271+ School Life Status In Hindi | School Life Status

School Life Status In Hindi , School Life Status
Author: Quotes And Status Post Published at: October 23, 2023 Post Updated at: March 26, 2024

School Life Status In Hindi : अजीब बात थी ये स्कूल के समय की सोमवार बीतते सदियाँ लग जाती थी और रविवार पालख झपकते ही ख़त्म हो जाता था। जिन दोस्तों की दोस्ती स्कूल के कई साल बाद भी बरकरार होती है, उस दोस्ती में एक अलग ही बात होती है।

सोचा है तो पूरा होगा ;बस शुरू कही से करना होगा,तुझे दुनिया से बाद में ;पहले खुद से लड़ना होगा।

फ्रेंड 1 — ये क्या लिखा है बेफ्रेंड 2 — जो समझ में आ रहा है वो लिख बाकी वैसे ही डिज़ाइन बना दे

पहले स्कूल के वक़्त आराम था इसलिए छुट्टी के दिनों में भागदौड़ किया करते थे, आज छुट्टी के मायने आराम करने तक ही रह गए हैं।

खेल खेलने के लिए खेल इतने ज़रूरी नहीं थे बस दोस्त ज़रूरी थे।

😔👈🏋🥇 “दुश्मनी ऐसी करो की दुनिया 🌏 देखती जाये  ,और प्यार ❤ ऐसे करो की दुनिया जलती जाये” 😔👈🏋🥇

में जानता हूँ की उसके बिना जी नही पाऊंगाहाल उसका भी यही है मगर किसी ओर के लिए

स्कूल से दूर हो गए पर स्कूल दिल से कभी दूर नहीं हो सका।

😔👈🏋🥇 “वाकिफ 👈 कहाँ ~ दुश्मन👹 अब हमारी उड़ान से, वो कोई और थे, जो हार 😔 गए तूफान🌪️ से” 😔👈🏋🥇

स्कून के दिनों में सबसे बेहतर दिन वो होता था जब हर क्लास का पहला दिन होता था।

😔👈🏋🥇 “अपना Royal Attitude सख्त है, तभी तो बन्दा मस्त है, जीत अपनी Fix है, क्योकि दुश्मन हमारे पस्त है।” 😔👈🏋🥇

इश्क़ के हिज्जे भी जो न जानें वो हैं इश्क़ के दावेदारजैसे ग़ज़लें रट कर गाते हैं बच्चे स्कूल मेंअमीक़ हनफ़ी

गर्मियां तो आज भी आती है पहले की तरह बस अब स्कूल के दिनों की तरह गर्मियों की छुट्टिया नहीं आती पहले की तरह।

वक़्त भी क्या क्या दिखता है स्कूल के दिनों मैं स्कूल से परेशान थे अब स्कूल की यादों से परेशान है ।।

Home Work पूरा ना होतो Teacher से लगता है डर,जल्दी से छुट्टी हो जाएँ औरमैं Bag उठाकर चला जाऊँ घर.

😔👈🏋🥇 “ना नजर बुरी है…ना मुहं काला है… अपना कोई क्या बिगड़ेगा…अपने सिर पे तो…डमरू वाला है…!” 😔👈🏋🥇

हर बात को बाद में देखने की बात करते थे, मैं और मेरे दोस्त निकम्मे हुआ करते थे स्कूल में बस बात किया करते थे।

वो राह आज भी याद है जहाँ था स्कूल मेरा, वही मेरी नन्ही सी दुनिया थी वही खूबसूरत जहाँ था स्कूल मेरा।

हर पल बस मस्ती और खेलने का जज़्बा था, तब गावं का वो छोटा सा स्कूल ही हमारा क़स्बा था।

होमवर्क ना कर पाने का डर भी ख़ुशी में बदल जाता था, जब पता लगता था आज किसी दोस्त ने भी होमवर्क नहीं किया है।

आज भी जब कॉलेज के दोस्त मिल जाते हैं, तो दिल में जवानी के फूल खिल जाते हैं.

बचपन में भले हीं स्कूल जाना अच्छा न लगे लेकिन बाद में School की यादें बड़ी अच्छी लगती है.

फिर से वो बस्ता थमा दो ना माँ स्कूल वाला मेरे काँधे में, क्योंकि ज़िम्मेदारियों का बोझ बस्ते से बहुत भारी हैं…..!

मुँह मासूम सा किताबों के पीछे रहता था, पर उसे पढ़ने के लिए नहीं मास्टर जी से छुप कर बाते करने के लिए।

स्कूल सिर्फ विद्या का घर नहीं होते वो हर बच्चे का दूसरा घर होता है।

😔👈🏋🥇 “डरते तो हम किसी के बाप से भी नही,  बस Respect नाम की चीज बीच मे आ जाती हे..” 😔👈🏋🥇

😔👈🏋🥇 “U हज़ार बार BHI रूठे तो मना लूँगा तुझे,  मगर देख, मुहब्बत ME शामिल को KOI दूसरा NA हो.” 😔👈🏋🥇

वो स्कूल का जमानावो लंच टाइम के बाद क्लास में अचार की सुगंध आनाबहुत याद आता हैसब मिल जायेगा इस जिंदगी मेंपर वो समय दोबारा नहीं आएगा

अजीब बात थी ये स्कूल के समय की सोमवार बीतते सदियाँ लग जाती थी और रविवार पालख झपकते ही ख़त्म हो जाता था।

हर रोज बस मौज होती थी समंझ नहीं आता वो स्कूल था या जन्नत।

हमे पता होता ये वक़्त तू इतना कुछ सिखाता है वरना तेरे ही स्कूल मे दाखिला लिया होता ।।

यह माना के मुहब्बत करना है जुर्म मगर यह जुर्म यारो बार बार करते हैं हमवो बेवफा है संगदिल हैं जानते है मगर उनपर यारो आज भी ऐतबार करते हैं हम

जिंदगी के स्कूल में सबक तो बहुत मिलते हैं मगर छुट्टियाँ नहीं”

जैसा करोगे आप वैसा ही पाओगे सदा आज सबके होठो पर यह सच्चाई मिलीमगर कैसे मान लूँ मैं इस बात को सच मुझको तो वफ़ा के बदले बेवफ़ाई मिली

स्कूल हमेशा मैं देर से पहुँचता था, अगर पता होता की स्कूल के दिन इतनी जल्दी निकल जाएंगे तो हर दिन समय से पहले पहुंच जाता।

निकर से फुल पैंट तक का सफर,पेंसिल के बाद पेन से लिखने का हुनर,यारी का मतलब भी सीखा जिधरइसे स्कूल कह लो या कह लो घर.आभाष झा

कितना भी पार्टी 👩🏻‍🤝‍👩🏻म्यूजिक कर लोपर जो ख़ुशी क्लास ⛪में टीचर के न आने पर🙋‍♂️ मिलती थीवो अब कहीं नहीं मिलती⛪।

स्कूल के भी क्या खूब दिन हुआ करते थे, तुझे इम्प्रेस करने के चक्कर में स्वेटर नहीं पहना करते थे।

ना अश्क़ से वाकिफ थे, ना ही इश्क़ के काबिल हुए हैं… फिर भी ऐ ग़म, हम तेरी स्कूल में दाखिल हुए हैं…

😔👈🏋🥇 “#DNA म्हारा #रॉयल सै, #Blood बड़ा ही #जोसिला रै…!! तेरा #Style😎 जीतना #Nawabi है.. #Oye_पगले उससे ज्यादा तो मेरे👰🏻 गाल #Gulabi है..” 😔👈🏋🥇

😔👈🏋🥇 “सोचते हैं जान अपनी उसे मुफ्त ही दे दें ❌❌❌, इतने मासूम खरीदार से क्या लेना देना।।।। 👌😘😘” 😔👈🏋🥇

आज तक मन में एक सवाल है मिलेंगे स्कूल के टीचर तो पूछूंगा जरूर ये थीटा कोस 🙄 और टेन थीटा का उपयोग आखिर करना कहा है

स्कूल की दोस्ती में एक बात ख़ास होती ,है इसमें पैसों की कोई अहमियत नहीं होती दोस्ती ही सबसे ज्यादा कीमती होती है।

पहले स्कूल में कैसे भी खेलने के लिए वक़्त ढूंढ लेते थे, अब ज़िम्मेदारिया इतनी हैं वो वक़्त ढूंढने का भी वक़्त नहीं है।

दिखावा नहीं था स्कूल में अच्छे कपड़ों का, वहां हर बच्चा एक ही वेश में एक सा लगता था।

😔👈🏋🥇 “Fans तो Celebrity 😎 के होते है, हमारे 😊 तो चाहने वाले 😍 है। ना तो बिका हूँ ना ही कभी बिक पाऊंगा, ये ना समझना मै भी हज़ारो जैसा हूँ।” 😔👈🏋🥇

😔👈🏋🥇 ” पसंद है मुझे.. उन लोगों से हारना…  जो लोग मेरे हारने की वजह से पहली बार जीते हों।” 😔👈🏋🥇

जब स्कूल में शिक्षक किसी student को उसके पूरे नाम से पुकारता है तो समझो इसका मतलब कुछ बबाल है ।।

कभी हस्ते हस्ते रो जाता हूं मैं आज भी याद करके स्कूल के वो मस्ती वाले दिन जिमेदारी नही कोई कंधो पर कितने हसीन थे वो स्कूल के दिन !!

हमने तो अपनी मोहब्बत का इज़हार किया मगर उसने फिर भी ना हमारा एतबार कियामैं तो जहाँ से लड़ा, एक उसकी खातिर उस बेवफा ने शिकवा फिर भी हज़ार किया

वो स्कूल का दरवाज़ा वो लोहे का दरवाज़ा था या फिर जन्नत का दरवाज़ा।

कन्धों पर ज़िम्मेदारियाँ नहीं बस बस्ते थे, तभी स्कूल के दिनों में हम जी खोल कर हसते थे।

😔👈🏋🥇 “सुकून की बात मत कर ऐ ग़ालिब… बचपन वाला इतवार अब नहीं आता.. लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ; सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे..” 😔👈🏋🥇

😔👈🏋🥇 “ओ PAGLI मेरा FACE अपने अन्दर INSTALL मत करना, वरना TERA DIL HANG हो जायेगा…!!” 😔👈🏋🥇

याद है मुझे उस गर्व का एहसान होना एक रात पहले पढ़ कर भी इम्तेहानों में पास होना।

😔👈🏋🥇 “वो मुझे ज़िन्दगी जीने का तरीका बता रहे है  ,जिनकी औकात मेरे Attitude के बराबर भी नही।” 😔👈🏋🥇

जितनी खुशी स्कूल मैं छुट्टी होने पर मिलती थी शायद वो खुशी अब मिल नही पायेगी ।।

स्कूल का पहला दिन और आखिरी दिन एक जैसा था, दोनों बार आँखों में आंसू थे पर दोनों बार रोने की वजह अलग थी।

वो स्कूल का दरवाज़ा वो लोहे का दरवाज़ा था या फिर जन्नत का दरवाज़ा।

कैसी पलट गई है ज़िन्दगी, पहले स्कूल ना जाने का बहाना ढूंढते थे अब स्कूल जाने का मौका तक नहीं मिलता।

स्कूल के दोस्त कितने भी कमीने होंस्कूल ख़त्म होने के बाद याद उनकी बहुत आती है

अब कौन करे इंतज़ार लंच के होने का ये सोच कर स्कूल शुरू होते ही अपना लंच ख़त्म कर लेते थे।

अजीब बात थी ये स्कूल के समय की सोमवार बीतते सदियाँ लग जाती थी और रविवार पालख झपकते ही ख़त्म हो जाता था।

बहाने बनाते थे स्कूल ना जाने के अब सोचता हूँ ना जाने क्यों बहाने बनाते थे।

😔👈🏋🥇 “शहर भर मेँ एक ही पहचान है ‘हमारी’…. सुर्ख आँखे,गुस्सैल चेहरा और नवाबी अदायेँ’!” 😔👈🏋🥇

स्कूल में कुछ तो बात थी तभी स्कूल की बातें स्कूल के बाद भी याद आती है।

बचपन में दोस्तों के पास घड़ी नहीं थी पर समय सबके पास थाआज सबके पास घड़ी है पर समय किसी के पास नहीं है

दिल में वो स्कूल वाली तरंगें उठती है,जब साथ में पढ़े, पुराने दोस्त मिलते है.

पहले पता नहीं लगता था स्कूल में दिन कब बीत जाता था, अब पता नहीं लगता स्कूल के दिन कब बीत गए।

स्कूल में पढ़ा क्या था सही से याद नहीं पर स्कूल का हर एक दिन अच्छे से याद है।

वो जो स्कूल के दरमियां गुजारे थे दिन अब याद आ रहा है वाह वाह क्या थे वो दिन

पहले स्कूल के वक़्त आराम था इसलिए छुट्टी के दिनों में भागदौड़ किया करते थे, आज छुट्टी के मायने आराम करने तक ही रह गए हैं।

स्कूल — जल्दी चल भाई देर हो गयी तो लास्ट बेंच पर बैठना पड़ेगाकॉलेज — जल्दी चल भाई देर हो गयी तो फर्स्ट बेंच पर बैठना पड़ेगा

Recent Posts