1063+ Matlabi Duniya Status In Hindi

Matlabi Duniya Status In Hindi, Matlabi Log Status, मतलबी दोस्त के लिए स्टेटस, Sad Matlabi Log Status In Hindi, selfish status, मतलबी रिश्ते स्टेटस
Author: Quotes And Status Post Published at: June 15, 2023 Post Updated at: March 29, 2024

Matlabi Duniya Status In Hindi - काम खतम होने के बाद फोन उठाना तो छोर दीजिए ब्लॉक ही कर देते है मुझे तो लगता है कलयुग का नाम बदल कर मतलबीयुग कर देना चाहिए

मतलब की इस दुनिया में कोई तुम्हारे साथ क्यों देगा, मुफ्त में तो यहां कफ़न भी नहीं मिलता, तुम्हें बिना मतलब के प्यार कौन देगा|

दुनिया का पहला उसूल है- जब तक काम है तब तक राम राम है, उसके बाद न दुआ न सलाम है|

कोई गरीब अगर पहाड़ से भी गिर जाए तो उसे कोई पूछने भी नहीं जाता, अमीर के काँटा भी चुभ जाए तो हजारों लोग पूछने पहुँच जाते हैं|

ये दुनिया कितनी मतलबी है इस बात का अंदाजा आप यहां से लगा सकते हो के जो पेड़ सूख जाता हैं उस पेड़ पर तो परिंदे भी बसेरा नहीं करते|

पहले लोग दिल से बात करते थे, अब लोग मतलब से बात करते है|

दुनिया की बात तो दूर समुन्दर भी इतना मतलबी है, ये जान लेकर लहरों से कहता है इसे किनारे पर लगा दो|

इस मतलबी दुनिया में जरूरत से ज्यादा अच्छे बनोगे तो जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल कर लिए जाओगे|

मजबूत से मजबूत लोहा भी टूट जाता है, कई झूठे इकठे हो जाएँ तो सच भी टूट जाता है|

ज़िन्दगी में जो भी मिला एक सबक दे गया, यहां तो हर शख्स मतलबी निकला|

आज के जमाने में सबसे बड़ा गुरु ठोकर है, खाते रहो और सीखते रहो|

सफल होना है तो फैसले करना सीखो, तुम डरते रहोगे तो तुम्हारी ज़िन्दगी के फैसले कोई और करता रहेगा|

दुनिया में सब बड़े दुखी ह्रदय से कहते हैं के इस दुनिया में कोई किसी का नहीं, मगर कभी खुद ये नहीं सोचते के वो किसके हैं|

दुनिया की दिक्कत और भी है के अगर कोई ज्यादा अच्छा है तो वो क्यों है?

दुनिया इंसान की अच्छाई पर हमेशा चुप रहती है, बात अगर बुराई की हो तो गूंगे भी बोलने लगते हैं|

अपनी खुशियों की परवाह करो, दूसरों को खुश करते करते तो ज़िन्दगी निकल जायेगी|

दुनिया इतनी मतलबी है के आपको इस्तेमाल करने के बाद, आपको ही पीछे छोड़ जायेगी|

अपनों के साथ वक़्त का पता ही नहीं चलता, पर वक़्त के साथ अपनों का पता चल जाता है|

दुनिया में अब ये हाल हो चुका है की किसी का हाल भी पूछो तो वो सोचता है की कोई काम होगा|

इस कदर रफ़्तार तेज़ है ज़िन्दगी की, सुबह का दर्द शाम तक पुराना हो जाता है|

इस मतलबी दुनिया में अपनापन केवल एक दिखावा है सबको धोखा मिलेगा ये मेरा दावा है।

जिनको कभी हमने चलना सिखाया था आज वही हमारे पैर काट रहे हैं।।

पहले मैंने सोचा के दुनिया प्यार से चलती होगी,

फिर मैंने सोचा के दुनिया दोस्ती से चलती होगी,

जब मैंने आज़माया तो देखा के दुनिया तो केवल मतलब से चलती है।।

जब किसी को आपकी जरूरत ख़तम हो जाती है तो उनका बोलने का तरीका भी बदल जाता है।।

ये दुनिया इतनी मतलबी है कि सोते हुए भी पैर हिलाते रहो, वरना लोग मरा हुआ समझ कर जलाने में भी देर नहीं लगाएंगे।।

इस मतलबी दुनिया में हर कोई बदल जाता है,

जब उनको कोई आपसे बेहतर मिल जाता है।।

मतलबी दुनिया के लिए कोई रिश्ता मायने नहीं रखता।।

कड़वा है मगर सच है- आज की दुनिया में इंसान ख्वाहिश से नहीं, जरुरत के लिए प्यार करते हैं,

जरुरत ख़तम तो प्यार ख़तम।।

सब मतलबी है आज की मतलबी दुनिया में कौन किसे दिल में जगह देता है,

यहां तक के पेड़ भी अपने सूखे पत्ते गिरा देता है।।

मतलबी दुनिया है, फरेबी हैं लोग यहां, इंसानियत खो गयी है, अपनों की परवाह कहाँ।।

ये पत्थरों की दुनिया है, यहां पिघलने वाला कोई नहीं।।

आज अगर आप किसी को अपनी समस्या बताओगे तो लोग मदद नहीं करेंगे बल्कि दूर चले जाएंगे।।

इस बात का इल्म नहीं है तुझे ऐ ग़ालिब, ये शहर नहीं है भरोसे का, हर कदम पर धोखा मिलेगा तुझे, इसने तोडा है दिल कई गरीबों का।।

आज के इस मतलबी युग में अकेला चलना सीख लो, जरूरी नहीं जो आज तुम्हारे साथ है वो कल भी तुम्हारे साथ होगा।।

इतना खुश हो जाओ कि ये मतलबी दुनिया भी परेशान हो जाए, ना जाने इसे किस बात की ख़ुशी है।।

मतलब की इस दुनिया में कोई तुम्हारे साथ क्यों देगा, मुफ्त में तो यहां कफ़न भी नहीं मिलता, तुम्हें बिना मतलब के प्यार कौन देगा।।

जैसी दुनिया वैसे रहेंगे, अब हम भी मतलबी रहेंगे।

लोग अपने मतलब से साथ रहते हैं, कोई यहां किसी का नहीं होता।

उनका जब मतलब निकल गया तो उन्होंने हम से कहा, "हम पहले मिले है कहीं"? हमने भी उनके मुँह पर कह दिया, "आप हम से मिल सकें आपकी इतनी औकात नहीं।"

हर मतलबी इंसान यही कहता है, मैं थोड़ा ना मतलबी हूँ।

लोग आजकल इबादत करने के वक़्त भी अपनी नियत साफ नहीं रखते, मेरी तो वो निंदा कर रहे थे।

लोगों के असली चेहरे सामने आते हैं जब उनको हमसे कोई काम निकल आता है।

आजकल हम डरपोक की गिनती में आते है, अपनों से सामना करने की हिम्मत नहीं है मुझ में।

हिसाब हमने भी बराबर कर दी, हम भी उनके जैसा बन गए।

जब कभी भी मैं मतलबी शब्द सुनता हूँ तुम्हारा ही नाम याद आता है।

कुछ लोगों के लिए हम बुरे बन गए, क्योंकि हम उनका काम नहीं करते।

उजालों में डर सा लगने लगा है, उनमें अपनों की शक्ल दिखाई देती है।

मतलब की दुनिया से दूर रहता हूं मैं, अब भगवान की शरण में रहता हूं।

मतलब हमें बस उनसे था, शायद इसीलिए वो मतलबी बन गए।

दुनिया को अच्छे से समझ चुका हूं, मतलबी लोगों से रिश्ता तोड़ चुका हूं।

कुछ लोग अपना काम करना तक भूल जाते है, दूसरों की कमियों को निकालने के लिए।

Recent Posts