Karma Status In Hindi : अगर आप हर किसी के प्रति सकारात्मक सोच रखते हैं, तो वापिस आपको भी ऐसा ही मिलने वाला है।” तुम्हारे भीतर से जितनी घृणा निकलती है, उतनी ही वापिस आती है।
“ ये जरूरी तो नहीं कि इंसानहर रोज मंदिर जाए बल्कि कर्म ऐसे होनेचाहिए की इंसान जहाॅ भीजाए मंदिर वहीं बन जाए…!!!
जो विद्याएं# कर्म का सम्पादन करती है, उन्ही का फल #दृष्टिगोचर होता है।।
कर्म के द्वारा मौन रहते हुए,चींटी से अच्छा उपदेश कोई दूसरा नहीं दे सकता।
जो तुम दूसरों के साथ करोगे, वो तुम्हारे साथ होगा। इसलिए बुरे कर्म न करो।
जैसा आप सोचोगे,बोलोगे,और काम करोगे, वैसा ही आपको वापस मिलेगा, इसलिए अच्छा सोचो,अच्छा बोलो और अच्छा काम करो, यही कर्म है।
मुझे पता है कि किसी दिन आपको एहसास होगा कि आपने क्या खोया है। जब तक आप पीड़ित हैं तब तक मैं और खुश रहूंगा। खैर, यह है कि कैसे काम करता है।
उच्च कर्म महान मस्तिष्क को सूचित करते हैं।
जो #काम आ पड़े, #साधना समझ कर पूरा करो।
कर्म के प्रति आपका पूर्ण समर्पण ही आपके मन के अनुसार फल दे सकता है I
उन्हीं की किस्मत अच्छी होती हैं,जो कर्म अच्छे करते हैं।
“ हमारे लिए चींटी से बढ़करऔर कोई उपदेशकनहीं है वह काम करती हैऔर खामोश रहती है…!!
“किसी और के जीवन की नकल को पूर्णता के साथ जीने की तुलना में अपने भाग्य को अपूर्ण रूप से जीना बेहतर है।।”
इंसान सब कुछ कापी कर सकता है लेकिन क़िस्मत और नसीब नही।
अपना समय यह सोच कर बर्बाद ना करो की दुसरो ने तुम्हारे साथ क्या बुरा किया, तुम्हारी जगह कर्मा को उनको जवाब देने दो |
जैसे धधकती आग लकड़ी को राख में कम कर देती है, उसी तरह, आत्म-ज्ञान की आग सभी कर्म को राख में बदल देती है।।
आपने कहा था कि कल जो भी लाएगा उससे आप डरते नहीं हैं, तो कम से कम अपने कर्म से डरें।।
सफलता और शक्ति के इच्छुक व्यक्तिको निरंतर अच्छे कर्म करने चाहिए
कर्म पथ पर चलते रहना ही तो जीवन हमारा है रुक जाएंगे जिस दिन हम समझो अंत हमारा है
आज आप प्रकृति का विनाश करेगें,कल ये आपकी सभ्यता का विध्वंस कर देगी।
मैं कभी भी दूसरे के खिलाफ कुछ बुरा नहीं करना चाहता क्योंकि मुझे पता है कि कर्म अपना हिस्सा कैसे निभाता है।
किसी भी कौशल को कंठस्थ करने का सर्वप्रथम उपाय है, आप स्वयं को कर्मनिष्ठ कर लीजिए।
बहुत ताहजुब नहीं होता मुझे मेरे हालातो से किसीको जरूर तड़पाया होगा तभी ये हाल है।
जिंदगी में जो कर्म करते हैं, अच्छा या गलत, उससे ही भविष्य का जन्म होता है !
अच्छी सोच रखोगे तो सब अच्छा होगा,अगर बुरी सोच रखोगे तो सब बुरा ही होगा,इसलिए सकारात्मक रहिए यही कर्म है..!!
कार्य #उद्यम से ही सिद्ध होते हैं , मनोरथ# मात्र से नहीं । सोये हुए शेर के मुख में मृग #प्रवेश नहीं करते ।
कर्म, अगर सीधे शब्दों में कहें, एक क्रिया है : अच्छा या बुरा।
समस्याएँ हों या फिर सफलताएँ, दोनों ही हमारे कर्मों के परिणाम हैं।
किस्मत से मिली सफलता तभी तक चलती है जब तक किस्मत चलती है परन्तु कर्म से मिली सफलता कभी ख़त्म नहीं होती है।
भाग्य से, संयोग से कुछ नहीं होता। आप अपने कर्मों से अपना भाग्य खुद बनाते हैं। वह कर्म है।
आप किसी का नुकसान नहीं कर सकते क्योंकिकिसी ने आपका नुकसान किया है।आप वैसे ही भुगतान करेंगे जैसे वे करेंगे।
बस एक बात याद रखें कि यह आपके और दूसरों के बीच नहीं है और यह हमेशा आपके और भगवान के बीच है।
यदि कोई आपसे घृणा करता है या आपसे लड़ता है, तो जान लें कि यह आपका अपना पिछला कर्म है जो आपके सामने खड़ा है।।
पुरुषों को उनके पापों के लिए दंडित नहीं किया जाता है, बल्कि उनके पाप खुद करते हैं।
कर्म जैसा बोएगा, वैसा ही काटेगा। इसलिए अच्छे कर्म करो।
“ ईर्ष्या और नफरत की आग में जलते हुएइस संसार में खुशी और हंसी स्थाई नहीं हो सकतीअगर आप अँधेरे में डूबे हुए हैंतो आप रौशनी की तलाश क्यों नहीं करते….!!
रिश्तो का सौदा कर मत मुस्कुरारोयेगा तू भी जरा कर्मा तो आने दे
कर्म के प्रति आपका पूर्ण समर्पण ही, आपके मन के अनुसार फल दे सकता है !
मुझे पता है कि कर्म क्या है, लेकिन यह उन लोगों के लिए कभी नहीं होता है जिन्हें इसकी आवश्यकता होती है।
“ कर्म जो किसी के भले केलिए किये जा रहे होउनका परिणाम कभीबुरा नहीं हो सकता …!!!
“ ना बुराई में उलझ जानाना अच्छाई में उलझ जानासिर्फ अपना कर्म करते जाना….!!!
“ अगर मनचाही बात हो जाए तो अच्छा हैना हो तो और अच्छा है, ईश्वर वहीकाम पूरा करता है जो हमारे लिए सही है …!!!
Karma क्या है? सीधे शब्दों में कहें तो ये क्रिया की प्रतिक्रिया है.. चाहे वो अच्छी है या बुरी।
इससे पहले कि आप बदला लेने का विचार करें, दो कब्र खोदें।
अपने कर्म से दोस्ती कर लीजिये, आप बहुत फायदे में रहेंगे.जो काम आ पड़े, साधना समझ कर पूरा करो।
कर्म से ही विजय है भाग्य भी कर्म पर निर्भर है कर्म है तो सफलता तय है।
कर्म के नियम को विधि और प्रभाव का नियम भी कहा जाता है।।
मनुष्य जब असाधारण कार्य कर दिखाता है, वह यश का कारण बन जाता हैं।।”
“जब आप एक अच्छे इंसान को देखते हैं, तो उसके जैसा बनने के बारे में सोचें। जब आप किसी को इतना अच्छा नहीं देखते हैं, तो अपनी कमजोरियों पर विचार करें।।
कर्म के नियम को समझने से हमें यह ज्ञान प्राप्त होता है कि हमें किसी भी कार्य को करने से पहले उसके परिणामों पर विचार करना चाहिए।
आपके द्वारा किए गए कर्मों का फल आपको सूत सहित मिलेगाआपके कर्म चाहे अच्छे हो या बुरे हो
लोग जो करते हैं उसके लिए भुगतान करते हैं, कभी कभी उस से भी अधिक।
जब आप कुछ बुरा करते हैं,तो यह बाद में आपके पास आता है।
“अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए, पहले एक पवित्र-उद्देश्य निर्धारित किया जाता है और फिर उसकी सिद्धि के लिए अच्छे कर्म किए जाते हैं।।
उन्हीं की किस्मत अच्छी होती हैं,जो कर्म अच्छे करते हैं।
अगर आप दुनिया को एक अच्छी चीज देते हैं, तो समय के साथ आपका कर्म अच्छा होगा, और आपको भी अच्छी चीज़ ही मिलेगी।
बहुत ताहजुब नही होता मुझे मेरे हालातो से, किसी को जरूर तड़पाया होगा तभी ये हाल है !
मनुष्य जब असाधारण कार्य कर दिखाता है, वह यश का कारण बन जाता हैं।।”
अपने से हो सके, वह काम #दुसरे से नहीं करवाना चाहिए.
Bad Karma आजकल की Instant Coffee तरह ही है, आपको ज्यादा इन्तजार नहीं करना पड़ता।
“ काम करने से पहले सोचनाबुद्धिमानी काम करते हुएसोचना सतर्कता और कामकरने के बाद सोचना मूर्खता है…!!!
उसकी सहायता जरुर कीजिये, जो खुद अपनी सहायता करने में सक्षम नहीं है
“ इंसानियत दिल में होती हैहैसियत में नही ऊपरवाला कर्म देखता हैवसीयत नही कर्म करो औरफल की चिंता मत करो…!!
जितना झूठा प्यार, उतने ही बड़े कर्म।
“हर किसी को कर्म फल भोगना पड़ता है अच्छा या बुरा कर्म की पहचान समय ख़ुद देता है।।”
“ यदि आपका कर्म अच्छा है तोआपका भाग्य भी आपके पक्ष में होगा
#कर्म ही धर्म का #दर्शन है.
कोई भी जो अच्छा काम करता है उसका कभीभी बुरा अंत नहीं होगा,यहाँ या आने वाले दुनिया में
“ अटल सत्य है की जैसे बछड़ासौ गायो में अपनी माँ को ढूंढ लेता हैउसी प्रकार कर्म अपने करताको ढूंढ ही लेता है आज नहीं तो कल…!!!
“ जैसा आप सोचोगे बोलोगे और काम करोगेवैसा ही आपको वापस मिलेगाइसलिए अच्छा सोचो,अच्छा बोलोऔर अच्छा काम करो यही कर्म है….!!
कर्म किस्मत से अत्यधिक बलशाली है, क्यूंकि इसकी बागडोर आपके स्वयं के हाथ में होती है।
उत्तम पुरूषों की यह रीति है कि वे किसी भी कार्य को अधूरा नहीं छोड़ते.
कर्म वो आइना है जो हमारा असली चेहरा हमें दिखा देता है।