Farewell Shayari For Seniors By Juniors : हर कदम हर पल साथ हैं, दूर होकर भी हम आपके पास हैं, आपका हो न हो पर हमें आपकी कसम, आपकी कमी का हर पल अहसास है., आप थे तो सफल हो गये, आप थे तो हवा सारे गम हो गये, हम अकेले चले तो बहुत खार थे, आप के साथ राहों में गुल हो गये.,
विदा तो आप हो रहे हो इस कॉलेज सेबस आंखों के सामने से जा रहे होदिल से कैसे निकल के जाओगे आप।
चाहे हो तेज़ धुप या हो तेज़ आंधियाँ, हम आपकी याद कभी नहीं खोते, तुम्हे याद करने से मुस्कुरा देती है ये आँखे, इसलिए तो हम दूर होकर भी दूर नहीं होते.,
विदाई का ये दिन है, माहौल थोड़ा गमगिनलेकिन दुआ है रब से, आप यूं ही हंसते रहो,महकते रहो, सबके दिल में बसते रहो।
ना जाने क्यूँ एक ऐसा अहसास हैदूर होकर भी आप हमारे साथ हैआपको शायद ना हो लेकिन तुम्हारी कसमहमे आपका हर पल अहसास है।
बेफिक्र था मैं, सर पर जो आपका हाथ थाबे हिसाब था मैं, आपके हाथों में जो हिसाब थाविदा तो कर दूंगा आज आपकोलेकिन यह बहते आंसू ना रोक पाऊंगा।
आज यहां से विदा हो कर चलेजाओगे,पर आशा है यही है किजहां भी जाओगे, खुशियां हीखुशियां पाओगे।
भोर गमगीन होकर खबर लाई हैदिन भी बेचैन है, धूप घबराई हैआपको हम विदाई दे दे,मगर दिल सुबकने लगा, आंख भर आई है।
जीवन की कश्ती डगमग थी किनारे लगा दियाजमीं से उठाकर सिहासन पर बिठा दियाऔर क्या तारीफ करूं आपकी आपने तोखुद को मिटा कर हमें बना दिया।
बहुत याद आयेंगे ये कॉलेज के दिन,कैसे दिन गुजरेगी यारा तेरे बिन।
किसी को छोड़कर कोई कहीं नहीं जाता हैं, जब कोई शख्स हमारे दिल में बस जाता है.
है विदाई की ये बेला, लगा है आँसुओं का रेला, पर है खुशी साथ है आगे, दुनिया बड़ी जहाँ मिलेगी, तुम्हे जीवन की नई सौगात.,
विदा तो आप हो रहे हो इस कॉलेजसे बस आंखों के सामने से जा रहे होदिल से कैसे निकल के जाओगे आप।
जब आती है विदाई की घड़ी,दिल की बढ़ जाती है मुश्किलें बड़ी,फिर भी आप हमारे दिल के पास रहेंगे,आप हम सबको हमेशा याद रहेंगे.
किसने कहा जुदाई होगीये बात किसी और ने फैलाई होगीहम तो आपके दिल में रहेंगे आख़िरहमारी दोस्ती में इतनी तो सच्चाई होगी।
तुम्हारी खूबियां तुम्हारे काम आए,वो तुम्हारा बेहतर कल बनाएं,तुम्हारे फेयरवेल में बस इतना ही कहूंगा,तरक्की के साथ भविष्य भी बेहतर हो जाए।
जब आती है विदाई की घड़ी, दिल की बढ़ जाती है मुश्किलें बड़ी, फिर भी आप हमारे दिल के पास रहेंगे, आप हम सबको हमेशा याद रहेंगे.
बेफिक्र था मैं, सर पर जो आपका हाथ था, बे हिसाब था मैं, आपके हाथों में जो हिसाब था, विदा तो कर दूंगा आज आपको, लेकिन यह बहते आंसू ना रोक पाऊंगा.,
आँख से दूर सही दिल से कहाँ जाएगाजाने वाले तू हमें याद बहुत आएगाउबैदुल्लाह अलीम
हमसे दूर नहीं जा रहे हैं,आप हमारेदिल के पास आ रहे हैं आप जहाँ मेंजहाँ भी रहे,मुस्कुराते और खिलखिलाते रहे।
” आपको जाने की जल्दी थी तो लो मैं आंखों ही आंखों में, जहां तक छोड़ सकता था वहां तक छोड़ आया हूं। ”
आप जैसे सीनियर किस्मत से मिलते हैं जैसे पतझड़ में मानो फूल खिलते हैं चले जाओगे हमको अकेला छोड़कर हमेशा आप खुश रहो यही शब्द निकलते हैं।
देने को मेरे पास नहीं है कुछ खास,सोच कर मेरा मन बहुत है उदास,चले हो हमको बीच राह मे छोड़कर,पर रहोगे हमेशा हमारे दिल के पास।
फिक्र करूं या जिक्र करूंआपके बिना ये सफर कैसे पूरा करूं।
खुशियों ने नग्मे बिखेरे है, सितारों ने महफ़िल लगाई है, इस विदाई समोराह में तो, चंदा ने भी चारपाई लगाई है.
मिट्टी से सोना बना दियाभाग्य में नहीं था वो भी दिला दियाविदा तो हो रहे हो आज आप हमारी जिंदगी सेपर जाते-जाते भी आपने खुशी के आंसू रुला दिया।
जीवन की कश्ती डगमग थी किनारे लगा दिया, जमीं से उठाकर सिहासन पर बिठा दिया, और क्या तारीफ करूं आपकी आपने तो, खुद को मिटा कर हमें बना दिया.,
गूँजते रहते हैं अल्फ़ाज़ मिरे कानों मेंतू तो आराम से कह देता है अल्लाह-हाफ़िज़
सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती हैयादों मुझे भी गम की परछाई मिलती हैजितनी भी दुआ है करते हैं किसी को पाने कीउतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है।
मेरे सीनियर ने थोड़ा सताया, थोड़ा समझाया,पर हमेशा सही राह दिखाया. आई लव यू भाईजान
जब ज़रूरत थी परिवार की मिल गया, जब ज़रूरत पड़ी प्यार की मिल गया, यूँ कहाँ सीनियर आपसे हैं यहाँ , जब ज़रूरत पड़ी यार की मिल गया.,
आपकी मंजिल आपकी हौसला आजमाएगीआपके सपनो को आपकी नजरों से हटाएगीकभी पीछे मुड़कर न देखना ए मेरे जिगर के छल्लोंरास्ते की ठोकर ही तुम्हे चलना सिखाएगी।
” आज यहां से विदा होकर चले जाओगे, पर आशा है यही है कि जहां भी जाओगे, खुशियां ही खुशियां पाओगे। ”
अजीब होते हैं आदाब-ए-रुख़स्त-ए-महफ़िलकि वो भी उठ के गया जिस का घर न था कोई
था आपका साथ तो बेहिचक चल पड़े हमगिर भी पड़े हम तो साथ खड़े नजर आए हो आपजिन से सीखा है जिंदगी जीना कैसे कर दें विदाक्या बड़ी बात है, हम अगर रो पड़े।
बिछड़ने के बाद ही लोग मिलते हैं, जब मिलते है तो जज्बातों के कमल खिलते है.
विदाई की घडी आयी हैसबके आँखों में आँसू लाई है,आपके पूरे हो हर खाबदुआ ये सबके जुबान पर आई है।
विदा तो होना ही था आपको आज हो या कलपर जुदा कभी मत होना ये वादा करो अब।
अपनी सांसो में आबाद रखना मुझेमैं रहूं ना रहूं याद रखना मुझेहजारों मंजिलें होंगीहजारों कारवाँ होंगेनिगाहें आपको ढूढेंगीन जाने आप कहाँ होंगे।
था आपका साथ तो बिंदास चल पड़े हमगिर भी पड़े हम तो साथ खड़े नजर आए हो आपजिन से सीखा है जिंदगी जीना कैसे कर दें विदाक्या बड़ी बात है, हम गर रो पड़े।
अगर तलाश करूँ तो कोई मिल ही जाएगामगर आपके जैसा अब और कौन मिल पाएगा।
कुछ लोग दिल पर इस तरह असर कर जाते है,टूटे हुए शीशों मे भी साबुत नज़र आते हैमिलते तो है घड़ी भर के लिए,मगर सदा के लिए दिल में उतर जाते है।
मेरी दुवायें लेते जाइये भाभी अब खाना बनवाएंगीबहुत बॉस बना फिरते थे अब काम करवाएंगी
हमने मांगा था साथ उनकावो जुदाई का गम दे गएहम यादों के सहारे जी लेतेवो भूल जाने की कसम दे गए।
तेरी निगाहे पाक की लहरों में बह गएकहना था अलविदा तेरे होकर रह गए।
अगर तलाश करूँ तो कोई मिल ही जाएगामगर आपके जैसा अब और कौन मिल पाएगा।
मिली-जुली खुशी-गम के भावनाओं के साथ, शुभकामना है आज विदाई के इस मौके में ये, कि हो तुम्हारे जीवन की शुभ शुरुआत.,
उस को रुख़्सत तो किया था मुझे मालूम न थासारा घर ले गया घर छोड़ के जाने वालानिदा फ़ाज़ली
भीगा भीगा सा क्यों है यह संमाआज तो आसमान में बादल भी नहीं हैसुना है आज आपकी है विदाईइसलिए सबकी आंखें भर आई।
बेफिक्र था मैं, सर पर जो आपका हाथ था, बे हिसाब था मैं, आपके हाथों में जो हिसाब था, विदा तो कर दूंगा आज आपको, लेकिन यह बहते आंसू ना रोक पाऊंगा.,
याद है अब तक तुझ से बिछड़ने की वो अँधेरी शाम मुझेतू ख़ामोश खड़ा था लेकिन बातें करता था काजलनासिर काज़मी
न जाने ये दो साल कैसे गुजर गया, आज जब आँखें खुली तो, विदाई की ये महफिल नजर आया.
आप का साथ धूप में छांव हैआप का साथ समंदर में नाव हैआप का साथ अंधकार में प्रकाश हैकर रहे है आज आप को विदापर दिल में आपका ही नाम है।
विदाई की घड़ी है आई सबकेआँखों में आँसू है लाई,आपकीपूरी हो हर अभिलाषा दुआ येसबके जुबान पर है आई.
जाने वाले को कहाँ किसने रोका हैतुम जा रहे हो बार बार दिल ने टोका है
आज मिलेंगे, कल मिलेंगेविदा हो जाओगे आज आपना जाने फिर कब मिलेंगे।
अगर तालाश करूँ तो कोई मिल जायेगा, मगर आपकी तरह कौन हमें चाहेगा, आपके साथ से ये मंजर फरिश्तों जैसा है, आपके बाद में मौसम बहुत सतायेगा.,
यादों की झड़ी सी है आंखों में छाई, हो रही है आज आपकी विदाई, हम करते है ईश्वर से प्रार्थना, पूरी हो जीवन की हर कामना.,
” जाते हो खुदा- हाफिज .. हां इतनी सी गुजारिश है बस, जब याद हम आ जायें तो मिलने की दुआ करना। ”
विदाई का ये दिन है, माहौल थोड़ा गमगिनलेकिन दुआ है रब से, आप यूं ही हंसते रहो,महकते रहो, सबके दिल में बसते रहो।
कॉलेज एक परिवार होता है,जहाँ हर दिन रविवार होता है,हर दिल में प्यार होता है, परआखिरी दिन बड़ा बेकार होता है.
” बस रुंधे कंठ हैं, यूं विकल कर दिया, दिल हुआ तरबतर, मन तरल कर दिया … आपकी यह जुदाई बहुत मुश्किल हो गई, इस विदाई ने हमको, सजल कर दिया। ”
गम ही मिले इतने जीवन मेंकी खुशियों को बुलाना भूल गयेहुआ तेरी जुदाई में ऐसा आलमकि हम अपना ही ठिकाना भूल गये।
दुख के सफ़र पे दिल को रवाना तो कर दियाअब सारी उम्र हाथ हिलाते रहेंगे हम।
आपको विदा करने आँखों से मेरे आँसू आ रहे हैं, इस हाल में आप हमें क्यों छोड़कर जा रहे है?
उसे जाने की जल्दी थी सो मैं आँखों ही आँखों में, जहाँ तक छोड़ सकता था वहाँ तक छोड़ आया हूँ.,
आप का साथ धूप में छांव हैआप का साथ समंदर में नाव हैआप का साथ अंधकार में प्रकाश हैकर रहे है आज आप को विदापर दिल में आपका ही नाम है।
आप का साथ धूप में छांव हैआप का साथ समंदर में नाव हैआप का साथ अंधकार में प्रकाश हैकर रहे है आज आप को विदापर दिल में आपका ही नाम है।
दिमाग को समझाऊं तो मन नहीं समझतादिल को समझाऊं तो आंखें रो पड़ती है।
वफा की जंजीर से डर लग जाता हैकुछ अपनी तकदीर से डर लगत हैजो मुझे तुमसे जुदा करती हैहाथ की उस लकीर से दर लगता है।
यादों की झड़ी सी छाई,हो रही आज आपकी विदाई,कर लेना हमे याद कभी,जो याद हमारी आई।
क्या बताऊं खूबियां आपकी विदाई पर,महकता था दिन आपके मुस्कुराने पर,जहां भी रहो कामयाबी की मिशाल बनो,लेकिन, अधूरा लगेगा हमें आपके जाने पर।
खुश था मैं , सर पर जो तेरा हाथ थामै बेहिसाब था, तेरे हाथों में जो हिसाब थाविदा तो कर दूंगा आज तुझकोलेकिन बहते आंसू ना रोक पाऊंगा।