Krishna Status In Hindi : बड़ी आस ले कर आयाबरसाने में तुम्हारे कर दो शमा,किशोरी जी अपराध मेरे सारेसवारू में भी अपना जीवनश्री राधा नाम जपते जपते…प्रेम से बोलो श्री राधे.. गोपियों का प्रिय लिखू या राधा का प्रियतम लिखू,रुकमनी का श्री लिखू या सत्यभामा का श्रीतम लिखू !!जय श्री कृष्णा
कोई मुझे दुर्गा रूप में माता समझकर पूजता है, तो कोई मुझे विष्णु मानकर पूजता है।
नसीब में रिश्ते चाहे अधूरे लिखे होंलेकिन यादें बेहद प्यारी होती हैंराधे राधे
धैर्य रखना दुनिया के सामने रोने से बेहतर है।
राधा की कृपा, कृष्णा की कृपा, जिस पर हो जाए,भगवान को पाए, मौज उड़ाए, सब सुख पाए..!!
क्या नींद क्या ख्वाब आँखे बन्द करू तो तेरा चेहरा आंख खोलू तो तेरा ख्याल मेरे कान्हा…
कृष्णा के कदमो पे कदम बढाते चलो,अब मुरली नही तो सीटी बजाते चलो,राधा तो घर वाले दिलाएंगे ही,मगर तब तक गोपियाँ पटाते चलो..!!
भरोसा और प्यार, दोनों ऐसे पंछी हैं, अगर उनमें से एक उड़ जाए तो दूसरा भी उड़ जाता है।
राधा ने किसी और की तरफ देखा हीं नही,जब से वो कृष्ण के प्यार में खो गई कान्हा के प्यार में पड़कर,वो खुद प्यार की परिभाषा हो गई।radha krishna shayari
मुझे नहीं रंगना जमाने तेरे ढंग में,मैं तो चाहूं रंगना कान्हा के रंग में।
जिस पर राधा को मान हैं,जिस पर राधा को गुमान हैं,यह वही कृष्ण हैं,जो राधा के साथ हर जगह विराजमान हैं..!!
जन्म लेने वाले व्यक्ति की मृत्यु निश्चित है, और मरने वाले व्यक्ति का फिर से जन्म लेना निश्चित है।
अपने जीवन में कभी भी ना किसी को आनंद में वचन देना क्रोध में उत्तर दे और ना ही दुख में कभी निर्णय ले !
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आएंगे,एक बार आ गए तो कभी नहीं जायेंगे..!!
अगर दुष्ट और बुरे व्यक्तियों को समझाने मात्र से कार्य सिद्ध हो जाते तो यकीन मानिए महाभारत कभी नहीं होता।
अपने अनिवार्य कार्य करो, क्योंकि वास्तव में कार्य करना निष्क्रियता स बेहतर है।
राधा-कृष्णा ही प्रेम की सबसे अच्छी परिभाषा है,बिना कहे जो समझ में आ जाए, प्रेम ऐसी भाषा है।
दूसरो का भला करने वाले मनुष्य को हमेशा कष्टो का सामना करना पड़ता है क्योकि हमेशा फल देने वाले वृक्ष को भी पत्थरो की मार सहनी पड़ती है।
अच्छी किस्मत के लोग थोडा भी बुरा होने पर भगवान को कोसते है, और बुरी किस्मत के लोग थोडा भी अच्छा होने भगवान का स्मरण और धन्यवाद करते हैं।
जय हो राधे प्यारी की – ढल जाऊं मैं तुम में शाम की तरह, तुम रात की तरह मुझे खुद में समेट लेना।
“चमत्कार उन्हीं के साथ होते हैं,जिनके मन में विश्वास होता है”
राधा की कृपा, कृष्णा की कृपा,जिस पर हो जाए,भगवान को पाए,मौज उड़ाए, सब सुख पाए..!!
प्रेम करना हीं है, तो मेरे कान्हा से करो जिसकी विरह में रोने से भी तेरा उद्धार हो जाएगा।
जीवन ना तो भविष्य में है और नाही अतीत में, जीवन तो केवल कृष्णा के ध्यान में है !! जय श्री कृष्णा
किसी दूसरे के जीवन के साथ पूर्ण रूप से जीने से अच्छा हैकि हम अपने समय के भाग्य के अनुसार अपूर्ण जीए।
वह जो सभी इच्छाएं त्याग देता है और मै और मेरे की लालसा और भावना से मुक्त हो जाता है उसे शांति प्राप्त होती है।
तुम क्या मिले की साँवरे,मेरा मुकद्दर सवंर गया,उजड़े हुए नसीब का गुलशन निखर गया…
तूफान में कश्तियां और घमंड में हस्तियां अक्सर डूब ही जाते है।
कृष्ण कहते हैं,अहंकार मत कर किसी को कुछ भी देकर,क्या पता – तू दे रहा है या पिछले जन्म का कर्जा चुका रहा है।
कुछ क्षण की शांति के लिए प्रतिदिन सत्यों को निरंतर अनदेखा कर दिया जाता है।
प्यार मे कितनी बाधा देखी, फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी”..!!
श्याम की बंसी जब भी बजी है,राधा के मन में प्रीत जगी है.
राधा-श्याम जोड़ी कुछ, भाये ऐसे जग में,प्रीत की डोरी में बंधे, तेरे ही संग में..!!
जब आप दूसरों के लिए अच्छा चाहते है तो वही अच्छी चीज़े आपके जीवन में वापस आती है। यही प्रकृति का नियम है।
मेरे लिए न कोई ग्रहणीत है न प्रिय, किन्तु जो व्यक्ति भक्ति के साथ मेरी पूजा करते है, वो मेरे साथ है और मैं भी उनके साथ हूँ।
प्यार मे कितनी बाधा देखी,फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी..!!
मुझे नहीं पता मेरी किस्मत में क्या लिखा है, बस इतना पता है के तू हर पल हर हाल में मेरे साथ दिखा है।
हे मेरे कान्हा- बहुत सुकून मिलता है जब तुम मेरे सपनो में आकर कहते हो, क्यों फ़िक्र करते हो मैं हूँ न..
प्यार सबको आजमाता हैं,सोलह हज़ार एक सौ आठ रानियों से मिलने वाला श्याम,एक राधा को तरस जाता हैं..!!
कभी ऐसा समय नहीं था जब मैं, तुम,या ये राजा-महाराजा अस्तित्व में नहीं थे, ना ही भविष्य में कभी ऐसा होगा कि हमारा अस्तित्व समाप्त हो जाये।
कोशिश की जाए तो अपने अशांत मन को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता हैं।
कान्हा तुझे ख्वाबों में पाकर दिल खो ही जाता हैं खुदको जितना भी रोक लू, प्यार हो ही जाता हैं।
जीवन ना तो भविष्य में है और नाही अतीत में,जीवन तो केवल कृष्णा के ध्यान में है !!जय श्री कृष्णा
मन शरीर का हिस्सा है, सुख दुख का एहसास करना आत्मा का नहीं शरीर का काम है।
जानते हो फिर भी अंजान बनते होंइस तरह क्यों हमें परेशान करते होंपुछते हो तुम्हें क्या क्या पंसद हैजबाब खुद हो फिर भी सवाल करते हों❤……
क्या नींद क्या ख्वाब,आँखे बन्द करू तो — तेरा चेहरा…और आंख खोलू तो — तेरा ख्याल…मेरे कान्हा..🙏
राधे जी का प्यार मुरली की मिठास माखन का स्वाद गोपियन का रास इन से मिल कर बनाता है राधे कृष्णा का प्यार।
प्यार दो आत्माओं का मिलन होता हैं,ठीक वैसे हीं जैसे प्यार में कृष्ण का नाम राधाऔर राधा का नाम कृष्ण होता हैं..!!
राधा की कृपा,कृष्णा की कृपा,जिस पे हो जाए,भगवान को पाए,मौज उड़ाए…!!सब सुख पाए…!!💛
डूबे ना वो नैया,चाहे तूफान आए या सुनामी,जिसकी नांव का मांझी,खुद है “शीश का दानी”..जय श्री श्याम….!💜
कृष्ण ने राधा से पूछा ऐसी एक जगह बताओ, जहाँ में नहीं हूँ,राधा ने मुस्कुरा के कहा, बस मेरे नसीब में।
जिस जिस ने भी रखा है कान्हा से वास्ता,उन्हें घोर अन्धकार में भी दिखा है रास्ता।
शास्त्र, वर्ण, आश्रम की मर्यादा के अनुसार जो काम किया जाता है वह कार्य है और शास्त्र आदि की मर्यादा से विरुद्ध जो काम किया जाता है वह अकार्य है।
विष कैसा होता है भोलेनाथ से पूछो, मीरा से पूछोगे तो अमृत ही कहेगी !! प्रेम तो प्रेम होता है…जय श्री कृष्ण
नरक तिन चीजों से नफरत करता है: वासना, क्रोध और लोभ।
सच बोलने का साहस कीजिए। परिणाम भुगतने की शक्ति परमात्मा देंगे।
कृष्ण का नाम लो सहारा मिलेंगा,यह जीवन ना तुमको दुबारा मिलेगा !!
अजीब नशा है, अजीब खुमारी है, हमे कोई रोग नहीं बस, जय श्री राधे कृष्णा, राधे कृष्णा बोलने बीमारी है…
एक बार राधा कहो, सो बार कृष्ण हो जाये,राधा राधा रट ते ही सब बाधा मिट जाए|जय जय श्री राधे जी।
भाव बिना बाज़ार मै वस्तु मिले न मोल,तो भाव बिना “हरी“ कैसे मिले,जो है अनमोल…!!💕
एक बार राधा कहो, सो बार कृष्ण हो जाये, राधा राधा रट ते ही सब बाधा मिट जाए| जय जय श्री राधे जी।
मेरे श्री कृष्ण कहते है कि, जीवन मै सबसे बड़ी गलतीवही होती है, जिससे कुछ सीखा न जाय ।।
जो एक क्षण में बदल जाएएक क्षण में भंग हो जाएवह प्रेम नहीं लोभ होता है !
जो व्यक्ति अपनी गलतियों के लिए स्वयं लड़ता है। उसे कोई भी नहीं हरा सकता।
रख लूँ नजर मे चेहरा तेरा,दिन रात इसी पे मरती रहूँ..जब तक ये सांसे चलती रहे,मे तुझसे मोहब्बत करती रहूँ..💕!!…मेरे कान्हा मेरी दुनिया…!!💕
केवल जीतने वाला ही नहीं बल्कि कहां पर हारना है। ये जानने वाला भी श्रेष्ठ होता है।
जो इस लोक में अपने काम की सफलता की कामना रखते हैं वे देवताओं का पूजन करें।
आत्मा का अंतिम लक्ष्य परमात्मा में मिल जाना होता है।
“सबसे बड़ा तेरा दरबार है,तू ही सबका पालनहार है,तू सजा दे या माफी दे प्रभु,तू ही हमारे जीवन की सरकार है”
मनुष्य हमेशा अपने भाग्य को कोसता है ये जानते हुए भी कि भाग्य से भी ऊंचा उसका कर्म है, जो उसके स्वयं के हाथों में है।
कर्म ना करने से बेहतर हैं, कैसा भी कर्म करना।
श्री कृष्ण कहते है मनुष्य को जीवन में श्रेष्ठ बनने का प्रयास अवश्य करना चाहिए, परन्तु जीवन में हमेशा उत्तम ही रहना चाहिए।
राधा-राधा जपने से हो जाएगा तेरा उद्धार क्योंकि यही वही वो नाम है जिससे कृष्ण को प्यार।