Alone Sad Quotes In Hindi : आज फिर तेरी याद आयी,जब बिन मौसम बारिश आयी. आज तन्हा हुए तो अहसास हुआ !कई घण्टे होते है एक दिन में.
तू मुझसे दूर है इस बात का शिकवा नही,गिला तो इस बात का है कीतू किसी और के करीब है.
अकेले हैं तो क्या हुआ यह जिंदगी भी गुजर जाएगी,हम अपनी तन्हाई मिटाने के लिए,किसी और के दिल से नहीं खेलते।
कांच की तरह होते हैं गरीबो के दिल,कभी टूट जाते हैं और कभी तोड़ दिए जाते हैं.
बहुत अजीब लगता है,सबके होते हुए भी किसी कासाथ ना होना.
भटका मैं इस दुनिया में इक साथ की तलाश में, मैं गया जिस भी शहर, मैंने खुद को अकेला पाया।
पता नहीं क्यूँ_मगर जब जब तुझसे मेरी_बात हो जाती है ना मेरा दिन #बहुत अच्छा जाता है…
इस कदर अकेले रहने,की आदत हो गई है,की भरी महफिल में,भी खुद को तन्हा पाते है।
कुछ लोग पहले हमारी जिंदगी बदल देते हैं,और फिर बिना बताए छोड़ जाते हैं।
जिस तरह से हम चिंता और नाखुशी के खिलाफ,अपना बचाव करना चुनते हैं, वह हमारे “व्यक्तित्व” के,बहुमत को निर्धारित करता है।
अकेले तो हम पहले भी जी रहे थे,क्यूँ तन्हा से हो गए हैं तेरे जाने के बाद।
बड़े कमाल के लोग हैं इस दुनिया में अपने बनकर दिलों को जोड़ लेते हैजी भरकर करते हैं सवारी रिश्तों की जब मन भर जाता हैं तो छोड़ देते है।”
“नफ़रत तो नहीं है पर अब किसी से बात करने का दिल नहीं करता….”
छोड़ने से पहले कहते तो आप,दर्दे दिल एक बार हमे सुनाते तो आप,ऐसी क्या मजबूरी थी आपकी,जो हमे जिंदगी के सफर में छोड़ गये आप.
टूट कर चाहा था तुम्हे,और तोड़ कर रख दिया तुमने मुझे.
किसी ने पूछा मुझसे कि इतनेउदास क्यों रहते हो,मैंने कहा किसी के साथमुस्कुराने का कर्ज चुका रहा हूँ।😔
“किसी को कितना भी अपना क्यों न मान लो एक दिन लोग बुरा साबित कर ही देते है।”
यूँ ना खींच मुझे अपनी तरफ बेबस कर के,ऐसा ना हो के खुद से भी बिछड़ जाऊंऔर तू भी ना मिले.
ख्वाइशें तमाम पिघलने लगी है,फिर से एक और शाम ढलने लगी है,उनसे मुलाकात के इंतज़ार में बैठे है,अब ये जिद भी तो हद से गुजर ने लगी है.
मैंने अपनी ख़ामोशी से, कई बार सुकून खरीदा है ।।
नफ़रतों के शहर में अकेला सा हूँ मैं, मुझे अच्छे लोगों कि नहीं, अच्छे वक़्त कि तलाश है।
रोते हैं वो लोग जो #मोहब्बत को दिल से निभाते हैं, #धोखा देने वाले तो दिल तोड़ कर अक्सर_चैन से सो जाते हैं।
बड़े ही अजीब हैं ये ज़िन्दगी के रास्ते,अनजाने मोड़ पर कुछ लोग अपने बन जाते हैं,मिलने की खुशी दें या न दें,मगर बिछड़ने का ग़म ज़रूर दे जाते हैं।
खुल सकती हैं गांठेंबस ज़रा से जतन से मगर,लोग कैंचियां चला कर,सारा फ़साना बदल देते हैं.
“अकेलापन की जंजीरें चढ़ा रहा हूँ ख़ुद के घरों की योजनाओं पर, पर मोहब्बत की फ़रियादों में ये दौलत कम आती हैं।”
दुबारा इश्क़ होगा तो तुझसे ही होगा !खफा हूँ मैं बेवफा नहीं.
आज कुछ अजनबी सा अपना वजूद लगता है,साथ हैं सब मगर दिल क्यों अकेला सा लगता है।
तुम अब फिर लौटकर मत आना, अब तन्हाई से मोहब्बत हो चुकी है।
मैंने आज़ाद कर दिया !हर वो रिश्ता हर वो इंसानजो सिर्फ अपने मतलब के लिएमेरे साथ था.
हकीकत भूल गये हमजब से ख्यालों के पीछेचलना शुरू किया है 😢
#अकेले रहने का भी एक अलग #सुकून हे | ना किसी के वापस आने की #उम्मीद, ना किसी के ‘छोड़’ जाने का डर…..
जाने किस का ज़िक्र है इस अफ़साने मेंदर्द मजा लेता है जो दोहराने में.
अकेला होकर भी अकेला नहीं हूँ मैं,कुछ यूँ सहारा दिया है तेरी यादो ने मुझे.
दुनिया के लोग बड़े जालिम हैं,वो तुम्हारे दुःख, दर्द रो रो कर पूछेंगेऔर हंस हंस कर सारी दुनिया को बताएंगे.
अपनो ने अकेला इतना कर दिया,कि अब अकेलापन ही अपना लगता है.
सच कहा था किसी ने तन्हाई में जीना सीख लो, मोहब्बत जितनी भी सच्ची हो साथ छोड़ ही जाती है..!!
कमाल है ना… आंखें तालाब नहीं है फिर भी भर आती हैं, और इंसान मौसम नहीं है फिर भी बदल जाता है!
जब रिश्ता उनसे निभाया नहीं गया तो बोले,हमसे अच्छी तुमको और मिल जाएगी।
किसी को धोखा देकर मत सौचो की वो कितना बैबकूफ है. ये सोचो की उसे तुम पर कितना भरोसा था..
आज परछाई से पूछ ही लिया क्यों चलती हो मेरे साथ.उसने भी हंसके कहा, और कौन है तेरे साथ…!
अकेला होकर भी अकेला नहीं हूँ मैं , कुछ यूँ सहारा दिया है तेरी यादो ने मुझे..!!
कल तक मुझे, आज़ उनको मेरा ना होना खलता है, क्योंकि अब मुझे अकेलापन बड़ा अच्छा लगता है।।
जिंदगी ने भी हमारे साथ, कई खेल खेले हैं। सुख में तो पूरी महफिल थी, पर दुःख में अकेले हैं।।
अपनी अच्छाई पर क्या गुरूर करू मैं,किसी की कहानी में शायद मैं भी गलत हूं।।
“एक चाहत होती है, जनाब अपनों के साथ जीने की, वरना पता तो हमें भी है कि, ऊपर अकेले ही जाना है।”
जब तक थी मर्जी तब तक खेला, फिर तुमने मुझे परे धकेला, साथ अब मेरे मेरी कलम है, समझो न मुझको तुम अकेला।
अकेला हूँ पर मुस्कुराता बहुत हूँ, ख़ुद का साथ बड़ी शिद्दत से दे रहा हूँ।
जब आप अकेले बैठते है,तक आप अपने भूतकाल में होते हैं।
हा सीख नहीं पाए हम मीठे झूठ का हुनर,कड़वे सच में कई रिश्ते छीन लिया हमसे।
जो मेरे बिना खुश हैं, मै उसे क्यों परेशान करू.!
वो तो अपनी एक आदत को भी न बदल सके,न जाने क्यों हमने उनके लीये पूरी जिंदगी बदल दी.
“तू अहसान कर फिर जता दे और बड़ा बन जा, मै बेकार था मुझे बेकार ही रहने दे, जा तू खुदा बन जा। “
कमाल होते हैं वो लोग,जो अपना सब कुछ खो कर भी,दूसरों को खुश रखते हैं.
वक़्त के रहते वक़्त दिया करो,वक़्त कटने के बाद वक़्त ना रहेगा.
जब तक तुम अपने अन्दर के विचारों में सोये हुए हो, तब तक तुम सचमुच अकेले हो।
काश की वो लौट आए मुझसे ये कहने, की तुम होते कौन हो मुझसे दूर होने वाले..!!
यूं ही नहीं मेरी कलम बस किसी के लिए चलती है,मौका कुछ खास हो कविता तभी दिल से निकलती है।
रात खामोश सी चुपचाप हैं,शोर तेरी यादों का बेहिसाब हैं.
सबको खुश रखते रखतेहमारी ख़ुशी ने ही खुदखुशी कर ली
बचपन में अंधेरे से डर लगता था. आज उसी अंधेरे में शुकुन मिलता है.
वो इंसान दुनिया जीतने की हिम्मत रखता है,जो इंसान अकेले चलने की हिम्मत रखता है।
अकेले जीना सीख जाता है,इंसान जब उसे पता लग जाता है,की अब साथ देने वाला कोई नहीं है।
तकलीफ हमेशा उन्हें बताओ जोसमझने के काबिल हो
कभी कभी अकेलापनहमें हमारी ज़रूरतों से भीज्यादा समझने कोमजबूर कर देता है.
जो फ़ुरसत मिली तो मुड़कर देख लेता मुझे, एक दफा तेरे प्यार में पागल होने की चाहत मुझे आज भी हैं..!
आज सोया बहुत हूँ आज रोया बहुत हूँ,पाया कुछ भी नहीं मैंने,खोया बहुत हूँ।
अकेला छोड़ ही रही हो तो पहले इसकी वजह तो बता दो।
“जरुरत पड़ने पे लोग बिना रिश्ते के रिश्ते बना लेते हैऔर जरूरत खत्म होने के बाद बने हुए रिश्ते से भी मुंह मोड़ लेते हैं।”
कुछ लम्हे अब अकेले बिताना सीख रहा हूंँ। सबके लिए हमेशा रहना का हुनर अब महगा पड़ रहा है।
आपके जाने के बाद इस दिल का,दरवाजा हमने कभी खोला ही नहीं,वरना बहुत से चांद आए थे,इस घर को सजाने के लिए।
किसी ने पुछा किसने दिल दुखायामैंने कहा मेरी उम्मीदों ने
जो लड़के दिल के सच्चे होते हैं… हमेशा अकेले होते हैं…!
टूटे हुए दिल भी धड़कतें हैं उम्र भर,चाहें किसी की याद में चाहे किसी की फरियाद में.