Karma Status In Hindi : अगर आप हर किसी के प्रति सकारात्मक सोच रखते हैं, तो वापिस आपको भी ऐसा ही मिलने वाला है।” तुम्हारे भीतर से जितनी घृणा निकलती है, उतनी ही वापिस आती है।
मददगार बनें, भले ही आपकी मदद करने वाला कोई न हो।
अच्छे कर्मों में निवेश कीजिए, जो आपको वापसी में मिलेगा वो आपकी उम्मीद से कहीं ज्यादा होगा I
आप कानून से दूर हो सकते हैं, लेकिन कर्म से कभी नहीं। आपका पतन करीब आ रहा है। मुझे आशा है कि आप इसका सामना करने के लिए तैयार हैं।
कर्म का सब खेल है, यह लौट कर तो आएगा, जो आज तुझे रुला रहा, कल कोई और उसे रुलाएगा।
अपने #कर्म से दोस्ती कर लीजिये, आप बहुत #फायदे में रहेंगे.
कर्म दुखो का कारण होते हैं, लेकिन इनके बिना सुख भी नहीं मिलता.
जो कार्य जितनी श्रद्धा से किया जायेगा,उतना ही श्रेष्ठ होगा।
जीवन मिलना यह भाग्य पर निर्भर है,मृत्यु होना समय पर निर्भर है,किन्तु,मृत्यु के बाद भी लोगो के दिलो में रहना,अपने कर्मो पर निर्भर है।
कर्म उन लोगों को कभी नहीं भूलता है जो उसकी सूची में शामिल हैं। यदि यह आज नहीं है, तो किसी और दिन इसकी उम्मीद करें।।
हर किसी को आज़ादी है कि वो जो चाहे वो कर्म करे, लेकिन उन कर्मों के परिणाम उसके हाथ में नहीं।
भगवान् भी उन्ही का साथ देता है, जिनके साथ उनके अच्छे कर्म होते हैं।
कर्म ही धर्म है,कर्म के बिना जिंदगी निरस है।कर्म नहीं तो मनुष्यता होना व्यर्थ है,मानव का प्रयास ही कर्म है ,और कर्म ही मानव का असली धर्म है।
किसी ने आप के साथ बुरा किया है, तो छोड़ दो उसे आगे बढ़ो, उसका कर्म उसको सजा देगा।
भाग्य हमारे कर्म पर निर्भर करता है।हर कोई अपने भाग्य के लिए जिम्मेदार है।
कर्मो से डरिये ईश्वर से नहीं… ईश्वर माफ़ कर देता है कर्म नहीं ।आपकी कड़ी मेहनत बेकार नहीं जाती है।
“ काम करने से पहले सोचनाबुद्धिमानी काम करते हुएसोचना सतर्कता और कामकरने के बाद सोचना मूर्खता है…!!
कर्म के नियम से कोई नहीं बच सकता। ये केवल जीवनकाल में ही नहीं, बल्कि मृत्यु के बाद भी काम करता है।
जो मासूम होते हैं उन्हें karma इनाम का हक़दार बनाता है, लेकिन जो विश्वासघाती होते हैं उन्हें कर्मा नफरत का हकदार बनाता हैं..!
“ हमारे लिए होने वाली हरचीज के लिए एक कारण हैऔर ज्यादातर हम उस कारण में नहीं है…!!
अगर किसी ने आपका नुक्सान किया है, तो आप उसका नुक्सान नहीं कर सकते, क्योंकि आप भी वैसे ही भुगतोगे जैसे वो भुगतेंगे !
जिंदगी में जो कर्म करते हैं,अच्छा या गलत,उससे ही भविष्य का जन्म होता है।
कर्मा’ और ‘प्रेम’ में सबसे बड़ा अंतर यह है कि- प्रेम जितना दिया जाये उतना लौट कर कभी नहीं आता…
जब तक जीवन चल रहा है अच्छे कर्म करते चलिए।
अच्छे कर्म करने से हमें अपने आप को श्रेष्ठता की ओर ले जाने की प्रेरणा मिलती है, जो हमें बेहतर व्यक्ति बनाने में मदद करती है।
मुसीबतें चाहे जितनी मर्ज़ी हो हर कदम पर, तू घबरा कर मत बैठ तू बस अपना कर्म कर।
भाग्य से, संयोग से कुछ नहीं होता। आप अपने कर्मों से अपना भाग्य खुद बनाते हैं। वह कर्म है।
क़िस्मत भी उनका साथ देती है जिनके कर्म मज़बूत होते है।
वर्तमान में अच्छा करो ताकि भविष्य में आपके साथ बुरा न हो। यही कर्मा है।
कर्म जीवन का मुख्य विषय हैं, शब्दों का हेर फेर भले ही पकड़ नहीं आता हैं, पर सच में, हर कोई कर्म से पहचाना जाता हैं ।
रिश्तों को नष्ट करने वाला हमेशा हमारे ही कर्म होते हैं, इसलिए हमेशा सच्चे और निष्ठावान रहें।
साहिब यह कर्मा है, सुद समेत देगा, किसी का ब्याज भी नहीं रखेगा !
हर व्यक्ति के खासियत उसके गुण और विचार होते हैं, जो सभी को याद रह जाते हैं चेहरा कुछ दिन ना मिलें तो सब भूल जाते हैं।
“ कार्य उद्यम से ही सिद्ध होते हैंमनोरथ मात्र से नहीं सोये हुएशेर के मुख में मृग प्रवेश नहीं करते…!!
आप परिणामों को नियंत्रित नहीं कर सकते, केवल अपने कार्यों को कर सकते हो।
भलाई# का एक छोटा सा काम #हजारों प्रार्थनाओं से बढकर है ।
आपके कर्मों की गूँज शब्दों की,गूँज से भी ऊंची होती है..!!
मेरी बात याद रखना; अब से आपको वह वास्तविक खुशी कभी नहीं मिलेगी जिसकी आपको तलाश है। यह दूसरी लड़की की खुशी छिनने का परिणाम है।
धर्म और कर्म दो पहियों की तरह हैं जो हमें जीवन के सही पथ पर चलाने में मदद करते हैं। इन दोनों के बिना, हम अपने सच्चे उद्देश्य को प्राप्त नहीं कर सकते।
“ इंसानियत दिल में होती हैहैसियत में नहीऊपरवाला कर्म देखता हैवसीयत नही….!!!
वर्तमान को अपने कर्मों से अच्छा बनाओ,ताकि आपका भविष्य भी आपके जैसा अच्छा हो।
जिस दिन आप अपने लिए बोलना सुरु करेंगे,दुनिया आपके पीछे से हटकर आपके सामने खड़ी हो जाएगी।
कर्म से ही पहचान होती है,इंसानों की दुनिया में,अच्छे कपड़े तो बेजुबान पुतलो को भी पहनाया जाता है,दुकानों में।
अपने किये हर अच्छे-बुरे कर्मो के, फल से कोई नहीं बचा आजतक, तो तुम कैसे बच सकते हो !
कर्म पथ पर चलते रहना ही तो जीवन हमारा हैरुक जाएंगे जिस दिन हम समझो अंत हमारा है।
“ कर्मो से ही पहचान होती हैंइंसानो की दुनिया में अच्छे कपड़ेतो बेजान पुतलों को भीपहनाये जाते है दुकानों में…!!
इंसानियत# दिल में होती है हैसियत# में नही, ऊपरवाला# कर्म देखता है #वसीयत नही। कर्म# करो और फल की #चिंता मत करो.
भलाई का एक छोटा सा काम हजारों प्रार्थनाओं से बढकर है ।
जहां वास्तविक प्रेम होता है, वहां कर्म भी आनंददायक होते हैं। लेकिन झूठे प्यार में, कर्म तो नरकीय होते हैं।
“ सफलता हमारा परिचयदुनियां को करवाती हैऔर असफलता हमें दुनियांका परिचय करवाती है….!!
किसी के साथ गलत करके,अपनी बारी का इंतजार जरुर करना।
अपने से हो सके, वह काम दुसरे से नहीं करवाना चाहिए।
अगर आप हर किसी के प्रति सकारात्मक सोच रखते हैं, तो वापिस आपको भी ऐसा ही मिलने वाला है।”
आज जो तुझे रुला रहा है, कल उसे कोई रुलाएगा।।
जो कार्य जितनी श्रद्धा से किया जायेगा, उतना ही श्रेष्ठ होगा.
जो आपके साथ बुरे है उनके साथ ना अच्छे रहो ना बुरे,सिर्फ उनसे दूर रहो..!!
कर्म चाहे अच्छा हो या बुरा हम अपने जीवन में जो करते हैं उसका परिणाम है। कुछ लोग कहते हैं कि यह हमारे लिए दर्पण है जो हमने दूसरों के साथ किया है।
कभी भी अन्य की भावनाओं के साथ न खेलें क्योंकि आप नहीं जानते कि कर्म कैसे खेल खेलते हैं।
हर किसी को आज़ादी है कि वो जो चाहे वो कर्म करे, लेकिन उन कर्मों के परिणाम उसके हाथ में नहीं।
इंसान भाग्यशाली नहीं होता कभी भी जन्म से,उसका भाग्य बनता है कर्म से।
बदला लेने के लिए समय बर्बाद मत करो। आपको चोट पहुँचाने वाले लोग अंततः अपने कर्म का सामना करेंगे।
वह किनारे पर बैठा देखता रहा मंजर लहरों का । बहुत सुकून था उन लहरों के शोर में !
व्यक्ति की सफलता का आधार उसके कर्म होते हैं। एक सच्चे और साफ़ दिल से किया गया कर्म कभी निष्फल नहीं होता।
इंसान भाग्यशाली नहीं होता कभी भी जन्म से,उसका भाग्य बनता है कर्म से।
यदि आप दूसरों की भावनाओं को आहत करने से डरते नहीं हैं, तो डरें कि कर्म आपके साथ क्या कर सकता है।
अच्छे लोगो की इज्जत कभी कम नहीं होती, सोने के सौ टुकड़े करो, फिर भी कीमत कम नहीं होती।
व्यक्ति की सफलता का कारण उसका भाग्य नहीं अपितु उसके कर्म होते हैं।
आदमी का एक अच्छा कर्म सब बुरे कर्मो को नष्ट कर सकता है। वैसे ही एक बुरा कर्म सारे अच्छे कर्मों को नष्ट कर देता है।
अपने कर्म अच्छे करो,वरना आपके कर्म कभी आपको मुक्ति नहीं देगा।
“ क़िस्मत भी उनका साथ देती हैजिनके कर्म मज़बूत होते है….!!
“ हर किसी को आजादी है,अपनी जिंदगी अपनी मर्जी से जीने का,पर आजादी में अपने कर्म को मत भूलना,याद रखना एक गलत काम,आप की आजादी छीन सकता है….!!!
अपना धर्म निभाने से ज्यादा ज़रूरी अपने कर्मों को निभाना है।
हमारे लिए होने वाली हर चीज के लिए एक कारण है,और ज्यादातर हम उस कारण में नहीं हैं।