संतान के हितों को सर्वोपरि रखती है।”
जब प्रकृति को कोई काम कराना होता है तो वो किसी प्रतिभा को जन्म दे देती है.
हमारी सबसे अच्छी दोस्त ये प्रकृति है. इसे स्वस्थ रखना है तो वृक्षारोपण करो और इनका ध्यान रखो।
कुदरत ने जो भी बनाया है कुछ मतलब के लिए बनाया है, इंसानों ने उसे भी मतलबी बना दिया।
सभी पेड़ धीरे धीरे अपनी जान गँवा रहे हैं और देखिए
जितना आप प्रकृति के ओर जाएंगे,वो उतना ही आपकी ओर आएगी..!!
“यदि आप प्रेम को महसूस करना चाहते हैं तो जीवन की प्रकृति से निकटता बढ़ाना शुरू करें।”
केवल जीना ही काफी नहीं है, जीवन में स्वतंत्रता, ख़ुशी और प्रकृति का आनंद लेना भी जरूरी है।
“प्रकृति से रु ब रु होने के बाद ही, मुझे खुद से रुबरु होना आया।”
“जब जब धरती पर पाप बढ़ता है यही प्रकृति सबका हिसाब लेती है।”– अज्ञात
प्रकृति बदलती नही वो बदला लेती है,जब इंसान समझता नही,तो उसको समझा देती है !
प्रकृति उपदेश देने से अधिक सिखाती है, शिलाओं पर धर्मोपदेश नहीं लिखें होते, पत्थरों से नैतिकता की बातें निकालने से आसान है चिंगारी निकालना !!
“प्रकृति का संरक्षण करना ही हर प्राणी का पहला कर्तव्य होता है, जीवन में ख्याति की प्राप्ति के लिए प्रकृति की अनदेखी करना उचित नहीं।”
अपनी पहली सांस लेने के पहले के नौ महीने छोड़ दिया जाए तो इंसान अपने काम इतने अच्छे ढंग से नहीं करता जितना कि एक पेड़ करता है .
कुदरत के साथ बिताया गया समय, कभी व्यर्थ नहीं जाता !
“प्रेम का अर्थ होता है पवित्रता का प्रतीक, प्रेम जो प्रकृति का श्रृंगार करता है।”
प्रकृति के नियमों के साथ खिलवाड़ मत करो, क्योंकि जब ये बदला लेगी तो आप इसके वार को सहन नहीं कर पाओगे !!
उलझे से रहते हैं हम,कभी खुद को नहीं ढाल पाएंगे,
यह ठंड हवाएँ और यह प्रकृति का आंगन,कितना सुंदर है यह धरती का आंचल।
“वसंत प्रकृति का कहने का तरीका है, “चलो पार्टी करें!”– रॉबिन विलियम्स
कुदरत का करिश्मा है देखो चारों तरफ हरियाली है, हम इनको हैं काटते और यह करती हमारी रखवाली है !
पेड़ों में और हवा में, प्रकृति की शांति और आनंद को ढूंढो।
कुदरत साथ ना दे तो दुनिया साथ नहीं देती,मेरी अपनी ही परछाई धूप आने के बाद मिली।
“यहाँ प्रकृति की सभी चीजों में कुछ ना कुछ अद्भुत है..!!”
प्रकृति उस माँ के सामान है, जो हमें पाल पोसकर बड़ा करती है।
कुदरत ने जो भी बनाया है किसी वजह से बनाया है, इंसानों ने ये समझना भी ज़रूरी नहीं समझा।
प्रकृति हमारी माँ की तरह की होती है,जो हमें कभी नुकसान नहीं पहुँचाती बल्कि,हमारा पालन पोषण करती है..!!
केटरपिलर जिसे दुनियां का अंत कहता है, मास्टर उसे तितली कहते हैं !!
वहाँ जाओ जहाँ आप अपने आपको,ज्यादा जीवित महसूस करते हो..!!
“प्रकृति के बिना किसी भी प्रकार की उन्नति की कामना करना, मूर्खता होती है।”
कुदरत आपको बेहतर इंसान बनाती है।
प्रकृति को जानिए, आपको हजारों चमत्कार दिखेंगे।
मनुष्य प्रकृति को दूषित नहीं कर रहा, वह अपना घर तबाह कर रहा है।
वहा जाओ जहां आप अच्छा महसूस करते हो।
कुदरत को गहराई से देखो, आपको सब कुछ साफ-साफ समझ आएगा !
आत्मा को सच्चा सुकून बस कुदरत ही दे सकती है।
सड़क को छोड़ो और पगडंडियाँ पकड़ो।
प्रकृति के सौंदर्य के आगेहर एक सौंदर्य, सुंदरता फीकी है..!!
“ये नदियां, ये झरने बड़े ही खूबसूरत हैंकुदरत तेरा बड़ा शुक्रिया।”
चीजों के प्रकाश में सामने आओ, प्रकृति को को अपना शिक्षक बनने दो.
जल जंगल जमीन जीवो को जगत में जिंदा रखते हैं, और यह सब प्रकृति की गोद से उत्पन्न होते हैं !
कुदरत को गहराई से देखो, आपको सब कुछ साफ-साफ समझ आएगा !
“द्वेष की दिशा नहीं, प्रकृति तो प्रेम का प्रत्यक्ष प्रमाण होती है।”
हम मनुष्य द्वारा बनाये गये कानून को तो तोड़ सकते हैं, लेकिन प्रकृति के बनाये नियमों को नहीं !!
“दुनिया वो नहीं जो दिखती है, दुनिया तो प्रकृति के सात रंगों से ही खिलती है..!!”
वो जो मधुमक्खी के छत्ते के लिए सही नहीं होता है, वो मधुमक्खी के लिए भी अच्छा नहीं हो सकता !!
पानी की याददाश्त सबसे अच्छी होती है, वह हमेशा वहाँ जाने का प्रयास करता है, जहाँ वो पहले था !!
प्रकृति ही है जो इस जीवन में स्वार्थहीन है,वरना मनुष्य तो अपने स्वार्थ के लिए अपनों तक को नहीं छोड़ता।
धरती के दिल में एक आस जगी है!प्यार की तभी बरसात हुई है!!तपन से धरती को राहत मिली है!जब अंबर से बूंद मिट्टी में मिली है!!
प्रकृति का करो सम्मान,ये है हम सब की जान..!!
पतझड़ हुए बिना पेड़ों पर नए पत्ते नहीं आते,कठिनाई और संघर्ष सहे बिना अच्छे दिन नहीं आते।
दुनिया वो नहीं जो दिखती है,दुनिया तो वो है जो प्रकृति की देन है,जिसे हम महसूस करते है,और प्रकृति की सुंदरता सात रंगों से ही खिलती है।
प्रकृति भी शुरुआत करती है!एक नया आगाज करती है!!पनपते कोमल पत्तों से एक नए वृक्ष!का हुंकार भरती है!!
“उलझे से रहते हैं हम, कभी खुद को नहीं ढाल पाएंगे।”
“अगर प्रकृति का अध्ययन करें, प्रकृति से प्रेम करें, #प्रकृति के निकट रहें. यह आपको कभी हताश नहीं करेगी।”– फ़्रैंक लॉएड राइट
हमारा लक्ष्य होना चाहिए, अपने दिल की धड़कन को,ब्रह्माण्ड की धड़कन से मिलाना और अपने स्वभाव को प्रकृति से मिलाना !