395+ Farewell Shayari For Seniors By Juniors | Funny Farewell Shayari for Seniors in Hindi

Farewell Shayari For Seniors By Juniors , Funny Farewell Shayari for Seniors in Hindi
Author: Quotes And Status Post Published at: November 2, 2023 Post Updated at: November 2, 2023

Farewell Shayari For Seniors By Juniors : हर कदम हर पल साथ हैं, दूर होकर भी हम आपके पास हैं, आपका हो न हो पर हमें आपकी कसम, आपकी कमी का हर पल अहसास है., आप थे तो सफल हो गये, आप थे तो हवा सारे गम हो गये, हम अकेले चले तो बहुत खार थे, आप के साथ राहों में गुल हो गये.,

छोड़ने मैं नहीं जाता उसे दरवाज़े तकलौट आता हूँ कि अब कौन उसे जाता देखे।

आप थे तो, सफल हो गयेआप थे तो, हवा सारे गम हो गयेहम अकेले चले तो, बहुत खार थेआप के साथ राहों में, गुल हो गये।

यादों की झड़ी सी है, आँखों में छाई सी हो रही है, आज आपकी विदाई, हम करते हैं रब से पराथना, पूरी हो जीवन की हर कामना.,

” जब जरूरत थी परिवार की, आपसे मिल गया.. जब जरूरत पड़ी प्यार की, आपसे मिल गया…  यूं कहां सीनियर आपसे हैं यहां, जब जरूरत पड़ी यार की, आप मिल गये। ”

मुश्किलों में जो साथ दिया याद रहेगा,गिरते हुए को जो हाथ दिया याद रहेगा.

आप थे तो, सफल हो गये आप थे तो, हवा सारे गम हो गये हम अकेले चले तो, बहुत खार थे आप के साथ राहों में, गुल हो गये।

हमसे दूर नहीं जा रहे हैं आपहमारे दिल के पास आ रहे हैंआप जहाँ में जहाँ भी रहे,मुस्कुराते और खिलखिलाते रहे.

तुम इसी मोड़ पर हमें मिलनालौट कर हम ज़रूर आएँगे

कोर पलकों की भीगी, तुम्हारे लिएहो सोहबत सभी की, तुम्हारे लिएआपकी शोहरते, इत्र बनकर उड़ेहर खुशी को जमीं की, तुम्हारे लिए।

बर्क़ क्या शरारा क्या रंग क्या नज़ारा क्याहर दिए की मिट्टी में रौशनी तुम्हारी है

होंगे जुदा ऐसी कोई खबर आई हैदिन भी है बेचैन, साँसे थम आई हैदेंगे हम आपको फेयरवेल की पार्टी लेकिन…होने लगी है बेचैनी और आँखे भर आई है।

कोर पलकों की भीगी, तुम्हारे लिएहो सोहबत सभी की, तुम्हारे लिएआपकी शोहरते, इत्र बनकर उड़ेहर खुशी को जमीं की, तुम्हारे लिए।

आपको विदा करनेआँखों से मेरे आँसू आ रहे हैं,इस हाल में आप हमेंक्यों छोड़कर जा रहे है?

आज मिलेंगे, कल मिलेंगेविदा हो जाओगे आज आपना जाने फिर कब मिलेंगे।

आप जैसा बड़प्पन, नहीं है कहीं,आप जैसा सरल मन, नहीं है कहीं,आपको हम विदा, आज कर दें मगर,सीनियर ऐसा सज़्ज़न, नहीं है कहीं.

उसे जाने की जल्दी थी सो मैं आँखों ही आँखों में, जहाँ तक छोड़ सकता था वहाँ तक छोड़ आया हूँ.,

”आपके साथ.. कुछ लम्हे… कई यादें बतौर ईनाम मिले, एक सफर पर निकले और तजुर्बे तमाम मिले।”

विदा होकर आज ही यहां से चली जाओगेपर आशा है कि जहां भी जाओगेखुशियां ही पाओगे।

विदाई का ये दिन है,माहौल थोड़ागमगिन लेकिन दुआ है रब से,आपयूं ही हंसते रहो,महकते रहो,सबकेदिल में बसते रहो।

वक्त की हो धूप या तेज़ हो आँधियाँ,कुछ क़दमों के निशाँ कभी नहीँ खोते,जिन्हें याद करके मुस्कुरा दें ये आँखें,वो लोग दूर होकर भी दूर नहीं होते।

मेहनत की राह पर चलना सिखाते है,गुरु जूनून की आग में जलना सिखाते है,

हमें छोड़कर जहाँ भी जायेंगे,यकीन है खुशियाँ ही खुशियाँ पायेंगे.जी भरकर दिल की बात न हो पाई,एक मस्त अनोखी मुलाकात न हो पाई.

वक्त की हो धूप या तेज़ हो आँधियाँ, कुछ क़दमों के निशाँ कभी नहीँ खोते, जिन्हें याद करके मुस्कुरा दें ये आँखें, वो लोग दूर होकर भी दूर नहीं होते.,

दुआ है आप जैसा सीनियर बाप बन जाएगलती करने पे पिज़्ज़ा खिलाके हलके से गरियाये

विदा तो आप हो रहे हो इस कॉलेज सेबस आंखों के सामने से जा रहे होदिल से कैसे निकल के जाओगे आप।

आप से जी भरकर दिल की बातन हो पाई, जो कभी न भूले ऐसीमुलाकात न हो पाई.Aap se ji bhar kr dil ki batna ho pai jo kabhi na bhuleesi mulakat na ho pai.

हमने मांगा था साथ उनका, वो जुदाई का गम दे गए, हम यादों के सहारे जी लेते, वो भूल जाने की कसम दे गए.,

मेरे सीनियर ने थोडा सताया भी पर बड़ेभाई की तरह प्यार जताया भी थोडापरेशान भी किया रास्तों पर, पर सहीरास्ता बताया भी.

ना जाने कुछ लोग कब अपने बन जाते है, यूं ही चलते फिरते दिल में बस जाते है, एक पल में ना जाने क्यों छोड़ कर चले जाते है.,

आप जा रहे है,इधर उदासी छाएगीआप की याद खूब आएगी,जहाँ भी रहे मुस्कुराते रहें।

आज मिलेंगे, कल मिलेंगेविदा हो जाओगे आज आपना जाने फिर कब मिलेंगे।

आज यहां से विदा हो कर चलेजाओगे,पर आशा है यही है किजहां भी जाओगे, खुशियां हीखुशियां पाओगे।

मिलते-झुलते रहेंगे आपकी भावनाओँके साथ आज से होगी आपके जीवनकी शुभ शुरुवात।

तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा हैतुम्हारे बा’द ये मौसम बहुत सताएगा।

हमारे सीनियर  ने थोड़ा सताया भी पर, बड़े भाई की तरह प्यार जताया भी, थोड़ा परेशान किया रस्तों पर, पर सही रास्ता बताया भी.

कोर पलकों की भीगी, तुम्हारे लिएहो सोहबत सभी की, तुम्हारे लिएआपकी शोहरते, इत्र बनकर उड़ेहर खुशी को जमीं की, तुम्हारे लिए।

तुझे चाहा तो बहुत पर इजहार ना कर सकेकट गई उम्र किसी से प्यार ना कर सकेतूने माँगा भी तो अपनी जुदाई मांगीओंर हम थे कि तुझे इन्कार ना कर सके।

भोर गमगीन होकर खबर लाई हैदिन भी बेचैन है, धूप घबराई हैआपको हम विदाई दे दे,मगर दिल सुबकने लगा, आंख भर आई है।

”है विदाई की यह बेला, लगा है आंसुओं का रेला, पर है खुशी का साथ… है आगे दुनिया बड़ी जहां मिलेगी आपको जीवन की नई सौगात।”

फिक्र करूं या जिक्र करूं, आपके बिना ये सफर कैसे पूरा करूं.

” इक शुरुआत सी खुशनुमा हो गई, मिल के चलने की रुत सी यहां हो गई जीत जाने की लौ आपसे जो मिली, वो धुवां बन उठी, आसमां हो गई। ”

मिली-जुली खुशी-गम के भावनाओं के साथ,शुभकामना है आज विदाई के इस मौके में ये,कि हो तुम्हारे जीवन की शुभ शुरुआत.

तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा है,तुम्हारे बाद ये मौसम बहुत सताएगा.

आप तो जा रहे है,पर ऑफिस में उदासी छाएगी,आप की याद बहुत आएगी,आप जहाँ भी रहे मुस्कुराते रहें.

मैं जानता हूँ मिरे बा’द ख़ूब रोएगारवाना कर तो रहा है वो हँसते हँसते मुझेअमीन शैख़

विदा तो होना ही था आपको आज हो या कलपर जुदा कभी मत होना ये वादा करो अब।

आज मिलेंगे, कल मिलेंगेविदा हो जाओगे आज आपना जाने फिर कब मिलेंगे।Aaj milenge kal milengevida ho jaoge aaj ap najane fir kab milenge.

छोड़ने मैं नहीं जाता उसे दरवाज़े तकलौट आता हूँ कि अब कौन उसे जाता देखेशहज़ाद अहमद

पत्थर थे हम सभी, ज़िंदा हो गए, जिनकी दुआ से सच्चे इंसान बन गए, ऐसे महान आत्मा को कैसे करे विदा, जिनकी सीख से कहाँ से कहाँ पहुँच गए.

आपकी विदाई से आँखों से आँसू आ रहे हैं,इस हाल में आप हमें छोड़कर जा रहे है

” जाने वाले से मुलाकात न होने पाई, दिल की दिल में ही रही बात न होने पाई। ”

दोस्तों से ही दोस्ती की शान होती है,ना हो दोस्त तो महफिल भी अनजान होती है,दोस्ती से ही जहाँ है कायम यारो,दोस्ती ही रिश्तों की पहचान होती है।

कल न हम होंगे, और ना कोई गिला होगा, सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा, जो लम्हे हैं चलो हँस कर बितालें, जाने जिन्दगी का कल क्या फैसला होगा.

नहीं है देने को कुछ ख़ास, जो हमेशा रहे तुम्हारे साथ,आशीर्वाद लेते जाओ, जीवन में सफलता पाओ.

देख जरा नाराज है कोई शख्स तेरे जाने सेहो सके तो लौट आओ किसी बहाने सेतू लाख खफा सही पर एक बार तो देखकोई टूट सा गया है तेरे दूर जाने से।

भीगा भीगा सा क्यों है यह संमाआज तो आसमान में बादल भी नहीं हैसुना है आज आपकी है विदाईइसलिए सबकी आंखें भर आई।

”विदाई तो है दस्तूर जमाने का पुराना, पर जहां भी जाना अपनी छाप कुछ ऐसे छोड़ जाना कि हर कोई गुनगुनाए तुम्हारा ही तराना।”

आपका साथ धूप में छांव रहा हैआपका साथ समंदर में नाव रहा हैआपका साथ अंधकार में प्रकाश रहा हैकर रहे है आज आप को विदापर दिल में आपका ही नाम रहा है।

आपके साथ ये सारे मौसम फरिश्ते जैसे महसूस होते थे, आपके बाद ये मौसम हमें बहुत सतायेंगे।

मानो आप ही थे मेरा परिवार,और आप ही थे मेरे यार,नहीं कोई था सीनियर आप-सा,संभाला था आपने मुझे हर बार।

आपका हर पल इंतजार करेंगे हमआप कर दे इशारा तो, जन्नत भी छोड़ आएंगे हमआपकी हर खुशी है हमको मंज़ूर हैपर विदा आपको, हम ना कर पायेंगें।

आँख से दूर सही दिल से कहाँ जाएगाजाने वाले तू हमें याद बहुत आएगा – अलविदा।

यादों की झड़ी सी है आंखों में छाईहो रही है आज आपकी विदाईहम करते है ईश्वर से प्रार्थनापूरी हो जीवन की हर कामना।

ना जाने क्यूँ एक ऐसा अहसास है, दूर होकर भी आप हमारे साथ है, आपको शायद ना हो लेकिन तुम्हारी कसम, हमे आपका हर पल अहसास है.,

आप के जाने की उदासी इस दिल से हटायें कैसे, आप तो दिल में ही रहते है पर दिल को समझाये कैसे.

याद है अब तक तुझ से बिछड़ने की वो अँधेरी शाम मुझेतू ख़ामोश खड़ा था लेकिन बातें करता था काजल।

फिक्र करूं या जिक्र करूं,आपके बिना ये सफर कैसे पूरा करूं.

कॉलेज एक परिवार है,इधर हर दिन रविवार है,हर दिल में प्यार है,पर आखिरी दिन बड़ा बेकार है.

विदाई की घडी आयी हैसबके आँखों में आँसू लाई है ,आपके पूरे हो हर खाबदुआ ये सबके जुबान पर आई है

तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा है, तुम्हारे बाद ये मौसम बहुत सताएगा.

वक़्त-ए-रुख़्सत तिरी आँखों का वो झुक सा जानाइक मुसाफ़िर के लिए ज़ाद-ए-सफ़र है ऐ दोस्त।

किसी को छोड़कर कोई कहीं नहीं जाताकोई शख्स हमारे दिल में जब बस जाता

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