Mahadev Quotes In Hindi : ना गिन के दिया ना तोल के दिया”,“मेरे महाकाल ने जिसे भी दिया दिल खोल के दिया” ना पूछो मुझसे मेरी पहचान, मैं तो भस्मधारी हूँ |भस्म से होता जिनका श्रृंगार , मैं उस महाकाल का पुजारी हूँ
जिनके रोम -रोम में शिव हैंवहीं विष पिया करते हैंजमाना उन्हें क्या जलायेंगाजो श्रृंगार ही अंगार से करते हैं !!
“दुनिया की हर मोहब्बत,मैंने स्वार्थ से भरी पाई है,प्यार की खुशबू तो सिर्फ,मेरे महादेव के चरणों से आई है”
“शमशान की राख देख मन में एक ख्याल आयासिर्फ राख होने के लिए हर इंसानlife में कितनी बार जलता है !!”
“भले ही मूर्ति बन कर बैठा है पर मेरे साथ खड़ा है,जब भी संकट आए मुझ पर मेरा ‘महाकाल’ मेरे साथ खड़ा है॥ हर हर महादेव”
मोहब्बत में खो जाने की बजाय,महादेव की भक्ति में खो जाऊं।
महादेव कहते हैं !!पल में अमीर हैं पल में फ़कीर हैं !!अच्छे करम कर ले नादान हैं !!यह तो बस तकदीर हैं !!
शव हूँ मैं भी शिव बिना !!शव में शिव का वास !!शिव मेरे आराध्य हैं !!मैं हूँ शिव का दास
तू ही पर्वत तू ही कंकर, तू ही शांत तू ही भयंकर, रण में रूद्र घरों में शंकर।
“कैसे कह दु की मेरी,हर प्रार्थना बेअसर हो गई,मै जब जब भी रोया,मेरे भोलेनाथ को मेरी खबर हो गई॥ – हर हर महादेव”
माथे पर तिलक, दिल में मूरत,होठों पर उसका ही तो नाम है,महाकाल की भक्ति ही मेरा सबसे पहला काम है।जय महाकाल
“सोच समझ के तकलीफ देना,किसी महादेव के भक्त को,क्योकि उनका हिसाब महादेव करते है॥ – हर हर महादेव”
गांजे मे गंगा बसी,चीलम में चार धाम !!कंकर मे शंकर बसे,और जग में महाकाल !!
“ना किसी के अभाव में जीते हैं,ना किसी के प्रभाव में जीते हैं,हम भक्त हैं महादेव के,सिर्फ उनके नाम से जीते हैं॥ – ॐ नमः शिवाय”
“सूरज की किरणों ने खिड़की खोल दी,हमने तो सुबह उठते ही महाकाल की जय बोल दी।”
महादेव आपके क़दमों की में धूल हूँ आपके होने से ही में मशहूर हूँ। हर हर महादेव।
“ना जाने किस भेष में आकर , काम मेरा कर जाता है, में जो भी मांगू मेरा महादेव , वो मुझको चुपके से दे जाता है..!!”
जैसे हैं खुश हैं अपने हाल पर हैं !!अब भरोसा सिर्फ महाकाल पर हैं !!
कितना भी लिखू महादेव शब्द कम है,सत्य तो यह है महादेव आप है तो हम है।हर हर महादेव
मौत की गोद में सो रहे हैं धुंए में हम खो रहे है महाकाल की भक्ति है सबसे ऊपर शिव शिव जपते जाग रहे है, सो रहे हैं.
केसा रिश्ता है तुमसे मेरा क्यों ना मुझे बताते हो सब अपने है कहने को पर मुश्किल घडी में याद तुम्हें क्यों आते हो। हर हर महादेव।।
“तू ही पर्वत तू ही कंकर,तू ही शांत तू ही भयंकर,रण में रूद्र घरों में ‘शंकर’॥ – ॐ नमः शिवाय”
पहचान बताना हमारी आदत नही लोग चेहरा देख के ही बोल देते है ये तो महाकाल के भक्त है जय श्री महाकाल.
शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ। अंत काल को भवसागर में उसका बेड़ा पार हुआ।
तिलकधारी सब पे भारी, जय श्री महाकाल पहचान हमारी जय श्री महाकाल
सीढ़ी सीढ़ी चढ़ चढ़ के आया तेरे द्वार,डमरूवाले बाबा कर दो मेरा उद्धार !
रिहाई की रिश्वत देते है लोग,मै उम्र कैद होने की दूँगी,कीमत बताओ आप महादेव।
मुझे मेरी हाथों की लकीरों पर नहीं, बल्कि हाथ की लकीरों को बनाने वाले महादेव पर भरोसा है।
हम दुनिया से अलग नहीं, हमारी दुनिया ही अलग है..!! जय श्री महादेव
यह कैसी घटा छाई हैं !!हवा में नई सुर्खी आई है !!फ़ैली है जो सुगंध हवा में !!जरुर महादेव ने चिलम लगाई है !!
कोई कहे शिव शंभु और शंकर कोई कहे कैलाशपति !!कोई कहे भूतनाथ मैं तो कहु सबकी सुनो बाबा भोलेनाथ !!
वही शून्य है, वही इकाई, जिसके भीतर बसा शिवाय।
घनघोर अँधेरा ओढ़ के, मैं जन जीवन से दूर हूँ|श्मशान में हूँ नाचता,मैं मृत्यु का ग़ुरूर हूँ|
तू ही पर्वत तू ही कंकर,तू ही शांत तू ही भयंकर,रण में रूद्र घरों में शंकर।हर हर महादेव
“कैसे कह दु की मेरी,हर प्रार्थना बेअसर हो गई,मै जब जब भी रोया,मेरे भोलेनाथ को मेरी खबर हो गई॥ ॐ नमः शिवाय”
मोहोब्बत का तो पता नही पर, दिल लगी सिर्फ महाँकाल से है. जय श्री महाँकाल. Mohabbat ka to pata nahi par dil lagi sirf mahakal se hai, jay shree mahakal.
ना जाने किस भेष में आकर काम मेरा कर जाता है,मैं जो भी माँगू मेरा महादेव वो मुझको चुपके से दे जाता है।हर हर महादेव
ना जीने की खुशी ना मौत का गम !!जब तक है दम महादेव के भक्त रहेंगे हम !!
काल का भी उस पर क्या आघात हो, जिस बंदे पर महाकाल का हाथ हो !!
हवाओं में गजब का नशा छा गया !!लगता है महादेव का त्यौहार आने वाला है !!
कर्ता करे न कर सकै,शिव करै सो होय।तीन लोक नौ खंड में,महाकाल से बड़ा न कोय…
महाकाल कि महफील में बैठा किजिए साहब बादशाहत का अंदाज़ खुद ब खुद आ जायेगा।
“अगर मुस्कुराहट के लिए,महादेव का शुक्रिया नहीं किया,तो आँखों मे आए आँसू के लिए,शिकायत का हक कैसा॥ – हर हर भोले”
है कृपा जिनकी मेरे ऊपर तेवर भी उन्ही का वरदान है 🙏आनंद से जीना सिखाया जिसने महाँकाल उन्ही का नाम हैं
कण कण में भोलेनाथ आपका ही वास है, हर भक्त के लिए आप और, हर भक्त आपके लिए खास है ! जय भोले बाबा !
काल का भी उस पर क्या आघात हो !!जिस बंदे पर महाकाल का हाथ हो !!
भोलेनाथ, मेरे जिगरी यारों को खुश रखियो !!
तू ही दुनिया मेरी तू ही है सारा संसारसाथ तेरा चाहिए हमेशा ऐ मेरे पालनहार..!!
“कोई सस्ता सा इलाज हो तो बतानाएक गरीब को इश्क हुआ है मँहगाई के इस दौर में !”
जहाँ राख भी रख दो तो पारस बन जाता हैं !!ऐसे ही नहीं कोई शहर बनारस बन जाता हैं !!
महादेव लगे है इलज़ाम दिलपर जो मुझे रुलाते है जो मेने कभी किया ही नहीं उस के लिए सब मुझे क्यों सताते है.
“कश्तियाँ सब की वो किनारे पहोंचाता हैं,जिसका कोई नहीं होता उसका वो बन जाता है॥ – हर हर भोले”
“मन का झुकना बहुत ज़रूरी हैमात्र सर झुकाने से ‘महाकाल’ नहीं मिलते॥ – हर हर महादेव”
ना हूनर मेरे पास है ना किस्मत मेरे पास है,रहती हूँ बेफिक्र मेरे महादेव मेरे साथ है।
कोई ऐसी सेवा सौंप मुझे महाकालजिसको में निभा सकूँ,हर मोड़ पर मिले तूऔर में सिर झुका सकूँ
महादेव की कृपा से ही हमअपने दुखों को सुख में बदल सकते हैंऔर अपने लक्ष्यों की प्राप्ति कर सकते हैं।
लोग कहते है क्या मिलता है,तुम्हे उज्जैन जाने से मैंने बोला,हमे जिन्दा होने का एहसास होता है,महाकाल की चौखट चूम आने से।
“हमको भी मिलेगा वह वक्त नसीब से हम भी देखेंगे भोलेनाथ को करीब से..!!”
तुझे पिता कहूँ, आराध्य कहूँ या गुरु मेरे महादेव, पालने वाला भी तू, संभालने वाला भी तू और गुरु बनकर सिखाने वाला भी तू। हर हर महादेव
होकर पूरी दुनियां से देख बेगाने आये हैं, बाबा तेरे दर पे देख तेरे दीवाने आएं हैं। हर हर महादेव
ना पूछो मुझसे मेरी पहचान, में तो भस्मधारी हूँ, भस्म से होता जिनका श्रृंगार, मैं उस भोले बाबा का पुजारी हूँ। हर हर महादेव
शिव खोजने से नहीं मिलते, उनमे खो जाने से मिलते हैं। जय भोलेनाथ
माया को चाहने वाला बिखर जाता है और महादेव को चाहने वाला निखर जाता है। हर-हर महाकाल!!!
तू ही पर्वत तू ही कंकर, तू ही शांत तू ही भयंकर, रण में रूद्र घरों में ‘शंकर। ॐ नमः शिवाय
जो अमृत पीते हैं उन्हें देव कहते हैं, और जो विष पीते हैं उन्हें देवों के देव “महादेव” कहते हैं। जय महाकाल
दिल खुशी से मचल जाता है, जब महादेव का सोमवार आता है। हर हर महादेव
मुझे अब किसी का साथ नहीं चाहिए, बस अपने सर पर भोलेनाथ का हाथ चाहिए। जय महाकाल
नीम का पेड कोई चन्दन से कम नही, उज्जैन नगरी भी कोई लन्दन से कम नही, जहाँ बरस रहा है मेरे महाकाल का प्यार,वो दरबार भी कोई जन्नत से कम नही। हर हर महादेव
किसी ने मुझ से कहा, इतने खूबसूरत नहीं हो! मैंने कहा महाकाल के भक्त खूंखार ही अच्छे लगते हैं। जय भोलेनाथ
भटक भटक के मैं जग हारा, संकट में दिया ना किसी ने साथ। सुलझ गई हर एक समस्या, महादेव ने जब पकड़ा हाथ। जय भोलेनाथ
दुनियां की हर मोहब्बत मैंने स्वार्थ से भरी पायी है, प्यार की खुशबू मैंने सिर्फ मेरे महादेव के चरणों में ही पायी है। जय महाकाल
जो समय की चाल है, अपने भक्तों की ढाल है, जो पल में बदल दे सृष्टि को वो ही तो महाकाल हैं। हर हर महादेव
शिव सृजन है और विनाश भी, शिव मंदिर है और शमशान भी, शिव आदि है और अनंत भी। ॐ नमः शिवाय