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Author: Quotes And Status Post Published at: June 15, 2023 Post Updated at: March 29, 2024

Matlabi Duniya Status In Hindi - काम खतम होने के बाद फोन उठाना तो छोर दीजिए ब्लॉक ही कर देते है मुझे तो लगता है कलयुग का नाम बदल कर मतलबीयुग कर देना चाहिए

आपका बुरा वक़्त आने के बाद ही पता चलता है,के आपका सच्चा दोस्त कौन है।

झूठे मतलबी दोस्त और आपका साया,आपके साथ तभी होते हैं जब सूर्या चमकता है।

उन दुश्मनो से डरने की जरूरत नहीं जो आप पर वार करते हैं,बल्कि उन मतलबी दोस्तों से बचो जो आपके गले लगाते हैं।

कुछ मतलबी लोग ना आते,तो जिंदगी इतनी बुरी भी ना थी !!

सच्चे मोहब्बत करने वाले किसी कोने की पहचान बन गये,और मतलबी दिलों के मालिक हो गये।

मतलबी दुनिया के लोग खड़े है हाथों में पत्थर लेकर,मैं कहाँ तक भागूँ शीशे का मुकद्दर लेकर।

इतना भी मतलबी न हो यार किसी का,जब चाहा प्यार किया, जब चाहा भुला दिया।

बुरे वक्त की सबसे अच्छी बात यह है कि,जब ये आता है तब मतलबी दोस्त दूर हो जाते है।

इस मतलबी दुनिया में दोस्ती सिर्फ इक दिखावा है,तुझे भी धोखा मिलेगा, ये मेरा दावा है।

जो सच और कड़वा बोलता है,वो मतलबी और धोखेबाज नहीं होता है।

जिसपर भरोसा होता है जब वहीं धोखा देता है,तो पूरी दुनिया मतलबी लगने लगती है।

कुछ की फितरत और कुछ की मजबूरी होती है,कुछ भी हो मतलबी होना ही गलत होता है।

मतलबी लोगो की मीठी बात,सम्भाल कर रखे अपनी जज्बात।

जो तुमसे प्यार करेगा, वो तुम पर गुस्सा भी,करेगा मतलबी लोग अक्सर चापलूसी किया करते है!!

चेहरे दो थे मेरे उस दोस्त के पास,एक मतलब से पहले देखा था, और,,एक मतलब पूरा होने के बाद देखा है।

मतलबी दोस्त की एक पहचान,होती है वह आपसे मतलब आने।से पहले नहीं मिलेगा और ना ही,मतलब पूरा होने के बाद मिलेगा।

शायरी करने के लिये कुछ खास नहीं चाहिये,बस एक यार चाहिये वो भी मतलबी चाहिये।

एक सच्चा दोस्त आपके हर अच्छे बुरे,समय में आपके आगे खड़ा होगा।लेकिन मतलबी फ्रेंड हर बार,कोई न कोई बहाने ढूंढ़ता मिलेगा।

अब दोस्ती वालो का जमाना गया यारो,ये मतलबी लोगों का दौर है !!

किसी ने कहा की यह दुनिया प्यार से चलती है,किसी ने कहा की यह दुनिया दोस्ती से चलती है।लेकिन हमने जब आज़माया तो यह पाया की दुनिया,तो मतलब से चलती है।

ए मतलबी रिश्ते क्यों दोस्ती का नाम ख़राब कर रहा है तू,जहाँ बस्ती है दिलों में दोस्ती, उस नगरी में क्या कर रहा है तू।

किसी ने मुझसे पूछा की यह तुम्हारे फ़ोन में इतनी कॉल किस की है,हमने मुस्कुराते हुए कह दिया, की यह वो लोग है,,जिनका मतलब अभी हमसे पूरा नहीं हुआ।

जनाब यहाँ खुद की तारीफ सुनने के लिए मरना पड़ता है,इस मतलब की दुनिया में सब बर्दाश्त करना पड़ता है।

वो कहती थी तुम्हारे दोस्त सही नहीं,हमने उसे छोड़ दिया था।आखिर फिर याद आई उसकी,जब दोस्तों ने हमें दगा दिया था।

कुछ लोगों की बातों में वो आया था,उसको हमारे सच्च पर यकीन नहीं आया था।दोस्ती तोड़ गया किसी के बहकावे में आकर,मेरे दोस्त ने मुझे धोखेबाज बताया था।

वो रोता हुआ हमारे पास आया था,हमने गले लगा कर उसे समझाया था।आखिर धोखा किया उसने हमारे साथ,जिसको हमने अपना दोस्त बनाया था।

जो मेरे साथ बैठ कर खाना भी खाता है,जो मुझे अपना भाई बताता है।वो मेरा धोखेबाज दोस्त है,जो गैरों के सामने मुझे बुरा बताता है।

दिल से दिल मिलाया था,हमने अपना हर राज अपने दोस्त को बताया था।धोखा मिला आखिर उसी के हाथ से,जिस दोस्त को हमने जीना सिखाया था।

कौन कहता है कि सिर्फ मोहब्ब्त बेवफा होती है,हमने दोस्ती में भी धोखे खाए है।

इश्क़ मोहब्बत हमने कभी किया ही नहीं,किसी को हमने धोखा कभी दिया ही नहीं।कुछ दोस्त थे जो बीच रास्ते छोड़ गए,और कुछ ने तो साथ दिया ही नहीं।

मुहब्बत रूठ जाए तो कोई बात नहीं,दोस्त को ना रूठने दिया था कभी।छोड़ दिया उसने ही साथ हमारा,जिस दोस्त के लिए मुहब्बत को ठुकराया था कभी।

यारा तेरी यारी पर यह दिल कुर्बान था,मगर तू दोस्त नहीं गद्दार यार था।

ज़रुरत होती है तो आ जाते हैं मिलने आज भी कुछ दोस्त,और ज़रुरत नहीं होता तो याद भी नहीं करते वो दोस्त।

ज़रूरी लगता है उन दोस्तों को आज भी मुझ से मिलना,पर सिर्फ तब जब उन्हें मेरी ज़रुरत होती है।

कुछ सफर साथ चल कर उसने,हाथ छुड़ा लिया, किसी और का होने के लिए।

मतलबी लोगों की मीठी बात,सम्भाल कर रखे अपनी जज्बात।

भाई किसी का नाम नहीं लूंगा,पर थे सब मतलबी।

सच्चे लोग दिल में उतनी जगह नहीं बना पाते हैं,जितनी जगह मतलबी और चापलूस लोग बना लेते हैं।

मेरी आँखों में तुम पढ़ना,लफ्ज़ मतलबी होते है अक्सर।

कुछ होते हैं दोस्त लिबाज़ जैसे जो,ज़रुरत के हिसाब से बदल जाते हैं।

आज समझा मैं उसे मदद की इतनी जल्दी क्यों थी,उसे मतलब पूरा करना था और दोस्ती अधूरी छोड़नी थी।

शायद मेरे पिता ने भी मतलबी दोस्त का मुँह देखा है,तभी उन्होंने पहले ही मुझे मेरे दोस्त से दूर रहने की चेतावनी दी थी।

ये ज़िन्दगी सर्कस है और यहाँ बस,मतलब के करतब देखने को मिलते हैं।

बेमतलब ही मिल लिया करो दोस्तों से दोस्त,अधूरी ज़िन्दगी को पूरा करने के लिए होते हैं,,मतलब पूरा करने के लिए नहीं होते।

मतलबी दोस्त ज़िन्दगी के आसमान में काले बादलों की तरह होते हैं,जब वो छट जाते है हैं तब आसमान खूबसूरत लगने लगता है।

अजीब दौर चल रहा है है दोस्ती का समझ ही नहीं,आता मतलबी कौन है और दोस्त कौन है।

हम मतलबी नहीं कि चाहने वालो को धोखा दे,बस हमें समझना हर किसी की बसकी बात नहीं।

मतलबी दुनिया में लोग अफ़सोस से कहते है कि,कोई किसी का नहीं,,लेकिन कोई यह नहीं सोचता कि हम किसके हुए।

कौन किसको दिल में जगह देता हैं,सूखे पत्ते तो पेड़ भी गिरा देता हैं।वाकिफ हैं हम दुनिया के रिवाजो से,मतलब निकल जाये तो हर कोई भुला देता हैं।

कभी मतलब के लिए,तो कभी, दिल्लगी के लिए।हर कोई मुहब्बत ढूंढ रहा है,यहाँ ज़िन्दगी के लिये।

कड़वा है मगर सच है कुछ दोस्त नज़र ही तब आते हैं,जब उन्हें हमारी ज़रुरत होती है।

मतलबी दोस्त का इम्तेहान कभी दिमाग से लेना,आपसे हर बार मदद मांगने वाले से एक बार आप भी मदद मांग लेना।

काम पड़े तो फिर याद कर लेना मुझे,मैं तुम्हारी तरह मतलब का यार नहीं हूँ।

एक मतलबी दोस्त हमेशा आपके अच्छे वक़्त पर आपके साथ बैठेगा,और एक सच्चा दोस्त बुरे वक़्त की बरसात में आपके साथ खड़ा रहेगा।

किस काम से आना हुआ ये सवाल इस दुनिया,में मतलबी दोस्तों की वजह से आया है।

एक इंसान को मतलबी बनाने में सबसे बड़ा,हाथ एक मतलबी दोस्त का होता है।

आज कल हर कोई अपने काम से काम रखता है क्यूंकि,हर कोई उन्हें बस काम से याद करता है।

दोस्ती अचानक हो जाती है और टूट भी अचानक जाती है,आज कल मतलब आने पर दोस्त बन जाएंगे,,और बेवजह ही हो जाएंगे नाराज़ कल।

अगर कभी मतलबी लफ्ज़ का ज़िक्र आएगा तो,तेरे नाम का ज़िक्र ज़रूर आएगा मेरे दोस्त।

हर मुलाक़ात का यहाँ कुछ मक़सद होता हैं,लोग बैठते वक़्त भी सुकून नहीं मतलब ढूंढते हैं।

ना जाने अब क्या होगा ज़माने का,दोस्त का मक़सद मतलब होता है घर आने का।

ना जाने कितने बेवकूफ हैं वो लोग जो दो कोड़ी के,मतलब पूरे होते ही करोड़ों की दोस्ती अधूरी छोड़ जाते हैं।

क़ाबिलियत तारीफ है वो दोस्ती जो अपनी दोस्ती,के बीच मेँ कभी तपने मतलब बीच मेँ नहीं लाते हैं।

मेरा बुरा वक़्त क्या आया मतलबी दोस्तों ने,मुझे अपना असली चेहरा दिखाया।

काम के वक्त सिर्फ आपको ही याद करना,यह मतलबी दोस्त की असल पहचान है।

यह जमाना अब मतलबी हो गया हैं, वफादार,दोस्तों का मिलना अब बहुत मुश्किल हो गया हैं।

मतलब के यार बहुत है मेरे पास, अगर कोई,सच्चे दिल से दोस्ती निभा सकता है तो बताये।

जरुरत के वक्त मुझे याद कर लेते थे मेरे दोस्त,और जब मुझे जरुरत होती थी तो कोई ना कोई बहाना बना लेते थे मेरे दोस्त।

दोस्ती यारी पर से तो अब विश्वाश उठ गया हैं क्योंकि,मैंने भी मतलबी दोस्तों का असल चेहरा देख लिया है।

हमारी किस्मत भी बड़ी अजीब है दोस्ती,हमेशा मतलबी लोगो से ही कराती है।

अगर मतलब ही पूरा करना था तो पहले ही बता देता,कम से कम लोगो की ढिंढोरा तो नहीं पीटता,में की मेरा दोस्त औरो की तरह मतलबी नहीं।

जब दुःख के बादल जिंदगी में आये तो पता चला की,कौन दोस्त सच्चा हैं और कौन दोस्त मतलबी।

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