God Lines In Hindi : मौन प्रार्थनाएं जल्दी पहुंचती है ईश्वर तक, क्योंकि वो शब्दों के बोझ से मुक्त होती है। दोस्तों रखिए रब दूसरा दरवाजा खोल बगैर पहला दरवाजा बंद नही करता है।
“ हे प्रभु तुझे पाकर मुझे स्वर्ग कीकोई चाहना नहीं क्योंकितेरे चरणों में ही मुझेस्वर्ग से अधिक सुख महसूस होता है…..!!!
“मनुष्य ईश्वर की सर्वोत्कृष्ट रचना है।”– अग्नि पुराण
कर्म का फल इंसान को उसी तरह ढूंढ लेता है जिस तरह बछड़ा सैंकड़ों गायों के बीच अपनी मां को ढूंढ लेता है।
लोग भगवान कोमन की इच्छा पूरी करने का जरिया समझते हैं!!…लेकिन भगवान तो इच्छाओं कानाश करने का आदेश देते हैं!!…
हे प्रभु:मेरा हाथ सदा थामें रखनाअपने चरण की शरण में मुझे सदा रखना…
ईश्वर के हर फैसले पे खुश रहो,क्योंकि ईश्वर वो नहीं देता,जो आपको अच्छा लगता हैबल्कि ईश्वर वो देता है,जो आपके लिए अच्छा होता है।
पांच पहल काम किया,तीन पहर सोए,एको घड़ी न हरी भजे,तो मुक्ति कहां से होए
“भगवान की एक परम प्रिय के रूप मेंपूजा की जानी चाहिए, इस या अगलेजीवन की सभी चीजों से बढ़कर।”
“ हे ईश्वर इस मतलबी दुनिया मेंहमें तो क्या कोई याद करेगाजब यह मतलबी लोगतुझे भी मतलब केसिवा याद नहीं करते…!!
“ ईश्वर आपकी परीक्षा तभी लेते हैंजब वह आपकोअगले दर्जे तक पहुंचाना चाहते हैं…!!
#दुनिया में ऐसे लोग हैं जो इतने भुखे हैं कि भगवान उन्हें किसी और रूप में दिख सकता हैं सिवाय रोटी के!!!
“ जब आप प्रकृति के साथ होतो आप ईश्वर के साथ होयदि आप प्रकृति के खिलाफ होतो आप ईश्वर के खिलाफ हो…!!
रब का कहना है जब सब तेरा साथ छोड़ देंथक हार जाओ तो चले आना मेरे पासमैं तेरे सारे गुनाह माफ़ कर दूंगा
“ जिंदगी में समय कैसा भी आ जाए,भगवान पर विश्वास हमेशा बनाए रखें क्योंकिवह वक्त को कभी भी बदल सकते हैंभगवान चाहे तो वो रंक कोभी राजा बना सकते हैं…!!!
ॐ-यही वास्तविक ब्रह्मा है,चरम सत्य है।उपनिषद
प्रकृति से प्रेम करना ईश्वर से प्रेम करने के बराबर होता है, यही ईश्वर का सच्चा रूप है।
जब तक आप स्वयं पर विश्वास नहीं करते, तब तक आप भगवान पर भी विश्वास नहीं कर सकते।
“ परमात्मा कभी किसीका भाग्य नहीं लिखते,जीवन के हर कदम पर हमारी सोच,हमारा व्यव्हार, और हमारे कर्म हीहमारा भाग्य लिखते हैं…!!
कर्म अच्छे करोगे तो किस्मत भी दासी है, नीयत अच्छी होगी तो घर पर ही मथुरा काशी है।
इस दुनिया से कभी आशा मत करो और भगवान से कभी निराशा मत करो।
मन का झुकना बहुत जरूरी है केवल सर को झुकाने से,परमात्मा को प्राप्त नही किया जा सकता है..!!
विश्वास के साथ आप आगे बढ़ना शुरू करेंईश्वर तुम्हारे लिए रास्ता खुद बना देंगे
“ लोग भगवान कोमन की इच्छा पूरी करनेका जरिया समझते हैंलेकिन भगवान तो इच्छाओं कानाश करने का आदेश देते हैं…..!!!
भगवान से कुछ मांगने परअगर वह चीज आपको ना मिले तो,जिंदगी में छटपटाना मत क्योंकि…आपके लिए कौन सी चीज बुरी हैये आपसे ज्यादा भगवान को पता है।
स्वर्ग की कामना रखने वालेलोग कभी मोक्ष नही प्राप्त करसकते हैं।
“ तेरी लगन का रंग मुझ परऐसा चढ़ा है कान्हाअब मुझे दुनिया के रंग बिरंगेरंगों की जरूरत नहीं पड़ती…!!
यह कर्म भूमि हैयहां फल चाहिए तो,कर्म तो करना ही पड़ेगा…भगवान ने हाथों में लकीरे दी है,लेकिन उसमें रंग तो हमें ही भरना पड़ेगा
जो संकट में दूसरों की सहायता करता है,उनकी सहायता से स्वयं करता हूँ।“जय श्री कृष्णा”
भगवान कहते हैंकि उस मित्र से अच्छा शत्रु हैजो पीठ पीछे वार नहीं करता है
“ भगवान वह नहीं है जो मन कीमनोकामनाओं को पूरा करता है,बल्कि भगवान वह हैजो मन से मनोकामनाओं कानाश करता है…!!!
यकीन करो जब ईश्वर देगा तो बेहतर नही बेहतरीन देगा।
“आस्था वो पक्षी है जो सुबह अँधेरा होनेपर भी उजाले को महसूस करती है।”
“यदि आपके पास सिर्फ भगवान हैं तो आपके पास वह सब हैं जो आपको चाहिए ।”
मिटाने से मिटते नहीं ये भाग्य के लेख,आप कर्म अच्छा करते चलें,फिर ईश्वर की महिमा देखें।
भगवान् बोझ देता है, और उसे उठाने के लिए कंधे भी।”
“ अगर आपकी समस्याएक जहाज जितनी बड़ी है,तो यह मत भूलना की ईश्वरकी कृपा सागर जितनी विशाल है…!!!
ऊपर वाले का जवाब भले ही देर से मिलता है,पर लाजवाब मिलता है..!!
ईश्वर से अधिक निकटतम कोई वस्तु नहीं है।
ईश्वर आप पर तभी विश्वास कर सकते है जब आपको खुद पर विश्वास हो क्योंकि ईश्वर बाहर नही हमारे अंदर ही है।
एक भगवान आपके घर में भी होता है, जिसे हम ‘माँ-बाप’ के नाम से जानते है।
“ ईश्वर के हर फैसले पे खुश रहो,क्योंकि, “ईश्वर वो नहीं देता,जो आपको अच्छा लगता है”बल्कि, “ईश्वर वो देता है,जो आपके लिए अच्छा होता है…!!
“ शरीर से प्रेम हैं तो आसन करें,साँस से प्रेम है तो प्राणायाम करें,आत्मा से प्रेम है तो ध्यान करें,और परमात्मा से प्रेम हैतो समर्पण करें…!!!
ना मंदिर में छुपा है,ना मस्जिद में छुपा है,जिसके दिल में इंसानियत है,उस दिल में खुदा है।
किसी व्यक्ति ने साईं से पुछा बाबा आप बड़े हैं,फिर भी नीचे क्यों बैठते हैं ?“साईं बाबा” ने जवाब दिया,नीचे बैठने वाला कभी गिरता नहीं है
मैं ईश्वर से डरता हूँ,ईश्वर के बाद मुख्यतःउससे डरता हूँ जोईश्वर से नहीं डरता।शेख सादी
कर्म का अधिकार मनुष्य केपास है लेकिन फल ईश्वर देते हैं,इसलिए कर्म को सच्चे मन सेकरना चाहिए क्योकि मनुष्य केजीवन में उसके कर्मो का फलही घटित होता हैं।
“आस्था का मतलब यह मानना नहीं हैकि ईश्वर आपके लिए सही करेंगे,बल्कि यह है की ईश्वर जो करेंगे वह सही होगा।”
जब ईश्वर मनुष्य की परीक्षा लेते हैं तब वो मनुष्य का सामर्थ्य भी बढ़ा देते हैं ताकि वो अधिक बुद्धिमान और अधिक ताकतवर बनें।
भक्ति तब है जब जीवन के साथ आपकी भागीदारी इतनी पक्की है कि आप खुद के लिए मायने नहीं रखते।
तुजमे राम मुजमे रामसब में राम समाया हैकर लो प्यार जगत मेंसभी से कोई नहीं पराया है।
प्रार्थना तब होती हैजब आप परमात्मा से बात करतें हैं,ध्यान तब होता हैजब आप इश्वर को सुनते हैं।
“ बाज़ार के रंगों मेंरंगने की मुझे जरुरत नही,मेरे “कान्हा” की याद आते ही,ये चेहरा गुलाबी हो जाता है…!!
कर्मभूमि पर फल के लिए,श्रम तो करना ही पड़ता है,भगवान सिर्फ लकीरें देता है,रंग तो हमें ही भरना पड़ता है।
“ ईश्वर हर रूप मेंतुम्हारी मदद करने आता हैलेकिन हां उसकोढूंढ़ना मत सिर्फ पहचाना…!!!
“जब ईश्वर मनुष्य की परीक्षा लेते हैं, तब वो मनुष्य का सामर्थ्य भी बढ़ा देते हैं, ताकि वो अधिक बुद्धिमान और अधिक ताकतवर बनें ।”
मौन प्रार्थनाएँ जल्दी पहुँचती है भगवान तक,क्योंकि वो शब्दों के बोझ से मुक्त होती है।
“ परमात्मा कानाम मानो एक रत्न हैएक ऐसा हीरा हैजिस का मूल्यपाया ही नही जा सकता…!!!
मन का झुकना बहुत जरूरी है केवल सर को झुकाने से परमात्मा को प्राप्त नही किया जा सकता है।
“ईश्वर निराकार है। मगर उसके गुण-कर्म-स्वभाव अनंत है।”– दयानन्द सरस्वती
भगवान वह नहीं है,जो मन की मनोकामनाओं कोपूरा करता है,बल्कि भगवान वह है,जो मन से मनोकामनाओं कानाश करता है।
#जो बात दवा से हो ना सकें वो बात दुआ से होती हैं जब सच्चा सतगुरु मिल जाये तो बात खुदा से होती हैं!!!
“ अच्छे लोगों की अक्सरपरीक्षा ज्यादा क्यों होती हैक्योंकि काबिलियत जिसमें होउन्हें ही तराशा जाता है….!!
जब ईश्वर से आपका मिलन होता है तो कोई और ख्वाहिश बाकी नहीं रह जाती।
“भगवान वो नहीं है, जो मन की मनोकामनाओं को पूरा करता है। बल्कि भगवान वो है, जो मन से मनोकामनाओं का नाश करता है।”
जो ईश्वर को पा लेता हैमूक और शांत हो जाता है।रामकृष्ण परमहंस
भगवान लकड़ी, पत्थर या मिट्टी की मूर्तियों में नहीं रहते। उनका निवास हमारी भावनाओं में है, हमारे विचारों में है।
भगवान पर विश्वास का मतलबयह नहीं होता कि…भगवान मेरे लिए सही ही करेंगेबल्कि यह होता है कि…भगवान जो करेंगे,वह मेरे लिए सही ही होगा…
जो संकट में दूसरों की सहायता करता है,उनकी सहायता से स्वयं करता हूँ।“जय श्री कृष्णा”
ये मत कहो खुदा से किमेरी मुश्किलें बड़ी है…इन मुश्किलों से कह दोमेरा खुदा बड़ा है…
“ भगवान पर वही विश्वास कर सकते हैंजिन्हें अपने आप पर विश्वास होक्योंकि भगवानहमारे अंतर्मन में ही बसे होते हैं…!!
“ भगवान को आपके सोने,चांदी, हीरा, मोती के जवाहरातों केचढ़ावे नहीं चाहिए उन्हें बस प्रेम से दो पुष्पअर्पण कर दो वो उससे ही खुश हो जाते हैं…!!!
#दुनिया उम्मीद तोड़ सकती हैं पर दुनिया बनाने वाला नही!!!