Buddha Quotes In Hindi : सत्य केवल उन लोगों के लिए कड़वा होता है , ज़ो लोग झूठ में रहने के आदि हो चुके हैं । जिसके पास यह तीन चीजें हैं उसे कोई हरा नहीं सकता ।
अहिंसा ही सबसे बड़ा धर्म है। जो सबके कल्याण की कामना करता है।
अस्तित्व का पूरा रहस्य हैं डर से मुक्त हो जाना, कभी भी इस बात से न डरे कि आपका क्या होगा.
~ बंधन ही सभी दुखों की जड़ है।
पवित्र हृदय सबसे उत्तम तीर्थ है।
जब किसी के शब्द सच्चे और दयालु होते हैं, तो वे हमारे जीवन(life) को बदल सकते हैं.
अगर तुम्हे अपने जीवन के सारे प्रश्नो के उत्तर चाहिए तो ये सभी प्रश्न तुम सिर्फ स्वयं से करो ।
जो व्यक्ति थोड़े में ही खुश रहता है। सबसे अधिक खुशी उसी के पास होती है।
अपने अहंकार को ढीले-ढाले वस्त्र की तरह पहनें। – गौतम बुद्ध
यदि आप अपना मार्ग नहीं बदलेंगे। तो निश्चित ही आप वही पहुंच जायेगे जहां से आप जा रहे हैं।
हजारों लड़ाई लड़ने से अच्छा है। खुद पर विजय हासिल करना। फिर जीत खुद की होती है। जिसे कभी कोई छीन नहीं सकता।
बुद्ध का कहना था कि में कभी नहीं देखता की क्या किया जा चुका है। मैं हमेशा यह देखता हूं कि अभी और क्या किया जाना बाकी है।
जैसे मोमबत्ती के बिना आग नहीं जलती उसी प्रकार मनुष्य भी अध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं जी सकता।
यदि किसी समस्या का समाधान मिल सकता है तो चिंता किस बात की जाए। यदि आपकी समस्या का समाधान नहीं भी मिल रहा है तो चिंता करने से आपको कोई लाभ नहीं मिलेगा।
अगर बुराई को मात देनी है तो अच्छाई को बढ़ावा दीजिए और खुद के अंदर अच्छे विचार रखे।
अगर लापरवाह होते हैं तो नरम घाव से भी हाथ छिल सकते हैं। इसी प्रकार धर्म के प्रति की गई लापरवाही हमें नर्क के दरवाजे पर ला सकती है।
दर्द मिलना तो अनिवार्य है फिर आपके हाथ में है दुखी होना न होना।
अपनी मंजिल खुद ही ढूंढे और उसका रास्ता भी खुद ही तेय करे।
यदि आप मोक्ष पाना चाहते है थे उसके लिए आपको स्वयं ही अपने मन को क़ाबू कर प्रयास करने होंगे।
अगर आप सच में खुद से प्यार करते हैं तो आप कभी भी किसी को दुःख नही पहुंचा सकते।
आप चाहे जितना भी शांति को तालाश लेे। लेकिन असली शांति आपको अपने ही अंदर मिल सकती हैं।
जो लोग ज्यादा बोलते हैं। वह सीखने की कोशिश नहीं करते। जबकि समझदार इंसान हमेशा निडर और साहसी होता है। जो समय आने पर ही बोलते हैं।
जो करना है। आज ही करे, क्या पता कल जिंदगी रहे ना रहे।
खुशी पाने का कोई भी रास्ता नहीं है बल्कि खुद खुश रहना सबसे बड़ी खुशी होती है।
क्रोध को शांति से जीतो, बुराई को अच्छाई से जीतो और झूठ बोलने वालो को सच बोलकर जीतो।
जब आप क्रोध करते है तो उससे आपका ही नुकसान होता है। क्रोध करना जलते हुए कोयले को अपनी हथेली पर रखने की तरह है जिसे आप दूसरे की और फेंकना चाहते है लेकिन स्वयं को ही नुकसान पहुँचाते है।
अगर आप सही दिशा में चल रहे हैं। तो आपका काम है उस रास्ते में निरंतर करना।
बिना स्वास्थ्य के जीवन बिल्कुल बेकार है। वह केवल एक पीड़ा की स्थिति और मौत के समान जीवन है।
हमारा शरीर सबसे जरूरी है। इसलिए इसे हमेशा अपने शरीर को स्वस्थ रखें और इसका पूरा ख्याल रखे।