Alone Sad Quotes In Hindi : आज फिर तेरी याद आयी,जब बिन मौसम बारिश आयी. आज तन्हा हुए तो अहसास हुआ !कई घण्टे होते है एक दिन में.
आज तब अहसास हुआ मुझे अकेलेपन का, जब तेरे होते हुए भी किसी और ने तसल्ली दी मुझे।
हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का,बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम.
इतनी #शिकायतें, इतनी शर्तें, इतनी #पाबंदियाँ….. तुमने “मोहब्बत” की है या सौदा
अपनो ने अकेला इतना कर दिया, कि अब अकेलापन ही अपना लगता है।
“हर शख्स मुझे ज़िन्दगी जीने का तरीका बताता है, उन्हें कैसे समझाऊँ की एक खुवाब अधुरा है मेरा, वरना जीना तो मुझे भी आता है।”
दिल का साफ होना भी गुनाह है,आज के जमाने में,क्योकी हर इंसान बस,फायदा उठाने की सोचता है,🥀
बैसे तो हर मौसम मुझ से वाकिफ है लेकिन, रात की तन्हाइयां मुझे कुछ अलग ही जानती हैं।
अनुभव कहता है खामोशियाँ ही बेहतर है. शब्दो से लोग रूठते बहुत है।
जिंदगी में कोई भी अकेला नहीं होता,जिसका कोई नहीं होता,उसका भगवान होता है।
किसी को चाह कर न पाना दर्द देता है,लेकिन पा कर खो देना जिंदगी तबाह कर देता है.
लोग मोहब्बत को खुदा कहते हैअगर कोई करे तो उसे इल्ज़ाम देते हैकहते है की पत्थर दिल रोया नही करतेफिर क्यूँ पहाड़ोसे झरने गिरा करते है.
जिन्दगी मे और कुछ मेरा हो या ना हो ,,, लेकिन गलती हमेसा मेरी ही होती हैं !!
अपनी तक़दीर में कुछ ऐसे ही सिलसिले लिखे हैंकिसी ने वक्त गुज़ारने के लिए अपना बनाया,तो किसी ने अपना बनाकर वक्त गुजार लिया.
यहाँ लोग अपनी गलती नही मानते,किसी और को अपना क्या मानेंगें.
जिंदगी ने भी हमारे साथ, कई खेल खेले हैं। सुख में तो पूरी महफिल थी, पर दुःख में अकेले हैं।।
जरुरत पड़ने पे लोग बिना रिश्ते के रिश्ते बना लेते हैऔर जरूरत खत्म होने के बाद बने हुएरिश्ते से भी मुंह मोड़ लेते हैं।
ये दरवाजें पे अजीब खटपट है,उनकी याद जैसे थाप दे रही हो,कह दो उससे वहीं से लौट जाए,आएगी फिर और मेरी आंख नम कर जाएगी।
“जो मेरे बिना खुश हैं, मै उसे क्यों परेशान करू.!”
बाँटने हमारा अकेलापन ये यादें ती आ जातीं हैं। पर गम ती इन आँखी का है ज़नाब, जी तुम्हें देखनें के लिए तरसती रह जातीं हैं..!
ना आवाज हुई ना तामाशा हुआ,बड़ी खामोशी से टूट गया, एक भरोसा जो तुझ पर था।
जो सिर्फ मतलब पड़ने पर याद आता है ,वो खुश नसीब इन्सान हु मैं
“अब ना किसी का दिल दुखायेंगे अब ना किसी पर हक़ जताएंगेअब यूही खामीश रहकर ये दी पल की जिंदगी बिताएंगे।”
अकेलेपन का दर्द आपको एक अनजान पथ पर ले जाता है, जहां सब कुछ अंधकार में ढल जाता है।
मैं तब तक इंतज़ार करुँगा जब तक या तो,मैं तुम्हें न भूल जाऊँ या तुम मुझे न भूला सको।
एक चाहत होती है,जनाब अपनों के साथ जीने की,वरना पता तो हमें भी है कि,ऊपर अकेले ही जाना है।
दुखों का बोझ अब अकेले नहीं संभालता है..कहीं वो मिलती अगर तो उससे लिपट के रो लेते.
#तन्हाई में अक्सर इस बात का #दुःख होता है, मुझे सब याद आते है मैं किसी को #याद नहीं।
“दूसरों के मर्म नहीं समझ पाने के तौर पर नहीं हूँ पास का इंसान, पर फिर भी हर दिन अपने अंदर ही टूटता हूँ।”
छोड़ दिया ना अकेला मुझे मेरे हाल पे, क्या झूठे थे वो कसमें वो वादे, असल में क्या थे तुम्हारे इरादे।
#किसी को चाह कर “छोड़” देना कोई बड़ी बात नहीं, किसी को #छोड़ कर भी चाहो तो पता चले #इश्क़ किसे कहते हैं
बड़ी अजीब सी हैं शहरों की रौशनी,उजाला के बावजूदचेहरे पहचानना मुश्किल हैं.
हमारे पास तो बस तेरी यादें है, ज़िन्दगी तो उसे मुबारक हो जिसके पास तू है..!!
आदत थी मेरी सबसे हंसकर बोलना,मेरा शौक ही मुझे बदनाम कर गया.
लोग कहते हैं हम हँसते बहुत हैं,पर उन्हें क्या पता,हम अकेले में रोते भी बहुत है।
“तुम याद नहीं करते, हम तुम्हें भुला नहीं सकते, तुम्हारा और हमारा रिश्ता कितना खूबसूरत है, तुम सोच नहीं सकते हम बता नहीं सकते।”
“बारिश के एक बूंद के बादल भी ओझल नज़र आते हैं, फिर भी जब तक झरनों से मेल नहीं होता, साथ-साथ आते हैं।”
हर रोज बहक जाते हैं मेरे कदम,तेरे पास आने के लिये,ना जाने कितने फासले तय करने अभी बाकी है,तुमको पाने के लिये।
बेखबर इस दुनिया से भटक रहे हम अकेले, ख्वाहिशें सब की पूरी कर रह गए हम अकेले…”!!
अकेलेपन खुद को तुरंत प्रगट करने की शक्ति है।
कुछ लोग हमारी जिंदगी में,सिर्फ भरोसा तोड़ने के लिए ही आते हैं.
खफा नहीं किसी से बस्अब अंदाज़ बदल लिया है.कुछ लोग जो अब तुक खास थे,उन्हें आम कर दिया है.
इस दुनिया में अकेले चलना सीख लो,आज जो तुम्हारे साथ है क्या पता कल तुम्हारे साथ ना हो।
“यह मत कहना कि तेरी याद से रिश्ता नहीं रखा, मैं खुद तन्हा रहा मगर दिल को तन्हा नहीं रखा।”
“आदत थी मेरी सबसे हंसकर बोलना, मेरा शौक ही मुझे बदनाम कर गया।”
अगर बेवफा होते तो भीड़ में होते,वफादार हैं इसलिए अकेले हैं.
बेपनाह मोहब्बत काआखरी पड़ाव बस एक ख़ामोशी.
“मुझे गिरे हुए पत्तों ने सिखाया है…. बोझ बन जाओगे तो अपने भी गिरा देंगे।”
बहुत शौक था दुसरो को खुश रखने का, होश तो तब आया, जब खुद को अकेला पाया।
जानता पहले से था मैं, लेकिन एहसास अब हो रहा है, अकेला तो बहुत समय से हूं मैं, पर महसूस अब हो रहा है।
बचपन में अंधेरे से डर लगता था. आज उसी अंधेरे में शुकुन मिलता है.
इस दुनिया की सच्चाई और राजजितना कम जानोउतना ज्यादा ही अच्छा है..
मैं अपने जीवन में उन सभी कठिन लोगों के लिए आभारी हूं,जिन्होंने मुझे बिल्कुल वही दिखाया है जो मैं नहीं बनना चाहता।
क्या बात है, बड़े चुपचाप से बैठे हो,कोई बात दिल पे लगी है या दिल कही लगा बैठे हो।
“अकेलापन मेरे अन्दर उठ रहे हैं आवाज़, आने वाला कोई हो न हो पर मेरे साथ बना रहे हैं।”
अकेलेपन से सीखी हैमगर बात सच्ची हैदिखावे की नजदीकयों सेहकीकत की दूरियाँ अच्छी है.
लोगों की बातें सुनकर छोड़ जाने वाले,हम कितने बुरे थे तुम पता तो कर लेते.
जो मेरे बिना खुश हैंमैं उसे क्यों परेशान करू .
हर हँसी के पीछे कभी-कभीएक अदृश्य दर्द भी छुपा होता है,जिसकी कहानी केवल आंखों में होती है.
इश्क में लोग अक्सर इसलिए बर्बाद हो जाते है,क्योंकि ये दिल बात नहीं मानता और ये इश्क हार नहीं मानता।
चाहे जितना भी, किसी को अपना बना लो, वो एक दिन आपको, गैर महसूस करा ही देते हैं!
अकेले ही गुज़रती है ज़िन्दगी !लोग तसल्लियाँ तो देते है पर साथ नहीं.
“यह ‘अच्छा’ है कि हम अकेले #खुश रहे किसी के साथ होकर #दुखी होने की अपेक्षा।”
कई बार ये जिंदगी ऐसे मोड़ पर लेकर खड़ा कर देती हैं की अगर बातें बोल दी जाये तो रिश्ते मर जाते हैं। और अगर दिल में रख ली जाये तो इंसान खुद मर जाता है…
किसी को कितना भी अपना क्यों ना मान लो,एक दिन लोग बुरा साबित कर ही देते हैं।
अपनों के होते हुए भीकभी-कभी हमें अकेला महसूस होता है।
तुम याद नहीं करते,हम तुम्हें भुला नहीं सकते,तुम्हारा और हमारा रिश्ता कितना खूबसूरत है,तुम सोच नहीं सकते हम बता नहीं सकते।
मेरी कोशिश हमेशा से नाकाम रही !पहले तुम्हें पाने की अब तुम्हें भुलाने की.
नफ़रत नहीं है तुमसे,लेकिन अब मोहब्बत भी नहीं है,बिछड़ने का गम बहुत है,मगर अब मिलने की चाहत भी नहीं है।
न ढूंढ मेरा किरदार दुनिया की भीड़ में,वफादार तो हमेशा तन्हा ही मिलते हैं !
ज़िंदगी दर्द उसी को देती है, जिसको ख़ुशी दे सके।
जितना हम लोगों को खास समझते हैं,\r\n उतना ही लोग हमे बकवास समझने लगते हैं..!!
ये दुनिया कहने को तो अपनो का मेला है.. ध्यान से देखो तो यहां हर शख्स अकेला