Krishna Quotes In Hindi For Love : “तेरी मोहब्बत में रचा हूँ मैं सज़ा हूँ, तू हमेशा मेरे दिल की दुआ है।” “तू आकाश की तारों से भी उच्च है, जब तक तू है मेरे पास रहना चाहता हूँ मैं।”
लोग आपके अपमान के बारे में हमेशा बात करेंगे, सम्मानित व्यक्ति के लिए, अपमान मृत्यु से भी बदतर है।।
न रास्तों ने साथ दिया, न मंजिल ने इंतज़ार किया में क्या लिखूं अपनी ज़िन्दगी पर मेरे साथ तो उम्मीदों ने भी मजाक किया।
कभी-कभी उनसे भी दूर होना पड़ता है, जिनके साथ हम पूरी जिंदगी गुजारना चाहते है।
श्री कृष्ण जी कहते हैं,जिस व्यक्ति को आपकी क़द्र नही,उसके साथ खड़े रहने से अच्छा हैं, आप अकेले रहे।
जय श्रीराधे राधे !श्रीकृष्ण ज़िनका नाम है , गोकुल ज़िनका धाम है !ऐसे श्रीकृष्ण को मेरा , बारम्बार प्रणाम है !
आत्म-ज्ञान की तलवार से काटकर अपने ह्रदय से अज्ञान के संदेह को अलग कर दो. अनुशाषित रहो। उठो।।
मन अशांत हो तो उसे नियंत्रित करना कठिन हैं, लेकिन अभ्यास से इसे वश में किया जा सकता हैं।।
तेरे दीदार के काबिल कहाँ मेरी नजर हैं, वो तो तेरी रहमत हैं, जो तेरा रुख इधर हैं।।
“मुश्किलें केवल बेहतरीन लोगों के हिस्से में आती है,क्योंकि वही लोग उसे बेहतरीन तरीके से अंजाम देने की ताकत रखते हैं”
जब वे अपने कार्य में आनंद खोज लेते हैं, तब वे पूर्णता प्राप्त करते हैं।।
बड़ी बरकत है कान्हा तेरे इश्क़ में,जब से हुआ है कोई दूसरा दर्द ही नहीं होता !
जो आपको कहना है और आप कह नहीं पाते, उसी को सरल भाषा में प्रेम कहते है।
मटकी तोड़े, माखन खाए फिर भी सबके मन को भाये,राधा के वो प्यारे मोहन, महिमा उनकी दुनिया गाये.
कन्हैया बस तेरी रहमतपर नाज करते हैं, इन आंखो को जब तेरा दीदार हो जाता हैं, मेरा तो हर दिन सांवरे त्योहार हो जाता है !
तुम्हारी “चाहत” की,“हद” हो सकती है मगर,“दिल” की बात बताता हूॅ,मै “बेहद” तुम्हे चाहता हूॅ.राधे कृष्णा हरे कृष्णा….
“हर कीमती चीज को उठाने के लिए झुकना ही पड़ता हैं,माँ और पिता का आशीर्वाद भी,इनमें से एक हैं॥”
“तुम उसके लिए शोक करते हो जो शोक करने के योग्य नही हैं,बुद्धिमान व्यक्ति ना जीवित और ना ही मृत व्यक्ति के लिए शोक करते हैं॥”
सच्ची मोहब्बत का अंजाम अगर विवाह होतातो रुक्मणि की जगह राधा का स्थान होता..!!🌺🌺
कान्हा को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा, पुरे खत में सिर्फ कान्हा कान्हा नाम लिखा।।
तेरी भोली सी सूरत साँवरिया.. मेरे दिल में बसी जा रही है.. अब तो पहले से भी कहीं ज़्यादा.. न जाने क्यों याद आ रही है 💛
जिसके मन के अंदर शांति होती है, उस मनुष्य से ज्यादा धनवान और सुखी व्यक्ति इस संसार में कोई नहीं होता।
किसी से प्रेम करने की कोई वजह नहीं होती, प्रेम तो सिर्फ प्रेम है। यदि वजह है तो वो प्रेम नहीं पसंद है।
जो दूसरों की तकलीफों को समझते हैं,जिनमें दया है, दिल से अच्छे हैं,उन्हें दोबारा जन्म लेना नहीं पड़ता।।
अपने कभी छोड़ कर नहीं जाते और जो चले जाए वो अपने नहीं होते।
प्रेम पूरा हो तो श्री राम जैसा हो, और अधूरा हो तो राधे श्याम जैसा हो !
प्यार और तकदीर कभी साथ नहीं चलते,क्योंकि जो तकदीर में होते है, उनसे कभी प्यार नहीं होता,और जिससे हमे प्यार हो जाता है, वह तकदीर में नहीं होता।
जिंदगी में दो लोगों का होना बहुत जरूरी है, एक कृष्ण जो ना लड़े फिर भी जीत पक्की कर दे, दूसरा कर्ण जो हार सामने हो फिर भी साथ ना छोड़े।
प्रेम की भाषा बड़ी आसान होती है, राधा-कृष्ण की प्रेम कहानी ये पैगाम देती है !
ज्यादा हंसने और बोलने वाला व्यक्तिअगर चुप हो जाए तो मान लेनावह भीतर से टूट चुका है।।
मुक्ति की इच्छा का अंत हो जाना ही मुक्ति है, और प्रेम की तलाश का अंत हो जाना ही प्रेम है।
“तेरा प्यार मेरे जीवन की रोशनी है, तुझे हमेशा मेरी नज़रों में पाना है।”
“प्यार और तकदीर कभी साथ नहीं चलते,क्योंकि जो ‘तकदीर’ में होते है,उनसे कभी ‘प्यार’ नहीं होता,और जिससे हमे प्यार हो जाता है,वह तकदीर में नहीं होता॥”
बंधन रिश्तों का नहीं एहसासों का होता है, जहाँ एहसास खत्म वहां रिश्ता खत्म्म !!
कान्हा तुझे ख्वाबों में पाकर दिल खो ही जाता है, खुदको जितना भी रोक लू प्यार हो ही जाता है !
तुम कृष्ण जैसे हो सबके दिल को भाते हो। मैं राधा जैसी हूं सिर्फ तुमसे दिल लगाती हूं।।
पाने को ही प्रेम कहे जग की ये है रीत, प्रेम का सही अर्थ समझायेगी राधा-कृष्णा की प्रीत !!
“तुम्हारा प्यार मेरे मन को छूने का एहसास कराता है, तेरे बिना कुछ भी खोने का ख़तरा है।”
बहुत विनम्रता चाहिए रिश्तों को निभाने के लिए, छल कपट से तो सिर्फ महाभारत रची जाती हैं।।
“तू जब मेरी आँखों में देखता है, तो मैं अपने आप में खो जाता हूँ।”
जिससे प्रेम करते हो उसे समझने की कोशिश करो, परखने के लिए तो सारी दुनिया पड़ी है।
इश्क़ तो राधा ने किया थाजिसको कृष्ण की दूरियां भी मंजूर थीऔर रुकमणी भी कबूल थी🌺🌺
दुष्ट लोग अगर समझाने मात्र से समझ जाते तो यकीन मानो महाभारत कभी ना होता।।
प्यार करो तो “राधा-कृष्ण”जैसा शादी के बंधन,मैं भले ना बंधे लेकिन….दिल में हमेशा महफूज रहे!!🌺🌺
मान, अपमान, लाभ-हानि खुश हो जाना या दुखी हो जाना यह सब मन की शरारत है।।
राधा-राधा जपने से हो जाएगा तेरा उद्धार, क्योंकि यही वही वो नाम हैं जिससे कृष्ण को हैं प्यार।।
“‘दुष्ट’ लोग अगर समझाने मात्र से समझ जाते,तो यकीन मानो ‘महाभारत’ कभी ना होता॥”
जानते हो प्रेम किसे कहते हैं, किसी को दिल से प्रेम करना, उसे खो देना और फिर खामोश हो जाना !
पीर लिखो तो मीरा जैसी,मिलन लिखो कुछ राधा सा,दोनों ही है कुछ पूरे से,दोनों में ही वो कुछ आधा सा.जय श्री कृष्णा.
एक तरफ साँवले कृष्ण दूसरी तरफ राधिका गोरी, जैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद चकोरी !!
राधा ने किसी और की तरफ देखा ही नहीं,जब से वो कृष्ण के प्यार में खो गई,कान्हा के प्यार में पड़कर,वो खुद प्यार की परिभाषा हो गई।
प्यार मे कितनी बाधा देखी,फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी🌺🌺
“श्री कृष्ण कभी भी हमारा हाल नहीं पूछते,पर वो हमारी सब खबर रखते हैं,श्री कृष्ण अपने सच्चे भक्तों पे हर घड़ी नजर रखते हैं॥”
राधा ने श्री कृष्ण से पूछाप्यार का असली मतलब क्या होता है?श्री कृष्णा ने हँस कर कहा,जहाँ मतलब होता है, वहाँ प्यार ही कहा होता है।
प्रीत में तेरी कान्हा मैं अब पागल सी होने लग गयीं हूँ बंसी की धुन सुनके मधुर मैं दिन रात थिरकने लग गयीं हूँ।
अंत काल में जो मनुष्य मेरा स्मरण करते हुए, देह त्याग करता है वह मेरी शरण में आता है। इसलिए मनुष्य को चाहिए कि अंत काल में मेरा चिंतन करें।।
राधा को कन्हैया ने प्यार का पैगाम लिखा, पूरे खत में सिर्फ राधा-राधा नाम लिखा !
अमीर बनने के लिए एक एक क्षण संग्रह करना पड़ता है, किन्तु अमर बनने के लिए एक एक कण बांटना पड़ता है।।
पूर्ण है श्रीकृष्ण परिपूर्ण है श्रीराधे ! आदि है श्रीकृष्ण अनंत है श्रीराधे !
जीवन में आधे दुख इस कारण जन्म लेते हैं क्योंकि उनसे आशाएं बड़ी होती है, इन आशाओं का त्याग करके देखो जीवन में सुख ही सुख है।।
श्री कृष्ण कहते है मनुष्य को जीवन में श्रेष्ठ बनने का प्रयास अवश्य करना चाहिए, परन्तु जीवन में हमेशा उत्तम ही रहना चाहिए।
श्री कृष्ण कहते हैं जो मनुष्य आप की कदर नहीं करता और ना ही आपका सम्मान करता है, ऐसे मनुष्य के साथ रहने से अच्छा है कि आप संसार में अकेले रहें।
“प्रेम का मतलब है तेरे साथ बिना खुद को अधूरा समझता हूँ।”
राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम है !
“जब कोई हाथ और साथ दोनों ही छोड़ देता है,तब कुदरत कोई ना कोई उंगली पकड़ने वाला भेज देता है,उसी का नाम “कान्हा” है”
करके बच्चों सी नादानी हो गई मैं जग से अंजानी, अपने ही प्रेम से बेगानी हो गई मैं भी कृष्ण की दिवानी…!🌹
शब्द उतने ही बाहर निकालने चाहिए, जिन्हें वापिस भी लेना पड़े तो खुद को तकलीफ न हो।।
कान्हा जी लो आज हम आपसे निकाह-ए-इश्क करते हैं. हाँ हमें आपसे मोहब्बत है मोहब्बत है , मोहब्बत है।।
वह जो इस ज्ञान में विश्वास नहीं रखते, मुझे प्राप्त किये बिना जन्म और मृत्यु के चक्र का अनुगमन करते हैं।।
प्रेम सुख के साथ दुख भी लाता है। पर जो उस दुख को सुख समझता है, उसका प्रेम शुद्ध और सच्चा है।
पाने को ही प्रेम कहे,जग की ये है रीत..प्रेम का सही अर्थसमझायेगी राधा-कृष्णा की प्रीत…!!
हे अर्जुन !, मैं भूत, वर्तमान और भविष्य के सभी प्राणियों को जानता हूँ, किन्तु वास्तविकता में कोई मुझे नहीं जानता।।
ज्ञानी व्यक्ति को कर्म के प्रतिफल की अपेक्षा कर रहे अज्ञानी व्यक्ति के दीमाग को अस्थिर नहीं करना चाहिए।