496+ Guru Quotes In Hindi | गुरु के लिए सुविचार

Guru Quotes In Hindi , गुरु के लिए सुविचार
Author: Quotes And Status Post Published at: October 5, 2023 Post Updated at: April 4, 2024

Guru Quotes In Hindi : “वक्त भी सिखाता है, गुरु भी सिखाता है, बस फर्ख इतना है,गुरु सिखा के इंतिहान लेता है, और वक़्त इम्तिहान लेके सिखाता है” गुरु का शिष्य को उनकी आध्यात्मिक यात्रा पर मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।

“ अगर किसी व्यक्ति का कोई गुरु नहीं होगा, तो उसको सही-गलतकी सीख मिल पाना बहुत मुश्किल होगा…!!

“ जो इंसान किसी काशिष्य नहीं बन पाता है,वो जीवन में किसी कागुरु भी नहीं बन पाता है….!!

गुरु की वाणी पर कभी संदेह नहीं किया जाता, गुरुवाणी अटल होती है जिसके प्रति मानव के मन में सच्ची आस्था होनी चाहिए। -मयंक विश्नोई

“ गुरु की महिमा न्यारी है,अज्ञानता को दूर करकेज्ञान की ज्योत जलाई है,गुरु की महिमा न्यारी है…!!

इंसान के अंदर ईश्वर तत्व होता है, जो उस ईश्वर तत्व को अपना गुरु बना लेता है,वो फिर इस दुनिया में चमत्कार कर देता है,इतिहास और सोच को बदल देता है।

उपदेश ऐसे करे जैसे मेघ बरसे. पर गुरू बनकर किसी को शिष्य न बनावे.

“ गुरु रंक को राजाबनाने की शक्ति रखते है…!!

ज्ञान एक ऐसा अनमोल खजाना है, जो न कभी नष्ट किया जा सकता है और न ही कभी जिसको लूटा जा सकता है। -मयंक विश्नोई

“शांति का पढ़ाया है जिसने पाठ,अज्ञानता का मिटाया है हमारे जीवन से अंधकारगुरु से सिखाया है हमें,नफरत पर विजय है प्यार।।गुरु पूर्णिमा पर हार्दिक बधाई।।”

“ गुरु अपने सभी शिष्यों कासमान रूप से भला ही सोचते है…!!

गुरु तो समुद्र है इससे ज्ञान का सागर भरो, अगर सच्चे शिष्य हो तो गुरु का आदर करो।

गुरु बिना और ज्ञान बिना समाज में इंसान और जानवरों के बीच भेद करना असंभव है।

भारत में सदियों से गुरु को विशेष दर्जा दिया जा रहा है और गुरु की पूजा की जाती है। गुरु के सम्मान में गुरु पूर्णिमा का त्यौहार मनाया जाता है।

“ जीवन में आपका मार्गदर्शनकरने वाला हर एक व्यक्ति आपका गुरु है…!!

गुरू को किया गया प्रणाम कल्याणकारी होता है.

“ सब धरती कागज करूँ,लिखनी सब बनरायसात समुद्र की मसि करूँ,गुरु गुण लिखा न जाय…!!

सच्चा गुरु वही है जो सिर्फ पाठ पढ़ाता ही नहीं बल्कि उसे समझाता भी है।

गुरु बनने का दर्जा असल में उसी व्यक्ति को मिलना चाहिए जो खुद उसके द्वारा बातये गए उसूलो पर चला हो।

माता-पिता भी हमारे सबसे बड़े गुरु हैं क्योंकि अच्छे संस्कार का ज्ञान हमें इन्ही से मिलता है।

“गुरु के दर्शन से बढ़ता है ज्ञान, गुरु के आशीर्वाद से मिलता है सम्मान”

परम पूज्य गुरू जी आप ही मेरे जीवन के सार है,मेरे हर सफलता और प्रसिद्धि के आधार है.

हरिहर आदिक जगत में पूज्य देव जो कोयसदगुरु की पूजा किए सबकी पूजा होयगुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं

“ गुरू अपने ज्ञान से डर से हराता है,गुरू हृदय के अंधकार को मिटाता है,गुरू ही ईश्वर की अनुभूति कराता है…!!

“गुरु के दर्शन से बढ़ता है ज्ञान, गुरु के आशीर्वाद से मिलता है सम्मान”

उसके जीवन का अध्याय शुरू नहीं होता है,जिसके जीवन में एक सच्चा गुरु नहीं होता है।

“ ज्ञान देने वाले गुरू का बंदन हैउनके चरणों की धूल भी चंदन है…!!

किस किस को मुबारकबाद दू गुरु होने का ,,,हर सक्श ने सिखाया है मुझे

वाणी शीतल चन्द्रमा, मुख-मण्डल सूर्य समान,गुरु चरनन त्रिलोक है, गुरु अमृत की खान।

“गुरु की कृपा और साथी की सद्भावना के लिए मैं हमेशा आपको आभारी रहूँगा।” – आशीष कुमार

“ माता- पीता की मूरत है गुरु, कलयुग में भगवान की सूरत है गुरु…!!

“ ज्ञान की रोशनी में नहलाते हैं आपजीवन जीने की कला सिखाते हैं आपजब भी किसी उलझन में पड़ जायें हमईश्वर सदृश राह दिखाते हैं आप…!!!

“औसत दर्जे का शिक्षक बताता है। अच्छा शिक्षक समझाता है। श्रेष्ठ शिक्षक प्रदर्शित करता है। महान शिक्षक प्रेरित करते हैं।”

जो गुरु बच्चों को अच्छी तरह से शिक्षित करते हैं, वे जन्म देने वालो से अधिक सम्मान के पात्र हैं।

व्यक्ति को कभी भी दूसरे के साथ ऐसा नहींकरना चाहिए जिसे वहस्वयं के लिए हानिकारक समझे।

हमारे गुरू का न आदि है, न अन्त. हमारे गुरू का न पूर्व है, न पश्चिम . हमारा गुरू है परिपूर्णता.

मानव के अस्तित्व का आधार ही गुरु के चरण होते हैं, जिनमें बैठकर मानव संपन्न और समृद्ध बनता है। -मयंक विश्नोई

वाणी शीतल चन्द्रमा, मुख-मण्डल सूर्य समान,गुरू चरनन त्रिलोक है, गुरु अमृत की खानगुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं

गुरु की भूमिका निभाना काफी मुश्किल होता है, क्योंकि किसी व्यक्ति के भविष्य का भार उसी के कंधो पर होता है।

जीने की कला सिखाते शिक्षकज्ञान की कीमत बताते शिक्षकपुस्तकों के होने से कुछ नहीं होताअगर मेहनत से नहीं पढ़ाते शिक्षकगुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं

“कोई समाज कितना विकसित है यह पता करना है तो वहां बड़ो एवं गुरुजनो का कितना आदर होता यह पता करें”

“ शांति का पढ़ाया पाठ, अज्ञानताका मिटाया अंधकार गुरु ने सिखाया हमें, नफरत पर विजय हैं प्यार…!!!

मेहनत करने की आग आना और मेहनत किस दिशा में करनी है दोनों में कई अंतर् होता है जो की एक गुरु ही आपको समझा सकता है।

“वचन देता हूँ गुरुवर, आपकी मेहनत पर दाग नहीं लगने दूंगा मैंआपकी शिक्षा पर कभी कोई प्रश्न नहीं उठने दूंगा मैं…”-मयंक विश्नोई

“गुरु आपके इस उपकार का,मै कैसे चुकाऊं मोललाख कीमती धन भला..लेकिन गुरु है मेरा सबसे अनमोल..शुभ गुरु पूर्णिमा।।”

अगर आप देखे तो हर कोई गुरु हैं।

हर युग हर सदी में गुरू के आगेशिष्य अपना सिर झुकायेगा,गुरू का सम्मान करने वालासफलता का शिखर पायेगा। दुनियाहैगोल

अभीष्ट फल की प्राप्ति हो या न हो,विद्वान पुरुष उसके लिए शोक नहीं करता।

कबीरा ते नर अन्ध है गुरु को कहते औरहरि रूठे गुरु ठौर है गुरु रुठै नहीं ठौर

“ उन मास्टरों को भी नमन जो हमें बातेंकरने पर कूट देते थे लेकिन जब दोकन्याएँ बातें करतीं तो बड़े प्यार से कहतेक्या बातें हो रही हैं? हमें भी तो बताओ…!!

अक्षर-अक्षर हमें सिखाते शब्द-शब्द का अर्थ बतातेकभी प्यार से कभी डाँट से, जीवन जीना हमें सिखाते

नई राह दिखा कर हमको, सभी संशय मिटाता हैज्ञान के सागर से भरा, बस वही गुरु कहलाता है

“ शिक्षण एक पेशा नहीं है,यह एक जुनून है…!!

गुरु से बढ़कर ना और कोई गुरु का करो सम्मान, माता, पिता, गुरु देवता में भी गुरु का तीसरा स्थान।

तमस का अंत करने वाली पवित्र ज्ञान की अखंड ज्योति ही गुरु है। -मयंक विश्नोई

“गुरुजनो का सम्मान भगवन के सम्मान के बराबर है”

जितनी बार भी पिछड़े उतनी बार बढ़ाया, गुरु ने ही हमे जीवन जीने का पाठ पढ़ाया है।

“ एक शिक्षक अनंतकाल को प्रभावित करता है..!!

“ पूज्य गुरु जी ने ऐसा ज्ञान दिया,मानो ईश्वर ने कोई वरदान दिया…!!

शांति का पढ़ाया पाठ, अज्ञानता का मिटाया अंधकार गुरु ने सिखाया हमें, नफरत पर विजय हैं प्यार।

यदि गुरु अयोग्य शिष्य चुन तो उससे गुरु की बुद्धिहीनता ही प्रकट होती है।

“श्रेष्ठ गुरु किताबो से नहीं अनुभवों से सिखाते है “

गुरू में हम पूर्णता की कल्पना करते हैं. अपूर्ण मनुष्यों को गुरू बना कर हम अनेक भूलों के शिकार बन जाते है। – महात्मा गांधी

धरती कहती है, नदियां कहती हैअंबर कहते बस यही तरानागुरू आप ही वो पावन नूर हैजिनसे रौशन हुआ जमाना

केवल ज्ञान और खुशियां ही दो ऐसी चीज़ें है जो बांटने से बढ़ती है।

“गुरु के परम प्रेम और सहयोग के लिए मैं आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।” – राजेश गुप्ता

यदि गुरू अयोग्य शिष्य चुने तोउससे गुरू की बुद्धिहीनता ही प्रकट होती है.-कालिदास

जीवन तभी स्वर्ग बन जाता है, जब एक अज्ञानी को उसका गुरु मिल जाता है। -मयंक विश्नोई

“गुरु आदरणीय है, वंदनीय है, अतः हमेशा गुरुजनो का सम्मान करें”

“ कुछ इस तरह गुरू ने सिर पर हाथ फेरा,उत्साह भरा, फिर बदल गया किस्मत मेरा…!!!

“ ठोकरों को खाने के बाद भीइंसान सम्भलता नहीं है,किताबें चाहे जितनी पढ़ लो परगुरू बिना ज्ञान मिलता नहीं है….!!

“चाक और चुनौतियों के सही मिश्रण से गुरु जीवन बदल सकता है”

“ जल जाता है वो दिए की तरहकई जीवन रोशन कर जाता हैकुछ इसी तरह से हर गुरुअपना फर्ज निभाता है…!!

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