964+ Buddha Quotes In Hindi | Gautam Buddha Quotes in Hindi

Buddha Quotes In Hindi , Gautam Buddha Quotes in Hindi
Author: Quotes And Status Post Published at: October 5, 2023 Post Updated at: April 4, 2024

Buddha Quotes In Hindi : सत्य केवल उन लोगों के लिए कड़वा होता है , ज़ो लोग झूठ में रहने के आदि हो चुके हैं । जिसके पास यह तीन चीजें हैं उसे कोई हरा नहीं सकता ।

यदि आपकी दया आपको सम्मिलित नहीं करती, तो वो अधूरी है।

“बुराई अवश्य रहनी चाहीए तभी तो अच्छाई इसके ऊपर अपनी पवत्रिता साबित कर सकती है.”

~ सत्य के मार्ग पर चलते हुए व्यक्ति केवल दो ही गलतियां कर सकता है। पहली – पूरा रास्ता न तय करना या फिर शुरुआत ही न करना।

कोई मेरा बुरा करे वह कर्म उसका, मैं किसी का बुरा न करू यह धर्म मेरा।

“वह लोग जो केवल सलाह देते है वे अपने आस-पास के लोगो को परेशान करते रहते है.”

जो जगा है उसके लिए रात लम्बी है, जो थका है उसके लिए दूरी लम्बी है, जो मूर्ख सच्चा धर्म नहीं जानता उसके लिए जीवन लम्बा है। – गौतम बुद्ध

जैसे मोमबत्ती बिना आग Ke Nahi Jal Sakti, मनुष्य भी आध्यात्मिक जीवन Ke Bina Nahi जी सकता।

जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो। फिर जीत हमेशा तुम्हारी होगी, इसे तुमसे कोई नहीं छीन सकता।

जिस तरह तूफ़ान एक मजबूत पत्थर को हिला नहीं पाता उसी तरह से महान व्यक्ति तारीफ या आलोचना से प्रभावित नहीं होते

” दुनिया हमेशा से प्रशंसा करने और दोष निकालने का रास्ता ढूंढती आई है हमेशा यही होता आया है और यही होता रहेगा “

अपना उद्धार स्वयं ही करे दूसरों पर निर्भर न रहे

“बीता हुआ समय बीत चुका है, भविष्य अभी दूर है, वर्तमान पल ही वह समय है, जिसमें आप जी सकते हैं।”

आपका शरीर अनमोल हैं यह जाग्रत होने के लिए हमारा ध्यान हैं, इसका ध्यान रखे

तो उस दिन के बाद आप कभी भी नकारात्मक सोच नहीं रखेंगे ।

अगर बुराई Se Door Rehna Hai To अच्छाई को बढ़ावा दीजिये।

“हर सुबह हमारा नया जन्म होता है, इसीलिए आज जो हम करते है वही हमारे लिए मायने रखता है.”

इच्छाओं का कभी अंत नहीं होता. यदि आपकी एक इच्छा पूरी होती हैं, तो दूसरी इच्छा(desire) तुरंत जन्म ले लेती हैं

“अगर आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए आपको कोई साथी नहीं मिलता है, तो अकेले ही चलिए.”

बुराइयों से दूर रहने के लिए अच्छाई का विकास कीजिए और अपने मन को अच्छे विचारों से भर लीजिए। – गौतम बुद्ध

कष्ट की जड़ आसक्ति है.

“सब्र सफलता की चाबी है, याद रहे बूंद बूंद से ही समंदर भरता है.”

सारे गलत काम मन की वजह से होते हैं. यदि मन को बदल दिया जाए तो क्या गलत काम रह सकते हैं?

जो व्यक्ति थोड़े में ही खुश रहता हैं सबसे अधिक ख़ुशी उसके पास होती हैं.

जो हमारे सामने हैं वह हमें दिखता नहीं लेकिन जो हमारे पास नहीं है उसका हम विचार करते हैं।

अकेले रहना कहीं अच्छा है। बैगर उन लोगों के साथ में रहने से जो आपकी प्रगति में बाधा डालते है।

आवश्यकता वहीं है, जो एकता से लब्र्दता है।

“हर चीज पर संदेह करो , स्वयं अपना प्रकाश ढूंढो.”

आकाश में, पूर्व और पश्चिम का कोई भेद नहीं है, लोग अपने विचारों से भेद पैदा करते हैं, और फिर उनके सही होने पर यकीन कर लेते हैं।

“परमात्मा ने हर इंसान को एक जैसा ही बनाया है अंतर सिर्फ मस्तिष्क का है.”

ये कभी मत सोचो की ये क्या हो गया। बल्कि ये हमेशा करने की सोचो की हमें आगे क्या करना है।

हार मत मानो, क्योंकि शुरुआत हमेशा सबसे कठिन होती है।

सभी प्राणियों पर दया करो। यही सच्चा धर्म है।

सिर्फ लालच द्वारा हमेशा मतभेद रहता है।

आपका बड़े से बड़ा दुश्मन भी आपको उतना नुकसान नहीं पहुंचा सकता। जितना नुकसान आपके अनियंत्रित विचार आपको पहुंचाते है।

अगर आपको अच्छा साथी ना मिले तो अकेले ही चले उस हाथी की तरह जो कि अकेले ही जंगल में घूमता हैं

क्रोध को प्यार से, बुराई को अच्छाई से, स्वार्थी को उदारता से और झूठे व्यक्ति को सच्चाई से जीता जा सकता है। – गौतम बुद्ध

दूसरों के लिए जीने वाला व्यक्ति कभी भी निराश और परेशान नहीं होता है। – गौतम बुद्ध

प्रशंसा और आलोचना दोनों स्वीकार करें, क्योंकि एक फूल को उगने में सूरज और बारिश दोनों लगते है।

आप केवल वही खोते है, जिससे आप चिपक जाते है।

यह सोचना अत्यंत हास्यापद हैं कि को दूसरा व्यक्ति आपको खुश या दुखी कर सकता हैं.

अलगाव में दुनिया का सबसे बड़ा दुख है, करुणा में दुनिया की सच्ची ताकत है।

” आप जैसा सोचते हैं आप बिल्कुल वैसे ही बनते हैं इसलिए अच्छा बनने के लिए हमेशा अच्छा सोचिए “

असली ख़ुशी सब कुछ प्राप्त करने में नहीं सब कुछ देने में हैं

“शांतिप्रिय लोग आनंद का जीवन जीते हैं। उन पर हार या जीत का कोई प्रभाव नहीं पड़ता।”

“स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन है, वफादारी सबसे बड़ा संबंध है।”

” जिसने अपने मन को वश में कर लिया उसने शांति को प्राप्त कर लिया “

जो मानव अपनी निंदा सुन लेने के बाद भी शांत है। वह सारे जगत पर विजय प्राप्त कर लेता है।

वह जो पचास लोगों से प्रेम करता है, उसे पचास संकट हैं, वह जो किसी से प्रेम नहीं करता, उसके एक भी संकट नहीं है। – गौतम बुद्ध

“हर सुबह हम पुनः जन्म लेते हैं, लेकिन हम आज क्या करते हैं यही सबसे अधिक मायने रखता है।”

~ हर अनुभव कुछ न कुछ सिखाता है, हर अनुभव महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि हम अपनी गलतियों से ही सीखते हैं।

जो व्यक्ति थोड़े में Hi Khush Rehta Hai, सबसे अधिक खुशी Usi Ke Paas होती है।

“क्रोध को पाले रखना गरम कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के सामान है; इसमें आप ही जलते हैं.”

बुराइयों से Door Rehne Ke Liye, अच्छाई का विकास कीजिए Aur Apne मन को अच्छे विचारों Se Bhar लीजिए।

शक्ति Chahiye To ज्ञान हासिल करो, Aur सम्मान चाहिए To चरित्र अच्छा करो।

गुस्से को अपने भीतर रखना ऐसा ही है। जैसे आप जहर तो खुद पियें और किसी दूसरे आदमी के मरने की उम्मीद करें। – गौतम बुद्ध

जीवन मिलना भाग्य की बात है, मृत्यु होना समय की बात है, पर मृत्यु के बाद भी लोगों के दिलों में जीवित रहना, यह कर्मों की बात है। – गौतम बुद्ध

वह लोग Jo Kewal सलाह देते हैं, Vo Apne आस-पास Ke Logon Ko परेशान करते रहते हैं।

जैसे कच्ची छत में जल भरता है। वैसे ही अज्ञानी के मन में कामनाएँ जमा होती है।

जो व्यक्ति स्वयं से सच्चा प्यार करता हैं, वह कभी दुसरे व्यक्ति को चोट नहीं पहुंचाता हैं

” शांतिप्रिय लोग आनंदमय जीवन व्यतीत करते हैं उन पर हार या जीत का कोई प्रभाव नहीं पड़ता “

जब आप हारे तो उनकी जीत में खुशियां मनाएं। जब आप जीतें तो उनको भी अपनी खुशियों में शामिल करें, यही मानवता है। – गौतम बुद्ध

आपके जीवन के सबसे सुखद क्षणों में एक है जब आप यह स्वीकार करने का साहस पाते है कि आप क्या नहीं बदल सकते।

“बिना सेहत के जीवन जीवन नहीं है, बस पीड़ा की एक स्थिति है, मौत की छवि है.”

गुस्से को अपने भीतर दबाकर रखना ऐसा ही हैं जैसे जहर तो हम खुद पियें और मरने की उम्मीद किसी और से करे

यदि आप समस्या का हल निकाल सकते हैं तो फिर चिंता क्यों? और यदि समस्या का कोई समाधान नहीं हैं, तो फिर चिंता करने का भी कोई फायदा नहीं हैं.

“सदैव अपने बराबर या अपने से समझदार व्यक्ति के साथ सफर करिए मूर्खों के साथ सफर करने से इच्छा है अकेले सफर करना।”

पेट में गया हुआ विष केवल एक मनुष्य को मारता है , परंतु कान में गया हुआ विष कई संबंधों को मार देता है ।

प्रसिद्ध होना आसान है, पर सिद्ध होना बेहद कठिन।

दुसरे लोगो के दोष को ना देखे, ना ही उनकी गलतियों को, इसके बजाय अपने खुद के कर्मों को देखे कि आप क्या कर चुके हैं और क्या करना बाकी हैं.

अपना हृदय अच्छी चीजें करने में लगाओ। इसे बार-बार करो और तुम प्रसन्नता से भर जाओगे।

आक्रामकता की मेज़बानी में होता है।

अच्छे स्वास्थ्य(good-health) में शरीर को रखना हमारा एक कर्तव्य हैं, अन्यथा हम अपने मन को मजबूत और साफ रखने में सक्षम(able) नहीं हो पाएंगे

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