Matlabi Duniya Status In Hindi - काम खतम होने के बाद फोन उठाना तो छोर दीजिए ब्लॉक ही कर देते है मुझे तो लगता है कलयुग का नाम बदल कर मतलबीयुग कर देना चाहिए
विश्वास की डोर कोधोखे से तोड़ते नहीं,इस मतलबी दुनिया मेंबहुत कम लोग है जोअपनों को छोड़ते नहीं.
अब लोग रिश्तों को स्वार्थ से गढ़ रहे है,इस दुनिया में मतलबी लोग बहुत बढ़ रहे है.
मतलबी दुनिया के लिए कोई रिश्ता मायने नहीं रखता,राधा-कृष्ण की पूजा करने वाला भी प्रेम के ख़िलाफ़ है रहता।
बहुत मतलबी दुनिया हैसाथ कोई क्या देगा,मुफ्त का यहाँ कफ़न नहीं मिलतातो गम के बिना प्यार कौन देगा।
इस मतलबी दुनिया में मतलबी लोग रहते है,स्वर्ग पाने के लालच में ही दान का ढोंग करते है.
मतलबी दुनिया का कुछ ऐसा दस्तूर देखा है,अमीरों को अक्सर गरीबों से बहुत दूर देखा है.
इस मतलबी दुनिया में सब दिखावा है,तुम्हें भी धोखा मिलेगा ये मेरा दावा है.
बचपन में सुना था किदुनिया बड़ी मतलबी है,जवानी में जाना किदुनिया सचमुच मतलबी है.
इस बात को हमेशा याद रखना,इस मतलबी दुनिया में मतलबीलोग है, इन मतलबी लोगो सेजरा सम्भल कर रहना। किसी परखुद से ज्यादा भरोसा मत करना।
मतलबी दुनिया को छोड़ दे,खुद से प्यार का रिश्ता जोड़ ले,दुनिया के लोगो पर क्यों इतना ऐतबार करें,जो लौट कर ही ना आये उसक क्यों इंताजर करें।
बताओ ना तुम प्रेम के फूल कहाँ खिलते है,मतलब की इस दुनिया में दिल कहाँ मिलते है.
इस दुनिया पर मतलबी लोगो का बड़ा असर है,किसी की सैलरी पूछ लो तो उसे लगता बड़ा डर है.
प्यासा चल रहा हूँ मैंकोई पता बताओ सूखी दरिया की,रेत खोदकर पिऊंगा पानीभरोसा नहीं अब मतलबी दुनिया की.
मतलबी लोगो से रिश्ता रखना छोड़ दिया,तो ये दुनिया मुझे ही मलतबी समझने लगी.
इस मतलबी दुनिया में हर आदमीमतलब की हद तक साथ चलता है.
इस मतलब की दुनिया में जरा सम्भल कर रहना,लोग अपने शौक पूरे करने के लिए प्यार का सहारा लेते है.
मतलबी दुनिया की यही कहानी है,बुरे वक़्त में सिर्फ कमियाँ गिनानी है.
फिजूल के प्यार में अपनी खुशियों को नहीं करेंगे कम,इस मतलबी दुनिया में मतलबी बनकर रहेंगे हम.
इस मतलबी दुनिया से उसकी शिकायत नहीं करूंगा,मुझे छोड़कर चली गई मगर उसको बेवफा नहीं कहूंगा।
ये बड़ी मतलबी दुनिया है मेरे हुजूर,दिल देखकर नहीं, जरूरत देखकर प्यार होता है.
सभी कहते है कि दुनिया मतलबी है,पर कोई खुद को मतलबी नहीं कहता है.
हकीकत में यहाँ कौन किसका है,सबको लगी फायदें की बीमारी है,लालच से चल रही ये दुनियामतलब की ही सिर्फ रिश्तेदारी है.
इस दुनिया की सबसे खूबसूरत यही रीत है,जिससे काम हो या मतलब हो, उसी से प्रीत है.
ऐ दोस्त, नखरे तो सिर्फ माँ-बाप उठाते है,ये मतलबी दुनिया तो सिर्फ उंगलियां उठाती है.
लोग कहते है ये दुनिया गोल है,मैं कहता हूँ ये दुनिया मतलबी है.
जिनको हमने इस दिल में बसा रखा था उनका नाम तो मतलबी लोगो में आ रखा था।
मतलबी लोगो की मीठी बातें ओह ये तो सिर्फ एक दिखावा है। चाहे आप भी उन्हें आजमालो आपको भी धोखा मिलेगा ये मेरा दावा है।
हम विश्वास को इंसानियत मनाते थे पर वो मतलबी लोग तो सिर्फ अपने मतलब को ही जानते थे।
साजिशे हजार करलो मगर मुझे भुला ना पाओगे, मतलबी कह कर छोड़ने वाले एक दिन बड़ा पछताओगे ..!
विश्वास की डोर एक धोखे से तोड़ जाते है मतलबी लोग की फितरत है की , वो अपनों को बीच रस्ते में छोड़ जाते है।
बड़ा दर्द होता है मुझे ये जानकर की अब वो प्यार भुला बैठे है वो मुझे मतलबी मानकर।
जिनकी दुआ किया करते थे हज़ारों में आज वही बेचते है रिश्ते बाज़ारों में ।।।
दुआ करों की मेरी जिंदगी में भी ये मुकाम आये वो मतलबी दुआ करे मगर उस दुआ में भी मेरा नाम आये।।।
मतलबी है वो हर रिश्ता जो बेवफाई करता है जो सामने अच्छी अच्छी बातें , मगर पीठ पीछे बुराई करता है।
बदलती इस दुनिया के साथ हर रिश्ता बदल रहा है, जहां अपनों की जीत पर कोई अपना जल रहा है ..!
खर्च कर दिया खुद को, कुछ मतलबी लोगो पर, जो हमेशा मेरे साथ थे, सिर्फ मतलब के लिए।
दिलों में मतलब और जुबान से प्यार करते हैं, बहुत से लोग दुनिया में यही कारोबार करते हैं।
खर्च कर दिया खुद को, कुछ मतलबी लोगो पर, जो हमेशा मेरे साथ थे, सिर्फ मतलब के लिए।
कैसे कह दूँ इश्क मतलबी है उसका, उसे मुझसे कोई फायदा भी तो नहीं है।
अक्सर लोग मतलब से याद करते है, खैर यह भी ठीक है, कभी तो लोग मतलब से याद कर लिया करते है।
इस दौर ए जमाने ने मौज और मतलब को दे दिया प्यार का नाम, दफन हो कर रह गयी किताबो मे सच्चे प्यार कि दास्तान।
तुम्हारी हर अदा पर नजर रखते हैं, मोहब्बत की दुनिया का हम भी खबर रखते हैं….!
मैं वाक़िफ़ हु मतलबी दुनिया की फितरत से, बहोत चाहते लोग मुझे मगर ज़रूरत पड़ने पर।
मतलबी दुनिया से कुछ मतलब हम भी रखते है, मशगुली चाहे जितनी हो, नज़र सब पर रखते है।
बुरा भले लगे पर मैं सच कहता हूँ, अब मतलबी दोस्तों से दूर रहता हूँ।
जिस पर भरोसा होता है जब वहीं धोखा देता है, तो पूरी दुनिया मतलबी लगने लगती है।
सच्चे दोस्तों की एक निशानी होती है, वो मिलने के लिए वक़्त और मतलब नहीं ढूंढते।
सिखा दिया है दुनिया ने ये अपनो पर भी शक करना, वरना मेरी फ़ितरत में तो गौरो पर भी भरोसा करना था..!
उनका मतलबी होना भी पसंद है हमें, मतलब से ही सही याद तो करते हैं हमें।
कैसे करू भरोसा गैरो के प्यार पर, अपने ही मजा लेते हैं अपने कि हार पर,
मतलबी लडकी से अच्छी तो मेरी सिगरेट हे यारो, जो मेरे होठ से अपनी जिंदगी शुरू करती हे, ओर मेरे कदमो के नीचे अपना दम तोड देती हे…!
कोई कहता हैं दुनिया प्यार से चलती है, कोई-कहता हैं दुनिया दोस्ती से चलती है, लेकिन जब अजमाया तो पाया, दुनिया तो बस मतलब से चलती है।।।
दिल-ए-मासुम ऐतबार कर लेता है थोडा प्यार पा कर, तोड देती है दिल मेरा दुनिया मतलब निकाल कर।
काश उससे चाहने का अरमान ना होता। मै होश में रहते हुए अनजान ना होता। ना प्यार होता किसी पत्थर दिल से हमको। या फिर कोई पत्थर दिल कोई इंसान ना होता।
मुझको क्या हक मैं किसी को मतलबी कहूँ, मैं खुद ही खुदा को मुसीबत में याद करता हूँ..!
बुरे वक्त में मेरी जुबां पर दोस्तों का ही नाम आया। पर मेरे बुरे वक्त में मेरा कोई दोस्त न काम आया।।
झूठी दुनिया के झूठी फसाने हैं, लोग भी झूठे और झूठे जमाने हैं, धोखे मिलते हैं हर कदम पर यहाँ, हर तड़फ भीड़ हैं लेकिन अफसोस,,, सब बेगाने हैं।।।
अब कटेगी ज़िंदगी सुकून से कुछ दिन तक। अब हम भी कुछ दिन के लिए मतलबी हो गए हैं।
बेवफ़ा से दिल लगा लिया नादान थे हम। गलती हमसे हुई कयोंकि इंसान थे हम। आज जिनके नजरें मिलाने में तकलीफ होती हैं। कुछ समय पहले उनकी जान थे हम।
दुश्मनों को सजा देने की एक तेहजीब हैं मेरी। मैं हाथ नहीं उठाता बस नजरों से गिरा देते हैं।
शीशा और रिश्ता दोनो हि बड़े नाजुक होते हैं, दोनों मे सिर्फ एक ही फर्क है, शीशा गलती से टुट जाता हैं और रिश्ता गलतफहमी से,
कोन किसको दिल में जगह देता हैं, सूखे पत्तो तो पेड़ भी गिरा देता हैं, वाकिफ है हम दुनिया के रिवाजो से, मतलब निकल जाए तो हर कोई भुला देता है ।।।
भूला देगे तुम्हें जरा सब्र तो कीजिए, आपकी तरह मतलबी होने में जरा वक्त लगेगा,
जो हम दुसरो को देंगे, वहीं लौट कर आयेगा… चाहे वो इज्जत, सम्मान हो, या फिर धोखा…!
दुनिया बहुत मतलबी है, साथ कोई क्यों देगा, मुफ्त का यहाँ कफ़न नहीं मिलता, तो बिना गम के प्यार कौन देगा।
जो तुमसे प्यार करेगा, वो तुम पर गुस्सा भी करेगा मतलबी लोग….? अक्सर चापलूसी किया करते है…!
दिल तो दिल है , मचल ही जाता है हम मर्ज़े-इश्क से , नासाज़ बहुत हैं…!
अकसर वही लोग हम पर उँगलीया उठाते हैं। जिनकी मुझसे बात करने की औकात न हैं।
ढूॅढना ही है तो परवाह करने वालों को ढॅूढ़ीये साहेब, इस्तेमाल करने वाले तो ख़द ही आपको ढॅूढ़ लेंगे…!
उछलता था मैं तो बस तेरे ही सहारे, सूने पड़े रहते है अब मेरे ये किनारे, खिल जाती थी बूँद बूँद मेरे पानी की कूदता था जब तू यहाँ मस्ती के मारे…!
सच बता तू किस दुनियाँ में खो गया, जो बीज यहाँ सन्नाटे के तू बो गया, किन जिम्मेदारियों तले दब गया, कौनसे कोने में तू जाकर सो गया…
कुछ यूँ हुआ कि.जब भी जरुरत पड़ी मुझे हर शख्स इतेफाक से.मजबूर हो गया !!