Rishtey Status in Hindi: ये रिश्ते भी अजीब होते है, बिना विश्वास के नहीं होते, और बिना धोखे के खत्म नहीं होते। संबंधों की गहराई का हुनर पेड़ों से सीखिए, जड़ों पर चोट लगते ही शाखें सूख जाती हैं।
रिश्तों को तो बेवजह नाम रखा हैनिभाने वाले तो बिना किसी रिश्तोंके भी रिश्ते निभा जाते है
रिश्तो में झुकना कोईअजीब बात नही,सूरज भी तो ढल जाता हैचाँद के लिए.✍️☘️☘️✍️
अजब है रँग-ढँग इस सँसार के भी यारों,जीने मरने के यहाँ संस्कार बदल जाते हैं!!
“रिश्तों को शब्दों का मोहताज ना बनाइए, अगर अपना कोई खामोश है तो, खुद ही आवाज लगाइए।”
“हमने अपना जीवन खफा दिया रिश्तों का मतलब जानने में लोग मशगूल है मतलब के रिश्ते बनाने में।”
अपनी दोस्ती का बस इतना सा उसूल है,जो तू कबूल है,तो तेरा सब कुछ कबूल है।
“रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो उन्हें तोड़ना मत क्योंकि पानी चाहे कितना भी गंदा हो, अगर प्यास नहीं बुझा सकता पर आग तो बुझा सकता है।”
बनाते हुए रिश्ता न जाने कितनी कसमें खाई थी,अब याद आ रहा है, वो झूठ पहनकर आई थी।
ठहरे तो चांद ? सी,चले तो हवा सीवो माँ ही है जो तेज गर्मी में छाव सी।
दौलत से बढ़कर मानवता हैपरंतु सुंदर रिश्ते से बढ़करदुनियाँ में कुछ भी नहीं है✍️☘️☘️✍️
“हर रिश्ते में अमृत बरसेगा शर्त इतनी है कि शरारते करों पर साजिशे नहीं।”
साथ छोड़ने वालों को तो एक बहाना चाहिए,वरना निभाने वाले तो,मौत के दरवाज़े तक साथ नही छोड़ते।
हर किसी को उतनी जगह दो,दिल में जितनी वो आपको देता है,वरना या तो खुद रोओगे,या वो आपको रुलायेगा।
अच्छे रिश्तों को वादे और शर्तों की जरूरत नहीं होती,बस दो खूबसूरत लोग चाहिए,एक निभा सके, दूसरा उसको समझ सके।
कुछ रिश्ते किराये के मकान जैसे होते हैं, कितना भी सजा लो कभी अपने नहीं होते
रिश्तों की डोर तब कमजोर होती है,जब इंसान ग़लतफहमी में,पैदा होने वाले सवालों का जवाब,खुद ही बना लेता है।
जिंदगी की हर खुशियां नहीं मिलती टीवी मोबाइल से कभी अपनों के साथ भी बैठ लिया करो।
अब फिक्र नहीं रही रिश्तों कीअजब सा ये जमाना हैयहाँ हर शख्स तो पैसोंकी मोहब्बत में दिवाना है
कच्चे मकान देखकर किसी से रिश्ता ना तोडना दोस्तो,मिट्टी की पकड मजबूत होती है,संगमरमर पर तो हमने अक्सर पैर फिसलते हुए देखा है।
◆ सारी खुशियों को जीवन में जगाये रखना अपने रिश्तो को अपने प्यार से सजाये रखना कोई अपना रूठ ना जाये आपसे ये बात दिल में बसाये रखना।
जरूरी नहीं की सारे सबक किताबों से ही सीखें,कुछ सबक जिंदगी और रिश्ते सिखा देते है।
रिश्तों के लिए वक़्त निकाला जाता है, वक़्त निकालने के लिए रिश्ते नहीं बनाए जाते।
तेरे बदलने का दुःख नहीं मुझकोमैं तो अपने यकीन पर शर्मिंदा हूँ..!!
संबंध बहुत ही अनमोल चीज है, इसकी हर किसी से उम्मीद न रखे, क्योंकि बहुत कम ही लोग दिल का मोल जानते हैं।
रोता वही है जिसने महसूस किया हो सच्चे रिश्ते को, वरना मतलब का रिश्ता रखने वालों की आँखों में न शर्म होती है, न ही पानी।
रिश्तों मैं अपनापन, प्यार, इज्जत और विश्वासयह सब है तो अर्थ है,वरना सब व्यर्थ है।
वो रिश्ता कभी नहीं टूट सकताजिसे निभाने की चाहत दोनों तरफ से हो
हम दोनों चले तो थे साथएक रास्ते पर मगरना जाने कब औऱ कैसे हमारेरास्ते बदल गए
जिंदगी में सब कुछ दोबारा मिल सकता हैलेकिन वक्त के साथ खोया हुआ रिश्ताऔर भरोसा दोबारा नहीं मिलता
मिलना बिछड़ना सब किस्मत का खेल है,कभी नफरत तो कभी दिलों का मेल है,बिक जाता है हर रिश्ता दुनिया में,सिर्फ दोस्ती ही यहाँ “नॉट फॉर सेल” है।
रिश्तों को बस इस तरह से बचा लिया करो, कभी मान जाया करो, तो कभी मना लिया करो।
इरादे सही होना चाहिए रिश्तों मेंयहाँ गलती तो सबसे होती है
जब रिश्ते नये होता है, तो लोग बातें करने का बहाना ढ़ुढ़ते हैऔर जब वही रिश्ता पुराना हो जाता है, तो लोग दूर होने का बहाना ढूढ़ते है।
मैं दुनिया से लड़ सकता हूँ लेकिन अपनों से नहीं क्यूंकि अपनों के साथ मुझे जीतना नहीं बल्कि जीना है।
हवा में सुनी हुई बातों पर यकीन नहीं करेंकान के कच्चे लोग अक्सर अच्छे रिश्ते खो देते है
रिश्ते तो सूर्यमुखी केफूलों की तरह होते हैंजिधर प्यार मिले…उधर ही घूम जाते हैं…✍️☘️☘️✍️
“बहुत विनम्रता चाहिए, रिश्तों को निभाने के लिए, छलकपट से तो सिर्फ महाभारत रची जाती हैं।”
हमने अपना जीवन खफा दिया रिश्तों का मतलब जानने मेंलोग मशगूल है मतलब के रिश्ते बनाने में।
किसी बिखरे हुए को संवारा है क़भी,किसी रूठे हुए को मनाया है क़भी।रिश्ते किस्मतों से मिला करते है जनाब,तहे दिल से रिश्तों को निभाया है कभी।
रिश्तों की बुनियाद मोहब्बत होती हैं,मोहब्बत से रिश्तों में जान होती हैं।कीमती होता हैं हर एक रिश्ता,क्योंकि रिश्तों से हमारी दुनिया होती हैं।
“रिश्तों का ये बंधन प्यारा सा लगे, हर दिन एक खास रिश्ता जीने का सहारा बने, कोई नहीं होगा दुख में साथ पराया, करीबी ही दुःख-सुख का सहारा बने।”
वो झूठे वादे और लारे लगाती रही मोहब्बत का जाल बिछाती रही, जब तक मतलब ना निकल गया उसका वो मुझको हमेशा अपना बताती रही.
रिश्ते तो एहसास से जुड़े होते हैऔर जहाँ एहसास नहीं होते,वहाँ रिश्ते नहीं होते।
न कभी घमंड किया है खुदपर और न कभी करेंगे, अरे हम तो बिना मतलब के जिए है और बिना मतलब के ही मरेंगे.
जो हमें दर्द दे उसको प्यार करो,जो तुम्हे प्यार करे उस दिल को कभी डर मत दो।क्यूंकि तुम सारी दुनिया के लिए एक हो मगर,किसी एक के लिए सारी दुनिया हो।
जीवन में सिर्फ वहाँ तक ही झुकनाचाहिए जहाँ तक संबंधों में लचकताऔर मन में आत्म सम्मान बना रहे।✍️☘️☘️✍️
मुस्कान के भी कई किरदार बदलते हैंये आँसू ही हैं जो रिश्ते संभाले बैठे हैं
बहन कितनी भी नखरे वाली होभाई से ज्यादा उसके नखरे कोई नई उठा सकता।
हम ने भी चाहा हर मंजिल करीब हो करहर वक्त आप का साथ नसीब हो परवहां खुदा भी क्या करे जहां इंसान खुद बदनाम हो
बारिश को होता है यकीन पानी की बूंद पर, भरोसा रखना मगर घमंड ना करना खुद पर.
वक्त भी बड़ा अजीब होता है, ऐसे रिश्ते मिलना नसीब होता है।
जिंदगी में कभी बदल गई थी, जो कभी ना बदलने की शर्त लगाई थी.
सच्चे रिश्ते हर किसी के पास नहीं होते,और रिश्ते निभाने वाले हर कोई नहीं होते।
जब रिश्ते जरुरत के हो, तो याद भी जरुरत के वक़्त आती है
खैरियत पूछने वाले तो बहुत मिलेतलाश तो उसकी है जो ख्याल भी रखा करो
ताउम्र साथ निभाने की वो कसमे दो पल में टूट जाती है,मोहब्बत से बने इन रिश्तों में आखिर कमी कहाँ रह जाती है।
अगर दो लोगो में कभी लड़ाईना हो तो समझ लेना कीरिश्ता दिल से नहीं दिमाग सेनिभाया जा रहा है
“रिश्तों को शब्दों का मोहताज ना बनाइये, अगर अपना कोई खामोश है तो, खुद ही आवाज लगाइये।” ― Relationship Quotes
खुद का दोस्त स्वार्थी बन जाता है, तो मन बहुत उदास हो जाता है.
◆ कुछ रिश्ते यू बेनक़ाब हुए, जब तक जरूरत थी, तब तक वो पास थे।
जीत की आदत अच्छी होती है मगर…कुछ रिश्तों में हार जाना ही बेहतर होता है…✍️☘️☘️✍️
रिश्ता होने से रिश्ता नहीं बनता,रिश्ता निभाने से रिश्ता बनता है,दिमाग से बनाये हुए रिश्ते बाजार तक चलते हैऔर दिल से बनाये रिश्ते आखरी सांस तक चलते है।
जो रिश्ते टूट जाते हैंवो दुबारा जुड़ा नहीं करतेजैसे मुरझाए हुए फूलदुबारा खिला नहीं करते
कुछ ख़ास रिश्ते कुछ ख़ास समय में परखे जाते हैंऔलाद बुढ़ापे में दोस्त मुसीबत मेंपत्नी गरीबी में रिश्तेदार जरुरत में
साड़ी ज़िंदगी रखा रिश्तों का भरमकोई अपने शिव अपना ना मिला
◆ सालों लग जाते है रिश्ते बनाने में, बस दो कडवे शब्द चाहिए उन्हें उजड़ने में।
तू अगर मेरी जगह खुद को,रखकर देखेगा तो समझेगा।कितनी जली हूं मैं अपने,रिश्ते को रोशन रखने के लिए।
अगर रिश्ते में पूरी तरह सेविश्वास, ईमानदारी और समझदारी है,तो इन्हें निभाने के लिए वचन, कसम, नियम,और शर्तों की कोई जरूरत नहीं है।
स्वार्थ से रिश्ते बनाने कि कितनी भी कोशिश करो रिश्ते बनेंगे नहींऔर प्यार से बने रिश्ते तोड़ने की कितनी भी कोशिश करो रिश्ते टूटेंगे नहीं।
मैं जितना लोगों को समझता गयाअकेलापन और भी अच्छा लगता गया
“कोई भी रिश्ता तोड़ने से पहले एक बार स्वयं से पूछ लें कि आज तक इस रिश्ते को निभा क्यों रहे थे ?।”
वो रिश्ते बड़े ख़ास होते है,बिन कहे सब समझ जाते है,,वो दिल के पास होते है।