Status For Beautiful Girl In Hindi : कैसे बयान करें सादगी अपने महबूब की, पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी। सुबह का मतलब मेरे लिए सूरज निकलना नही, तेरी मुस्कराहट से दिन शुरू होना है।
सुनो…मुझे देखकर तेरा यूं मुस्कुराना बेहद पसंद है…एक तुझ से ही मेरे जीवन मे सदा बसन्त है…!!!
आइने में क्या चीज़ अभी देख रहे थे,फिर कहते हो खुदा की कुदरत नहीं देखी।।
जब ख़यालो में आता है उनका चहरा तब होंटो पर एक फ़रियाद आती है हम भूल जाते है सारे गम बस उनकी मोह्ब्बत की याद आती है।
अगर मैंने आपको अभी तक अपने Whatsapp में ऐड नहीं किया तो समझ जाओ के आप इसके लायक नहीं.
मदहोश करती हैं बाते तेरी…गर कहतें हैं नशा इसको तो तलब मंजूर हैं हमे…
चेहरे की सुंदरता से ही कुछ नही होता जनाब, दिलों की खूबसूरती कही जयदा मायने रखती है।
जरूरी नहीं सब के दिलों में धड़कना, कुछ एक की आँखों में खटकने का मजा ही अलग है।
पुरुषों की दुनिया में सबसे बडा पुरस्कार आपकी बांह पर सबसे खूबसूरत महिला उपलब्ध है और अपने दिल वफादार
आईना तो बस एक पल के लिए तसल्ली दिलाता है, खूबसूरती का अंदाजा तो उस से आंखें मिलाकर ही आता है।
तेरे हुस्न को परदे कि जरुरत क्या है,कौन रहता है होश में तुझे देखने के बाद।।
मेरी प्रेमिका एक सुंदर चोर है उसने मेरा दिल चुरा लिया और मुझे पता है कि मैं इसे कभी वापस नहीं पा सकता हूँ।
सोचता हु हर कागज पे तेरी तारीफ करु, फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।
तुम्हारी तारीफ किये बिना मै रुक नहीं पता.तुम्हारे हुस्न के चर्चे महफ़िल में करता जाता.
इन आँखो को जब-जब उनका दीदार हो जाता है,दिन कोई भी हो, लेकिन मेरे लिए त्यौहार हो जाता है…
जी भर के देखु अगर आपकी इजाज़त हो चेहरा आपका मेरी नज़रो में शरारत हो।
कुछ फिजाएं रंगीन कुछ आप हसींतारीफ करूँ या चुप रहूं दोनों जुर्म संगीन
सुबह का मतलब मेरे लिए सूरज निकलना नही, तेरी मुस्कराहट से दिन शुरू होना है।
मैं कोई आफत नहीं जो टल जाउंगी, आदत हूँ, बस लग जाउंगी।
क्या लिखूं तेरी तारीफ-ए-सूरत में यार,अलफ़ाज़ कम पड़ रहे हैं तेरी मासूमियत देखकर।
खूबसूरती न सूरत में है ना लिबास में है, निग़ाहें जिसे चाहे उसे हसीन बना दे।
अगर मैं कोई कण्ट्रोल कर सकने वाली चीज़ होती तो मेरा कोई रिमोट भी होता.
चाँद सा जब कहा तो वो गिला करने लगे,बोले… चाँद कहिये न, चाँद सा क्या है।
तू सर से लेकर पाव तक खूबसूरत है मग़र तेरे दिल में वो बात नहीं जो मेरे दिल में है।
कुछ फिजायें रंगीन हैं, कुछ आप हसीन हैं, तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो संगीन हैं।
लोग होते होंगे खूबसुरत…तूम तो कतई जहर हो…
धीरे से लबों पे आया एक सवाल हैतू ज्यादा खूबसूरत ये तेरा ख्याल है
उनके खूबसूरत चेहरे से नकाब क्या उतरा,जमाने भर की नीयत बेनकाब हो गई।
ख़ूबसूरती तो हर चीज में होती है जनाब, बस उसे देखने का नज़रिया बदल जाता हैं।
कभी कभी मुझे एक्सपर्ट की सलाह लेनी पड़ती है, इसके लिए मैं खुद से बात करती हूँ..
कुछ लोग कहते हैं मुझे भूलना नहीं, कुछ कहते हैं मुझे हमेशा याद रखना, लेकिन मेरा #attitude तो देखो: मैं कहती हूँ भुला सकते हो तो भुला कर दिखाओ.
ये मच्छर मेरे खून की बजाए मेरी #Fat क्यों नहीं चूस लेते.
जब मैं शायरी लिखने बैठा तो बस तेरे चहरे पर ही अटक गया।
शुक्र है ये दिल सिर्फ धड़कता है,अगर बोलता तो कयामत आ जाती।
आफत तो है वो नाज़ भी अंदाज भी लेकिन,मरता हूँ मैं जिस पर वो अदा और ही कुछ है।।
यकीनन चेहरे की खूबसूरती आंखों को सुकून देती है, लेकिन…. रूह को सुकून तो दिल की खूबसूरती ही देती है।
तुम्हारी सादग़ी ही है, तुम्हारी खूबसूरती, वरना हमारी ये आँखे, तुम्हे यूँ ना घूरती।
उसको सज़ने संवरने की ज़रूरत ही नही !उसपे सज़ती है हया भी किसी ज़ेवर की तरह !!
उसके मीठे होठ और मुझे शुगर का रोगहकीम साहब तुम रहने दो हमसे नहीं होता परहेज
क्या लिखूं तेरी तारीफ-ए-सूरत में यार,अलफ़ाज़ कम पड़ रहे हैं तेरी मासूमियत देखकर।
ना रंग से रंगीन हुए, ना भंग से हुए मदहोशडाली जो उसने तिरछी नज़र फिर कहाँ रहा कुछ होश,,
तन्हा रातों में हमें बोहोत रोना आता है क़सम से चांद तू मुझे उनकी याद दिला देता है।
कैसे बयान करें सादगी अपने महबूब की, पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी।
कमसिनी का हुस्न था वो… ये जवानी की बहार,पहले भी तिल था रुख पर मगर क़ातिल न था।
मैं जो हूँ वही हूँ, किसी के लिए नहीं बदलने वाली..
कभी आहट, कभी ख़ुशबू, कभी नूर से आ जाती है !तेरे आने की ख़बर मुझे दूर से आ जाती है !! ❜
हम पर यूँ बार बार इश्क का इल्जाम न लगाया कर, कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो
नवाज़ा है जिसे उस ख़ुदा ने अपनी अदाकारी से, वो हर शख्स अपने आप मे खूबसूरत तो है ही।
रूठ कर कुछ और भी हसीन लगते हो,बस यही सोच कर तुमको खफा रखा है।
ये आईने ना दे सकेंगे तुझे तेरे हुस्न की खबर,कभी मेरी आँखों से आकर पूछो केकितनी हसीन हों तुम…
आँखों मे आँसुओं की लकीर बन गई,जैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गई,हमने तो सिर्फ रेत में उँगलियाँ घुमाई थीं,गौर से देखा तो आप की तस्वीर बन गई।।
किसी कली किसी गुल में किसी चमन में नहीं, वो रंग है ही नहीं जो तेरे बदन में नहीं !!
बड़ी आरजू थी महबूब को बेनकाब देखने कीदुपट्टा जो सरका तो कमबख्त जुल्फें दीवार बन गयी
हम तो फना हो गए उनकी आँखे देखकर,ना जाने वो आइना कैसे देखते होंगे।
हुस्न वालों को संवरने की क्या जरूरत है,वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा रखते हैं।
ख़ुदा बचाए तेरी मस्त मस्त आँखों सेफ़रिश्ता हो तो बहक जाए ये लड़का क्या है….!!
बचपन में सोचता था चाँद को छू लूँ,आपको देखा और छुआ तो ख्वाहिशे पूरी हुयी।।
क्यों चाँदनी रातों में दरिया पे नहाते हो,सोये हुए पानी में क्या आग लगानी है।
इस जहां में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे, सदियों तक इस जमीं पे तेरी कयामत रहे।
महक़ रहा है चमन की तरह वो आईनाकि जिस में तूने कभी अपना रूप देखा था
हुस्न वालों को संवरने की जरुरत क्या हैवो तो सादगी में भी क़यामत की अदा रखते हैं
मस्त नज़रों से देख लेना था अगर तमन्ना थी आज़माने की,हम तो बेहोश यूँ ही हो जाते क्या ज़रूरत थी मुस्कुराने की?
इस जहां में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे,सदियों तक इस जमीं पे तेरी कयामत रहे।
कभी कभी दाग भी अच्छे होते है, युही चाँद खुबसुरती का मिसाल नहीं है।
वो शरमाई सूरत वो नीची निगाहें,वो भूले से उनका इधर देख लेना।
जो मुझसे जलते हैं वो थोड़ा साइड में ही चलते हैं।
जो विश्वास मुझे #makeup से मिलता है वो और कहीं नहीं मिलता.
रुके तो चाँद चले तो हवाओं जैसा है,वो शख्स धूप में भी छाव जैसा है।।
इन आँखो को जब-जब उनका दीदार हो जाता है, दिन कोई भी हो, लेकिन मेरे लिए त्यौहार हो जाता है…
तलब उठती है बार-बार तेरे दीदार की,ना जाने देखते-देखते कब तुम लत बन गये।
बातें दिल की बोलती है आंखेंइसलिए जुबां को कैद किया है
न देखना कभी आईना भूल कर देखोतुम्हारे हुस्न का पैदा जवाब कर देगा।
जो दिमाग में आता है वही करती हूँ, तुम जैसी नहीं जो हर एक पर मरती हूँ।