Krishna Quotes In Hindi For Love : “तेरी मोहब्बत में रचा हूँ मैं सज़ा हूँ, तू हमेशा मेरे दिल की दुआ है।” “तू आकाश की तारों से भी उच्च है, जब तक तू है मेरे पास रहना चाहता हूँ मैं।”
राधा ने किसी और की तरफ देखा हीं नहीं,जब से वो कृष्ण के प्यार में खो गई,कान्हा के प्यार में पड़कर,वो खुद प्यार की परिभाषा हो गई।
प्यार मे कितनी बाधा देखी, फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी !
जो मनुष्य, मनुष्य से प्रेम नहीं कर सकता, वह परमात्मा से कभी प्रेम नहीं कर सकता।
जहाँ आपकी कोई कीमत नही है, वहाँ पर रुकना अनुचित है, चाहे वो किसी का घर हो या किसी का दिल।
वो दिन कभी न आए,हद से ज्यादा गरूर हो जाये,बस इतना झुका कर रखना“मेरे कन्हैया”की हर दिल दुआ देने को मजबूर हो जाये.
कृष्ण ने राधा से पूछा ऐसी एक जगह बताओ,जहाँ में नहीं हूँराधा ने मुस्कुरा के कहा,बस मेरे नसीब में।
राधा-कृष्णा ही प्रेम की सबसे अच्छी परिभाषा है,बिना कहे जो समझ में आ जाए, प्रेम ऐसी भाषा है.🌺🌺
“तेरी मोहब्बत का एहसास है जीने का सबसे बड़ा कारण, तू ही मेरी ज़िंदगी की जड़ है और कारण।”
वो एक रिश्ताजो सदियों से अधूरा हैकिंतु मुकम्मल है…!“राधे कृष्णा “🌺🌺
राधा कहती है दुनियावालों सेतुम्हारे और मेरे प्यार में बस इतना अंतर हैप्यार में पड़कर तुमने अपना सबकुछ खो दियाऔर मैंने खुद को खोकर सबकुछ पा लिया
श्री कृष्ण ने कहा है,अगर तुम्हें किसी ने दुखी किया हैतो बुरा मत मानना,लोग उसी पेड़ पर पत्थर मारते हैजिस पेड़ पर ज्यादा मीठे फल होते है।
कर भरोसा राधे नाम काधोखा कभी न खायेगा….हर मौके पर कृष्णतेरे घर सबसे पहले आयेगाजय श्री राधेकृष्ण…
प्रेमी का सबसे बड़ा सहारा उसका प्रेम ही होता है।
हमारा जीवन केवल हमारे कर्मों के बल पर ही चलता है, जैसे हमारे कर्म होंगे, हमारा जीवन भी वैसा ही बनता जाता है।
“राधा” के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं,कान्हा से पहले लोग लेते “राधा” का नाम हैं.
सांवरे तेरी मोहब्बत को, नया अंजाम देने की तैयारी हैंकल तक मीरा दीवानी थी, आज मेरी बारी हैं
श्याम की बंसी जब भी बजी है, राधा के मन में प्रीत जगी है !!
“तू जब मेरे साथ है, तो हर दिन पे चमकती है धरती।”
प्रहलाद जैसा विश्वास हो, भीलनी जैसी आस हो द्रोपदी जैसी पुकार हो, मीरा जैसा इंतजार हो तो कृष्ण को आना ही पड़ता है।।
जब तुम्हे खुशियाँ मिलने लगेतब उसे न भूलना जिसने तुम्हे ये खुशियाँ दी🌺🌺
सखी राधा जहां जहां श्री कृष्ण वहां वहां हैंजो हृदय में बस जाएं वो बिछड़ता कहां है।।🌺🌺
कृष्ण की प्रेम बाँसुरिया सुन भईवो प्रेम दिवानी…जब-जब कान्हा मुरली बजाएँदौड़ी आये राधा रानी…!!
प्रेम में स्वतंत्रता दी जाती है, अधिकार नहीं पाया जाता।
जो मन को नियंत्रित नहीं करते उनके लिए वह शत्रु के समान कार्य करता हैं।।
अहंकार तब उत्पन्न होता है,जब हम भूल जाते हैकि प्रसंशा हमारी नही हमारे गुणों की हो रही है…
परिवर्तन इस संसार का नियम है,कल जो किसी और का था,आज वो तुम्हारा हैं,एवं कल वो किसी और का होगा।
सुनो कान्हा, जिस पल कोई आस न हो, उस पल भी तुझसे आस बाकि हो ! मुझमे तेरी एक साँस बाकि हो !
चारों तरफ फैल रही हैं, इनके प्यार की खुशबू थोड़ी-थोड़ी कितनी प्यारी लग रही हैं, साँवरे-गोरी की यह जोड़ी।।
हे कान्हा समझ नहीं आता कीतुम मुझे दर्द दे रहे हो या ख़ुशीतुम्हे याद करते ही तेरी आँखों में आंसूआ जाते है और होटों पर मुस्कान🌺🌺
हे बांके बिहारीनही रही कोई और हसरत इक तेरे दिदार के सिवागौ़रतलब ये है मेरे नूर-ऐ-हरिअब हर तमन्ना ने मुझसे किनारा कर लियाराधे राधे जय श्री कृष्णा.
सृष्टि में एक प्रेम ही है, जो लाख प्रयत्न करो खत्म करने का, लेकिन वो बढ़ता ही जाता है।
“जीवन ना तो भविष्य में है और ना ही अतीत में,जीवन तो बस इस पल में है , केवल इस पल में।”
विवाह के बाद भी अगर प्रेम मे हो तुम, तो आप प्रेमी नहीं राधा कृष्ण हो तुम !
प्रेम तो आखिर प्रेम है, आज नहीं तो कल जरूर होगा।
मुश्किल वक़्त हमारे लिए आइनें कि तरहहोता है, जो हमारी क्षमताओं कासही आभास हमें कराता है।
इंशान के परिचय की शुरुवात भले हीउसके चेहरे से होती होगी लेकिन उसकीसम्पूर्ण पहचान तो वाणी से होती हैं
काश बिहारी जी आप आते वोट डालने के बहाने, स्याही लगाने के बहाने हाथ पर हमारा दिल रख देते।।
कभी भी स्वयं पर घमंड मत करना,पत्थर भी भारी होकर पानी में अपना वजूद खो देता है।
अच्छी किस्मत के लोग थोडा भी बुरा होने पर भगवान को कोसते है, और बुरी किस्मत के लोग थोडा भी अच्छा होने भगवान का स्मरण और धन्यवाद करते हैं।
राधे राधे बोल,श्याम भागे चले आएंगे,एक बार आ गएतो कबू नहीं जायेंगे.
“मन से ज्यादा उपजाऊ जगह कोई नहीं है,क्योंकि वहां जो भी कुछ बोला जाएगा,बढ़ता जरूर है चाहे फिर वह “विचार” हो, “नफरत” हो या फिर “प्यार” हो”
सदैव सदेह करने वाले व्यक्ति केलिए प्रसन्नता ना इस लोक में है,ना ही कहीं और है ।
एक तरफ साँवले कृष्ण, दूसरी तरफ राधिका गोरीजैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद-चकोरी.
“जब से मेरे जीवन में तू आया है, सब कुछ किस्मत से भी बदल गया है।”
सांवरे तेरी मोहब्बत को,नया अंजाम देने की तैयारी हैं।कल तक मीरा दीवानी थी,आज मेरी बारी हैं।
शादी करने के बाद किसी और से प्रेम करना गलत है। तो प्रेम होने के बाद किसी और से शादी करना भी गलत है।
सत्य मान जो राम था, जो कृष्ण था वह ही इस शरीर में रामकृष्ण हैं..!
“तू आकाश की तारों से भी उच्च है, जब तक तू है मेरे पास रहना चाहता हूँ मैं।”
जिस व्यक्ति को आपकी कदर नहीं,उसके साथ खड़े रहने से अच्छा आप अकेले रहें.
जब वे अपने कार्य में आनंद खोज लेते हैं, तब वे पूर्णता प्राप्त करते हैं।।
कितने सुंदर नैन तेरे ओ राधा प्यारी, इन नैनों में खो गये मेरे बांकेबिहारी !
रंग बदलती दूनियाँ देखी देखा जग व्यवहार,दिल टूटा तब मन को भाया ठाकुर तेरा दरबार राधे राधे
प्रेम का अर्थ विवाह करना नहीं होताबल्कि पूरी निष्ठा के साथ समर्पण करना होता है !
जो दूसरों की तकलीफों को समझते हैं, जिनमें दया है, दिल से अच्छे हैं, उन्हें दोबारा जन्म लेना नहीं पड़ता।।
“मैं तेरी प्रेम भक्ति में डूबकर तो देखूं, कौन कहता है कि तेरा मुझसे रिश्ता नहीं हो पाए।”
“मनुष्य अपने सच्चे हृदय से जो दान दे सकता है वह अपने हाथों से नहीं दे सकताऔर मौन रहकर हम जो कह सकते हैं वह हम अपने शब्दों से नहीं कह सकते।”
मुझे रिश्तों की लम्बी कतारों से क्या मतलब कोई दिल से हो मेरा, तो एक कृष्ण ही काफ़ी हैं।।
यदि आप किसी के साथ मित्रता नहीं कर सकते हैं,तो उसके साथ शत्रुता भी नहीं करना चाहिए।
कर्म का धर्म से अधिक महत्व हैक्योंकि धर्म करके भगवान से माँगना पड़ता हैपर कर्म करने पर भगवान स्वयं फल देता है।
“तेरे प्यार का रंग मेरे जीवन को भर देता है, तुझे पाने की चाहत मेरे मन को तरबार देता है।”
हे कान्हा फर्क बस इतना ही हैहम दोनों की तन्हाई मेंतुम्हारे पास तो फिर भी तुम होमेरे पास तो में भी नहीं हूँ।
जिसे तुम अपना समझ कर मग्न हो, रहे हो बस यही प्रसन्नता तुम्हारे दुखो का कारण हैं।
“जीवन में आधे दुख इस कारण जन्म लेते हैं,क्योंकि हमारी ‘आशाएं’ बड़ी होती है,इन आशाओं का ‘त्याग’ करके देखो,जीवन में ‘सुख’ ही ‘सुख’ है॥”
श्याम की बंसी जब भी बजी है,राधा के मन में प्रीत जगी है…
जो हुआ, वह अच्छा हुआ। जो हो रहा हैवह अच्छा हो रहा है।जो होगा,वह भी अच्छा ही होगा।तुम भूत का पश्चाताप न करो,भविष्य की चिंता न करो,वर्तमान चल रहा है।
राधा ने श्री कृष्णा से पूछा प्यार का असलीमतलब क्या होता है…श्री कृष्णा ने हंस कर कहा जहाँ मतलब होता हैवहां प्यार ही कहाँ होता है…!!
रिश्तो में नियमित दूरियां रिश्तो को जोड़ती हैऔर अनियमित दूरियां रिश्तो को तोड़ती है..!
दिव्याता केवल शक्तिशाली होने में नहीं, बल्कि वास्तविक दिव्याता दूसरों में शक्ति जाग्रत करने में है।।
मेरे भी कई जन्म हो चुके हैंतुम्हारे भी कई जन्म हो चुके हैं,ना तो यह मेरा आखिरी जन्म है,और ना यह तुम्हारा आखिरी जन्म है।
यदि प्रेम का मतलब सिर्फ पा लेना होता, तो हर हृदय में राधा-कृष्ण का नाम नही होता !
जिस पर राधा को मान है, जिस पर राधा को गुमान है, यह वही कृष्ण है जो राधा के दिल हर जगह विराजमान है।
राधा-राधा जपने से हो जाएगा तेरा उद्धार, क्योंकि यही वही वो नाम हैं जिससे कृष्ण को हैं प्यार।।