Alone Sad Quotes In Hindi : आज फिर तेरी याद आयी,जब बिन मौसम बारिश आयी. आज तन्हा हुए तो अहसास हुआ !कई घण्टे होते है एक दिन में.
जाने और कितना अकेला होगा इंसान, आज सेल्फी लेता है, कल खुद ही लाइक करेगा।
मेरे ख्यालो में सिर्फ तुम हो तुम्हे कैसे भुला दूँ,इस दिल की धड़कन हो सिर्फ तुम,तुम्हे कैसे निकाल दूँ.
काश तू मेरी मौत होतीतो एक दिन मेरी ज़रूर होती.
सुना है मोहब्बत मिलती है मोहब्बत के बदले !हमारी बारी आई तो रिवाज ही बदल गया.
हालात खराब हो तो अपने ही,गैरो के जैसा बर्ताव करने लगते है !
मोहब्बत किसी से करनी हो तो हद से मिलाकर करना,वरना किसी को बेपनाह चाहोगे तो टूट कर बिखर जाओगे।
स्टेशन जैसी हो गयी है ज़िन्दगी, जहां लोग तो बहुत है, पर अपना कोई नहीं..
बिछड़ते वक्त,मेरे सारे ऐब गिनाये उसने,सोचता हूँ जब मिला था,तब कौन सा हुनर था मुझमें.
कोई कभी अकेला हो नहीं सकता,जब वो अकेला होता है,तो अकेलापन उसके साथ होता है
दर्द बहुत हुआ दिल के टूट जाने से,कुछ न मिला उनके लिए आँसू बहाने से,वो जानते थे वजह मेरे दर्द की,फिर भी बाज़ न आये मुझे आजमाने से.
मैं अच्छा हु यह कहना बहुत ही कठिन होता हैजब जिन्दगी में सब गलत हो रहा हो
जो लोग सबकी फ़िक्र करते हैंअक्सर उन्ही लोगो कीकोई फ़िक्र करने बाला नही होता है।
इश्क में लोग अक्सर इसलिए बर्बाद हो जाते है, क्योंकि ये दिल बात नहीं मानता और ये इश्क हार नहीं मानता।
अगर बेवफा होता,तो भीड़ होती, वफादार हूँ इसलिए अकेला हूँ
अकेलेपन का एक दौर है, जो आपको अपनी असीम ताकत में ले जाता है। मेरे एकलता में छिपे हुए दर्द को कोई नहीं समझ सकता।
#अकेलेपन और अलगाव का एक_मौसम है। यह बात याद रखें जब #अगली बार आप अकेले महसूस करें।
किसी का कल अकेला था, किसी का आज अकेला है, सुर की तलाश है सबको, यहाँ हर साज़ अकेला है।
बह जाती काश यादें भी,आँसुओ के साथ,तो एक दिन हम भी,रो लेते तसल्ली से बैठ कर।
बचपन में अंधेरे सेडर लगता था.आज उसी अंधेरे मेंशुकुन मिलता है.
सच कहा था किसी ने तन्हाई में जीना सीख लो,मोहब्बत जितनी भी सच्ची हो साथ छोड़ ही जाती है
मुझको छोड़ने की वजह तो बता जाते,तुम मुझसे बेज़ार थे या हम जैसे हज़ार थे.
तुम पर मरनें से बेहतर था हम किसी हादसे में मर जाते
तन्हा रातें कुछ इस तरह से डराने लगी मुझे, मैं आज अपने पैरों की आहट से डर गया…!
जब तुम समय बिताने के लिए किसी व्यक्ति की आवश्यकता नहीं रखते हो, तो तुम सचमुच में अकेले होते हो।
जिन्हें पता होता हैं की अकेला पन क्या होता हैं,ऐसे लोग दुसरो के लिए हमेशा हाज़िर रहते हैं।
आज परछाई से पूछ ही लिया मैंने,क्यों चलते हो साथ मेरे,साफ़ कह दिया उसने हंसके,और कोई है साथ तेरे।
कुछ बातें समझाने से नहीं !खुद पर बीत जाने से समझ आती हैं.
ना साथ है किसी का ना सहारा है कोई,ना हम किसी के हैं ना हमारा है कोई.
जो लड़के दिल के सच्चे होते हैं.., वो हमेशा अकेले होते हैं…!
वक्त ही नहीं मिलता दुखी होने का ,क्योंकि उम्मीद ही नहीं करता में ज्यादा ख़ुशी की .
जो अकेले रहना सीख जाते है,उन्हें फिर किसी और की जरुरत नहीं पड़ती !
आज फिर तेरी याद आयीजब बिन मौसम बारिश आयी.
मैंने कभी सोचा न था,वो शक्स मुझे अकेला छोड़ जाएगा,जिस पर मुझे खुद से भी ज्यादा भरोसा था।
“इस दुनिया में अकेले चलना सीख लो, आज जो तुम्हारे साथ है क्या पता कल तुम्हारे साथ ना हो।”
सबको मैं ही समझु ,कोई मुझे भी तो समझो यार
मुझे अकेले रहना पसंद है,पर मुझे अकेलापन पसंद नहीं।
“हर आँख में बसा दूसरा आंदोलन अकेलापन की उम्मीदों का, हमेशा हर तरफ़ देखने को तैयार होते हैं, पर कभी वापस नहीं मिलते।”
कौन समझ पाया आज तक हमें !हम अपने हादसों के अकेले गवाह हैं.
खुद से ज्यादा, कोई और नहीं समझ खुद का दर्द सकता..!!
तन्हाई में चलते चलते,अब पैर लडखडा रहे हैं,कभी साथ चलता था कोई,अब अकेले चलें जा रहे हैं।
न जाने वो कोन है जो बिन बुलाये आता है,मेरे ख्याल से तेरा ख्याल ही होगा जो मुझे सताता है.
टूटे हुवे सपनो और रूठे हुवे अपनों ने आज उदास कर दिया,वरना लोग हमसे मुस्कराने का राज पुछा करते थे।
फिर से इस तन्हा रात में इंतज़ार है उस शख्स का, जो कहता था तुमसे बात न करूँ तो सो नहीं पाता..!
अकेले ही तय करने होते हैं कुछ सफर, जिन्दगी के हर सफर में हमसफ़र नहीं होते..!
इतनी बदसलूकी न कर ए ज़िन्दगी !हम कौन सा यहाँ बार बार आने वाले हैं.
आज इतना अकेला महसूस किया खुद को…. जैसे लोग दफना के चले गए हो…..।।
जो फुरसत मिली तो मुड़कर देख लेता मुझे एक दफा तेरे प्यार में पागल होने की चाहत मुझे आज भी है.
इन्सान को मुसीबत मैं सलाह से कहीं ज्यादा ,जरुरत अपने के साथ की होती है
अलविदा कहना बहुत कठिन है,लेकिन हमारे पास जो समय था,उसे मैं हमेशा संजो कर रखूंगा।
बहुत बुरा लगता है जब हमसे घण्टों बात करने वाले के पास आजकल मिनट का वक्त नहीं है….
कांटों से चुभती है तन्हाई,अंगारो से सुलगती है तन्हाई,कोई आकर हम दोनों को जरा हँसा दे,मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई।
मौसम बदलता है तो नई बहारें लेकरआता है, जब इंसान बदलता है,तो आँसुओं की धार देकर जाता है 💔
मैं जो हूँ मुझे रहने दे हवा के जैसे बहने देतन्हा सा मुसाफिर हूँ मुझे तन्हा ही तू रहने दे.
ये जिंदगी उसी को दर्द देती है जो उसे खामोशी से सहना जानता है.
“तन्हाई सौ गुनी बेहतर है, झूठे वादों से झूठे लोगों से।”
मैं जो हूँ मुझे रहने दे हवा के जैसे बहने दे तन्हा सा मुसाफिर हूँ मुझे तन्हा ही तू रहने दे
“गंगा की लहरों का एक अलग ही रंग था मेरा, जब चाह नहीं थी दूसरों की, तब भी साथ था मेरा शोर।”
” अकेले जीना सीख जाता है इंसान जब उसे पता लग जाता है की अब साथ देने वाला कोई नहीं है।”
खामोशी को चुना है मैंने क्योंकि बहुत कुछ सुना है मैंने
खफा नहीं किसी से बस् अब अंदाज़ बदल लिया है। कुछ लोग जो अब तुक खास थे, उन्हें आम कर दिया है।
हमने कोशिश की वक़्त को बदलने की,पर क्या पता था ये मेरी ज़िन्दगी ही बदल डालेगा।
वो सुना रहे थे अपनी वफाओं के किस्सेहम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गये.
“अनुभव कहता है खामोशियाँ ही बेहतर है. शब्दो से लोग रूठते बहुत है।”
अकेले छोड़ जाते हैं वह लोग,जिन्हें हम जिंदगी में सबसे ज्यादा जरूरी समझते हैं।
हंसकर कबूल क्या करली सजाएं हमने,हम पर इल्जाम लगाने का दस्तूर बना दिया इस जमाने ने.
तेरे दिल की दुनिया को रौशन कर जाऊंगा अकेला ही आया था,अकेला ही मैं जाऊंगा।
जिससे हम सबसे ज़्यादा मोहब्बत करते हैं ना,उसमे सबसे ज्यादा ताकत होती है दिल तोड़कर रुलाने की।
“एक बस्ती में हो रही है एक्सप्रेस इंतजार, सदियों से रूकेगा ट्रेन, पर राहगीरों का था क्या कसूर।”
“कांटों से चुभती है तन्हाई, अंगारो से सुलगती है तन्हाई,कोई आकर हम दोनों को जरा हँसा दे, मैं रोता हूँ तो रोने लगती है तन्हाई।”
बहुत ख़ुश हूं मै अपने अकेलेपन से, क्योंकि उन महफिलों से तो अच्छा है मेरा अकेलापन जहां सब अपने होकर भी अपने नहीं है।।
आखिर कैसे भुला दे हम उन्हें !मौत इंसानो को आती है यादों को नहीं.
अकेले ही गुज़रती है ज़िन्दगी,लोग तसल्लियाँ तो देते है पर साथ नहीं।