Motivational Guru Nanak Quotes In Hindi : ~ सिर्फ वही शब्द बोलने चाहिए जो शब्द हमें सम्मान दिलाते हैं। ~ न कोई हिन्दू है न मुसलमान है, सभी मनुष्य हैं, सभी समान हैं।
~ दुनिया एक नाटक है, जो एक सपने मे मंचित है।
लगातार कोशिश करने वालो के लिए कुछ भी असम्भव नहीं होता।
हमारी लाइफ कठिनाईयों से भरी हुई है, जिसे स्वयं पर विश्वास होता है, जीत उसी की होती है।
जिन्होंने प्रेम किया है वे वो हैं जिन्होंने प्रेम को ढूंढ लिया है।
सत्य को जानना हर एक चीज से बड़ा है। उससे भी बड़ा है सच्चाई से जीना।
ईश्वर की हज़ारों आँखें हैं और फिर भी एक भी आँख नहीं। ईश्वर के हज़ारों रूप हैं और फिर भी निराकार हैं।
तुम्हारी कृपा ही मेरा सामजिक स्तर है।
एक योगी को किस बात का भय? पेड़, पौधे, और जो कुछ भी अन्दर और भाहर है वह खुद ही है.
~ धन–धान्य से परिपूर्ण राज्यों के राजाओं की तुलना उस एक चींटी से नही की जा सकती जिसका हृदय ईश्वर भक्ति से भरा हुआ है।
व्यक्ति अपना जीवन सोने और खाने में गवां देता है और उसका महत्वपूर्ण जीवन बर्बाद हो जाता है।
ईश्वर की सीमाएं और हदे संपूर्ण मानव जाति की सोच से परे है।
ईश्वर के सामने खुशी के गीत गाओ, ईश्वर के नाम पर सजदा करो, और ईश्वर के दासों के दास बन जाओ।
उसकी चमक से सबकुछ प्रकाशमान है।
~ कोई भी ईश्वर की सीमाओं और हदों को नहीं जान पाया है।
बंधुओं हम मौत को बुरा नहीं कहते,यदि हम जानते कि वास्तव में मरा कैसे जाता है।
जिसके लिए पूरा विश्व भी कम पड़ गया। उसके लिए आज सिर्फ एक कब्र ही काफी है।
मैं न तो एक बच्चा हूँ, न ही जवान आदमी और ना ही कोई बुढा और ना ही मैं किसी जाति का हूँ।
संसार में किसी भी इंसान को भ्रम में नही रहना चाहिए, क्योंकि बिना गुरु के कोई भी इंसान सफल नही हो पाया है।
वक्त हाथ से निकल रहा है, कब तक खुद को धोखा देते रहोगे, अभी भी समय है अतः अपना असली मकसद पहचानो।
बिना गुरु के कुछ भी काम अधूरा होता हैं।
ईश्वर वह है जिसकी चमक से यह सारा संसार रोशन है।
उथले ज्ञान की वज़ह से मस्तिष्क भी उथला बन जाता है, और फिर व्यक्ति मिठाई के साथ साथ मक्खी भी निगल जाता है।
जिसे खुद में भरोसा नहीं है। उसे कभी ईश्वर में भरोसा नहीं हो सकता।
ओछी बुद्धि से, चित्त ओछा हो जाता है,और व्यक्ति मिठाई के साथ मक्खी भी खाता है।
~ शांति से अपने ही घर में खुद का विचार करें तब आपको मृत्यु का दूत छू भी नहीं पायेगा।
ईश्वर वह है जिसकी चमक से सारा जहाँ रोशन है।
“कभी भी, किसी का हक, नहीं छीनना चाहिए.”
इस जग की माया ने मुझको है घेरा,ऐसी कृपा करो गुरु नाम न भूलूं तेरा,चारों और मेरे दुखों का है अँधेरा छाए,बिन नाम तेरे मेरा इक पल भी ना जाये।
प्रभु के लिए खुशियों के गीत गाओ, प्रभु के नाम की सेवा करों और उसके सेवको के सेवक बन जाओ।
तेरी हजारों आँखें हैं और फिर भी एक आंख भी नहीं,तेरे हज़ारों रूप हैं फिर भी एक रूप भी नहीं।
भगवान एक है, लेकिन उसके कई रूप हैं. वो सभी का निर्माणकर्ता है और वो खुद मनुष्य का रूप लेता है.
धन-समृद्धि से युक्त बड़े बड़े राज्यों के राजा-महाराजों की तुलना भी उस चींटी से नहीं की जा सकती है जिसमे में ईश्वर का प्रेम भरा हो.
धन सम्पदा से परिपूर्ण प्रभुत्व वाले लोगों की तुलना में वह छोटी सी चींटी महान है जिसके मन में ईश्वर का निवास है।
इस दुनिया में जब तुम खुशियाँ मांगते हो दर्द सामने आ जाता है.
कोई उसे तर्क द्वारा नहीं समझ सकता, भले वो युगों तक तर्क करता रहे. ~ श्री गुरु नानक देव
“सिर्फ और सिर्फ वही बोले जो शब्द आपको सम्मानित करते हैं.”
कोई उसे तर्क द्वारा नहीं समझ सकता, भले वो युगों तक तर्क करता रहे.
इस संसार मे किसी भी व्यक्ति को भ्रम में नहीं रहना चाहिए। एक गुरु के बिना कोई भी व्यक्ति सागर पार करके दूसरे छोर तक नहीं पहुंच सकता है।
अहंकार मानवता का अंत करता है,अंहकार कभी नहीं करना चाहिए,बल्कि हृदय में सेवा का भाव रखना चाहिए।
उसकी चमक से सबकुछ प्रकाशमान है।
संसार को जीतने से पहले खुद अपने विकारों पर विजय पाना अत्यावश्यक है।
हमको चिंता से दूर रहकर अपने कर्म करते रहना चाहिए।
अपनी मेहनत की कमाई से जरूरतमंद की भलाई भी करनी चाहिए।
जब शरीर गंदा होता है तब पानी से उसे साफ किया जाता है, ऐसे ही हमारा मन गंदा होने पर उसे ईश्वर के जाप और प्रेम द्वारा ही साफ किया जा सकता है।
व्यक्ति को सिर्फ वहीं बातें बोलनी चाहिए जिससे उसे सम्मान प्राप्त हो सके।
नानक, पूरी दुनिया संकट में है. वह जो उसके नाम में यकीन करता है, विजयी हो जाता है.
वह व्यक्ति जिसे खुद पर विश्वास नहीं है, उसे कभी भी ईश्वर पर विश्वास नहीं हो सकता है।
मैं लगातार उसके चरणों को नमन करता हूँ, और उससे प्रार्थना करता हूं. गुरु, सच्चे गुरु ने मुझे रास्ता दिखाया है।
ज्यों कर सूरज निकल्या,तारे छुपे हनेर प्लोवा,मिटी ढूंढ जग चानन होवा,काल तान गुरु नानक आइया।
ईश्वर को पाने वाले वो ही लोग होते है जिन्होंने प्रेम किया है।
सच्चे प्यार का सुखद अंत असंभव है क्योंकि सच्ची प्रीत अंतहीन होती है।
अपने खुद के घर मे शांति से ध्यान मग्न रहना चाहिए, ऐसा करने से मृत्यु के दूत कभी तुम्हें छू भी नही पाएंगे।
कोई भी ईश्वर की सीमाओं और हदों को नहीं जान पाया है।
मैं न तो एक बच्चा हूँ,न ही जवान आदमी और ना ही कोई बुढा,और ना मैं किसी जाति का हूँ।
कोई भी ईश्वर की सीमाओं और हदों को नहीं जान पाया है।
वे लोग जिनके पास प्यार है,वे उन लोगो में से है जिन्होंने भगवान को ढूंढ लिया।
सभी मनुष्य एक ही हैं न कोई हिन्दू और न कोई मुसलमान। सभी एक समान हैं।
ईश्वर एक है।
ना मैं एक बच्चा हूँ,ना एक नवयुवक,ना ही मैं पौराणिक हूँ,ना ही किसी जाति का हूँ।
मैं लगातार उसके चरणों को नमन करता हूँ,और उससे प्रार्थना करता हूं,गुरु, सच्चे गुरु ने मुझे रास्ता दिखाया है।
यह दुनिया एक नाटक है, जो एक सपने में पूरी तरह से मंचित है।
कोई भी ईश्वर की सीमाओं,और हदों को नहीं जान पाया है।
अपने अस्तित्व के निवास में शांति से रहो, और मृत्यु दूत तुम्हे छू भी नहीं पायेंगे.
~ भले ही उसे विभिन्न नामों से पुकारते हैं परंतु वास्तव में ईश्वर एक है।
बिना गुरु के कुछ भी काम अधूरा होता हैं।
केवल वही वाणी बोलों जो,आपको सम्मान दिलाये।
~ ईश्वर की चमक से सब कुछ प्रकाशमान है।
नानक नाम जहाज है,जो जपे वो उतरे पार,मेरा सद्गुरु करता मुझको प्यार,वही तो है मेरा खेवनहार।
बच्चों का जन्म, उन जन्मे बच्चों का पालन पोषण और पुरुष का दैनिक जीवन, इन सब बातों का प्रमुख कारण प्रत्यक्ष रूप से स्त्रियां हैं।
तनाव मुक्त रहकर अपने कर्म को निरंतर करते रहना चाहिए और हमेशा खुश रहना चाहिए।
हर आने वाला प्रकाश सूरज नही है।
मेरा जन्म नहीं हुआ है; भला मेरा जन्म या मृत्यु कैसे हो सकती है.