Karma Status In Hindi : अगर आप हर किसी के प्रति सकारात्मक सोच रखते हैं, तो वापिस आपको भी ऐसा ही मिलने वाला है।” तुम्हारे भीतर से जितनी घृणा निकलती है, उतनी ही वापिस आती है।
हिंदू धर्म के तीन अनिवार्य तत्व हैं ईश्वर में विश्वास, वेदों में एक रहस्योद्घाटन, कर्म और स्थानांतर के सिद्धांत में !
भाग्य से संयोग से कुछ नहीं होता, आप अपने कर्मों से अपना भाग्य खुद बनाते हैं, वह कर्म है !
जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए हमें हमेशा सकारात्मक कर्म करने चाहिए, क्योंकि कर्म ही हमारे भविष्य को निर्धारित करते हैं।
कर्म कैमरे की तरह है। क्लिक करते ही आपको आउटपुट मिल जाता है। यह कर्म कितनी जल्दी आता है।
ताका झांकी खुद के कर्मों पर कर ऐ इंसानदूसरों के कर्मों का बहीखातासमय को ही संभालने दे
हमें हमेशा यह याद रखना चाहिए कि हम जो कुछ भी करते हैं, उसके परिणाम हमारी प्रतीक्षा करते हैं।
जो सिर्फ काम की बात करते हैं, वे अवश्य सफल होते हैं.
कर्म ही जीवन है, और मनुष्य का सबसे बड़ा कर्तव्य भी I
पुरुषों को उनके पापों के लिए दंडित नहीं किया जाता है, बल्कि उनके पाप खुद करते हैं।
अच्छे लोगों की इज्जत कभी कम नहीं होतीसोने के सौ टुकड़े करो, फिर भी कीमत कम नहीं होती।
“ कर्म भूमि की दुनिया मेंश्रम सभी को करना हैभगवान सिर्फ लकीरे देता हैरंग हमे ही भरना है…!!
क्या मिलना है यह सब कर्म का लिखा है, और क्या लेना है यह सब धर्म का लिखा है !
पुरुषों को उनके पापों के लिए दंडित नहीं किया जाता है, बल्कि उनके पाप खुद करते हैं।।
“ मन को शांत करो, और आत्मा बोलेगीकर्म जीवन का मुख्य विषय हैं,शब्दों का हेर फेर भले ही पकड़ नहीं आता हैं,पर सच में, हर कोई कर्म से पहचाना जाता हैं….!!
मुझे उम्मीद है कि कर्म वह सब कुछ करेगा जो आपको दुखी करता है, क्योंकि आपने मुझे दुखी किया है।
हमने जो कर्म किए हैं,उसका परिणाम हमारे पास आता ही जाता है,आज,कल,सौ साल बाद,या फिर सौ जन्म के बाद।
दौलत वही है जो आप अच्छे, कर्मों की बदौलत कमाते हैं !
कार्रवाई और प्रतिक्रिया: जैसा कि आप बोते हैं, वैसा ही आप काटेंगे।
आपकी #कड़ी मेहनत बेकार# नहीं जाती है।
मनुष्य# जब असाधारण कार्य# कर दिखाता है, वह यश का #कारण बन जाता हैं
“ जब कर्म किस्मत से हारता हैतब दोष परमात्मा को देते हैंऔर जब कर्म किस्मत से बलवान हो तोपरमात्मा को ही भूल जाते है….!!
वक़्त वक़्त की बात है,कल तुम मेरे पास थे,आज कोई और तुम्हारे साथ है,फिर कोई और उसके साथ होगा,और फिर तुम्हारा भी हाल मेरे जैसा होगा।
कर्मा हमारे दिलों से ही शुरू होता है और दिलों पर ही ख़तम हो जाता है।
मुझे उम्मीद है कि मेरे कुछ करने से पहलेकर्म आपके चेहरे पर थप्पड़ मारेंगे।
कर्म करने से पहले सोचना बुद्धिमानी, कर्म करते हुए सोचना सतर्कता और, कर्म करने के बाद सोचना मूर्खता है !
कर्म जो किसी के भलाई के लिए किये जा रहे हो,उनका परिणाम कभी भी बुरा नहीं हो सकता।
जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए हमें हमेशा सकारात्मक कर्म करने चाहिए, क्योंकि कर्म ही हमारे भविष्य को निर्धारित करते हैं।
मुझे पता है कि कर्म क्या है, लेकिन यह उन लोगों के लिए कभी नहीं होता है जिन्हें इसकी आवश्यकता होती है।।
लोग उनके पापों के लिए दंडित नहीं होते, बल्कि पापों द्वारा होते हैं।
जब आप कुछ बुरा करते हैं, तो यह बाद में आपके पास आता है।
कार्य आरम्भ न करने से उद्देश्य सिद्ध नहीं होता, परन्तु पुरूषार्थ करने से भी जिनके कार्य सिद्ध न हो, वे भाग्य के मारे होते हैं.
आपकी #कड़ी मेहनत बेकार# नहीं जाती है।
आप सभी से छुपा सकते हैं। लेकिन फिर भी, कर्म आपको देख रहा है।
ईमानदारी और बुद्धिमानी,से किया गया काम कभी व्यर्थ नहीं जाता..!!
दिलों में खोट है,जुबान से प्यार करते है,बहुत से लोग दुनिया में यही व्यापार करते है।
“ वर्तमान को अपने कर्मोंसे अच्छा बनाओताकि आपका भविष्य भीआपके जैसा अच्छा हो….!!!
अपने कर्मों को सुधारकर हम अपने आत्म-विश्वास और आत्म-संयम को बढ़ा सकते हैं, जो हमें जीवन में सफलता की ओर ले जाने में सहायक होते हैं।
कर्म का सब खेल है यह लौट कर तो आएगा जो आज तुझे रुला रहा कल,कोई और उसे रुलाएगा
ईमानदार रहें, कर्म की तरह, यह अंततः आपके पास वापस आ जाएगा।
“ दूसरों के प्रति दयालु बनें भले ही वे आपके लिए न होंकर्म से ही विजय है भाग्य भी कर्म पर निर्भर हैकर्म है तो सफलता तय है…!!
हर व्यक्ति# को उसके कर्म करने की पूरी #आज़ादी है लेकिन कर्म के परिणामों# में चुनाव, उसके हाथ में नही।
आज कुछ अच्छा करो और भविष्य में,तुम्हें कुछ अच्छा भी मिलेगा।कुछ अच्छा करो और कुछ अच्छा पाओ।
“ आपकी हाथों की रेखाएं आपको वहां तक भेजेगीजहाँ तक उसे जाना है परन्तु आपके कर्म आपकोवहां तक ले जाएंगे जहाँ आपको जाना है…!!!
जीवन एक पहिए की तरह है। आपको कभी नहीं पता चलेगा कि आप कितने समय तक शीर्ष पर रहेंगे।
अच्छा हो या बुरा हो पर कर्मों का फल जरूर मिलता है,किसी को जल्दी मिलता है तो किसी को थोड़े देर से मिलता है..!!
कर्म आखिरकार सामने आता है। जैसा बोओगे वैसा ही काटोगे। जल्द ही या बाद में, ब्रह्मांड आपको वो परोस देगा जिसके आप हकदार हैं।
अच्छे कर्मों का मार्ग सीधा स्वर्ग से जा कर मिलता है।
कर्म जैसी जड़ होती है, वैसा ही फल देती है। इसलिए सदाचारी बनो।
आपके कर्मों की गूँज शब्दों की गूँज से भी ऊंची होती है।
हर व्यक्ति को उसके कर्म करने की पूरी आज़ादी है लेकिन कर्म के परिणामों में चुनाव, उसके हाथ में नही।
एक खुशहाल जीवन की कुंजी आपके जीवन में आपके द्वारा किए गए हर अच्छे काम है जो दूसरों को नुकसान पहुंचाए और उन्हें नुकसान पहुंचाए बिना है।
उन्हीं की किस्मत अच्छी होती हैं, जो कर्म अच्छे करते हैं।
अपने भाग्य को भगवान् मत समझिए, आपका कर्म ही आपकी पूजा है।
भगवान भी उन्ही का साथ देता है,जिनके साथ उनके अच्छे कर्म होते हैं।
फिक्र मत करना,तुम्हारे गुनाह को तुम्हारे कर्म ढूंढ ही लेंगे।
आपकी हाथों की रेखाएं आपको वहां तक भेजेगी जहाँ तक उसे जाना है, परन्तु आपके कर्म आपको वहां तक ले जाएंगे जहाँ आपको जाना है।
रिश्तों की अहमियत को न समझने वाले अपने कर्मों से तो सावधान रहें, क्योंकि रिश्ते जीवन का सबसे मूल्यवान अंग होते हैं।
अगर किसी के लिए काँटे बिछाओगे तो वापस काँटे ही मिलते हैं,और किसी के लिए फूल बिछाओगे तो आपको वापस फूल ही मिलेंगे..!!
जैसे धधकती आग लकड़ी को राख में कम कर देती है, उसी तरह, आत्म-ज्ञान की आग सभी कर्म को राख में बदल देती है
आज कुछ अच्छा करो और भविष्य में,तुम्हें कुछ अच्छा भी मिलेगा।कुछ अच्छा करो और कुछ अच्छा पाओ।
किसी को धोखा देकर खुश मत होना, कर्म है जो सब का हिसाब रखता है !
कर्म करने पर ही तुम्हारा अधिकार है, फल में नहींतुम कर्मफल का कारण मत बनो और अपनी प्रवृति कर्म करने में रखो
टूटा हुआ विश्वास और छूटा हुआ बचपन, ज़िंदगी में दुबारा वापस नही मिलता।दूसरा मौक़ा, सिर्फ़ कहानियाँ देती है ज़िंदगी नही।
किसी ने आप के साथ बुरा किया है,तो छोड़ दो उसे आगे बढ़ो,उसका कर्म उसको सजा देगा..!!
कर्म वो आइना है जो, हमारा असली चेहरा, हमें दिखा देता है !
“ वक़्त वक़्त की बात हैकल तुम मेरे पास थेआज कोई और तुम्हारे साथ हैफिर कोई और उसके साथ होगाऔर फिर तुम्हारा भी हाल मेरे जैसा होगा….!!!
अपने कर्म अच्छे रखना,इस सम्पूर्ण सृष्टि का सबसे बड़ा धर्म है।
अपना समय यह सोच कर बर्बाद ना करो की दुसरो ने तुम्हारे साथ क्या बुरा किया, तुम्हारी जगह कर्मा को उनको जवाब देने दो |
कर्म उन लोगों को कभी नहीं भूलता है जो उसकी सूची में शामिल हैं। यदि यह आज नहीं है, तो किसी और दिन इसकी उम्मीद करें।
गुरुत्वाकर्षण की तरह, कर्म भी इतना बुनियादी हैकि हम अक्सर इस पर ध्यान ही नहीं देते हैं।
अच्छे कर्म करते जाओ, भगवान के दिल में अपनी जगह बनाते जाओ !
कर्मा’ और ‘प्रेम’ में सबसे बड़ा अंतर यह है कि प्रेम जितना दिया जाये उतना लौट कर कभी नहीं आता।