1151+ Karma Status In Hindi | Karma Quotes and Status In Hindi

Karma Status In Hindi , Karma Quotes and Status In Hindi
Author: Quotes And Status Post Published at: October 20, 2023 Post Updated at: March 27, 2024

Karma Status In Hindi : अगर आप हर किसी के प्रति सकारात्मक सोच रखते हैं, तो वापिस आपको भी ऐसा ही मिलने वाला है।” तुम्हारे भीतर से जितनी घृणा निकलती है, उतनी ही वापिस आती है।

“ राम रावण दोनों का महत्वरावण ना हो तो राम का क्या महत्वबस फर्क क्मों से हैएक पूजें जाते हैएक बुरांई पें अच्छे के जीत मेंजलाए जाते है…!!!

मैं कभी भी दूसरे के खिलाफ कुछ बुरा नहीं करना चाहता क्योंकि मुझे पता है कि कर्म अपना हिस्सा कैसे निभाता है।।

“ अपने शत्रु से नहीं बल्किअपने कर्म से डरेंयह एक भी शॉट मिस नहीं करता है….!!

दान धर्म करना,इस पूरी दुनिया का सबसे बड़ा कर्म है।

आप किसी का नुकसान नहीं कर सकते क्योंकि किसी ने आपका नुकसान किया है। आप वैसे ही भुगतान करेंगे जैसे वे करेंगे।।

जो जाता है वह वापस आता भी है।

अपना धर्म निभाने से ज्यादा ज़रूरी अपने कर्मों को निभाना है।

दिलों में खोट है, जुबान से प्यार करते है, बहुत से लोग दुनिया में यही व्यापार करते है।

कर्म उन लोगों को कभी नहीं भूलता है जो उसकी सूची में शामिल हैं। यदि यह आज नहीं है, तो किसी और दिन इसकी उम्मीद करें।

आपके अच्छे कर्मों की फल प्राप्ति, आपको अंतिम समय पर ही होती हैं।

आप एक बड़े पद पर पहुंच कर विश्व की नज़रों में ऊपर उठ सकते हैं, परन्तु ईश्वर की नज़रों में ऊँचा वही है जिसके कर्म अच्छे हों।

यदि कोई आपसे घृणा करता है या आपसे लड़ता है, तो जान लें कि यह आपका अपना पिछला कर्म है जो आपके सामने खड़ा है।

कर्म जो करते हैं, उनकी कभी नहीं छोड़ती उन्हें, जो दूसरों को दुख पहुंचाते हैं।

क्या मिलना है ये कर्म की बात है, क्या लेना है ये धर्म की बात है।

जब हम अपनी कहानियां सुनाते हैं, तो देवता हमारे दुखों को सुनते हैं।

काम करने से पहले सोचना #बुद्धिमानी, काम करते हुए सोचना सतर्कता# और काम करने के बाद सोचना #मूर्खता है

“ हर किसी को आजादी है,अपनी जिंदगी अपनी मर्जी से जीने का,पर आजादी में अपने कर्म को मत भूलना,याद रखना एक गलत काम,आप की आजादी छीन सकता है….!!!

जो आपको मिलता है वही आपके योग्य है। बदले में कुछ अच्छा करने की उम्मीद न करें यदि आप इन सभी समय में अच्छे साबित नहीं हुए हैं।

फल प्राप्ति के लिए केवल सब्र करना आवशयक नहीं है, अपितु कर्म करना भी आवश्यक है।

कर्म का कोई मेनू नहीं है।आपको वह मिलता है जिसके आप हकदार हैं।

आप किसी का नुकसान नहीं कर सकते क्योंकि किसी ने आपका नुकसान किया है। आप वैसे ही भुगतान करेंगे जैसे वे करेंगे।

“ भाग्य के दरवाजे पर सरपीटने से बेहतर हैकर्मो का तूफ़ान पैदा करेंसरे दरवाजे खुल जायेंगे…!!

आप जो भी क्रिया करोगे उसकी प्रतिक्रिया जरूर होगी। यही ब्रह्मांड का नियम है और यही कर्मा है। इस से किसी को नहीं बख्शा जाता।

आज आप प्रकृति का विनाश करेगें, कल ये आपकी सभ्यता का विध्वंस कर देगी !

कभी भी अन्य की भावनाओं के साथ न खेलें क्योंकि आप नहीं जानते कि कर्म कैसे खेल खेलते हैं।

“सब कर्मों का खेल है, जो किया वो वापस आएगा।

फलस्त्री से फल मिलता है, और झूठे प्यार से कर्म मिलते हैं।

“ किसी ने आप के साथ बुरा किया हैतो छोड़ दो उसे आगे बढ़ोउसका कर्म उसको सजा देगा…!!!

“ज़िन्दगी मौके बहुत देती है बस हमें चाहिए की हम प्रतिक्रिया नहीं क्रिया करें।।”

ज़्यादा समझदार और मूर्ख में कोई फ़र्क़ नही होता, ये दोनो किसी की नही सुनते।

यह जानना अच्छा है कि यदि आप इसे अब और नहीं कर सकते, तो इसे लेने के लिए कर्म तैयार है।

हमेशा याद रखिये आप आपने बुरे कर्मों के फल से नहीं भाग पाएंगे

किसी से बदला लेने के लिए कभी समय बर्बाद मत करो। जो लोग आपको चोट पहुंचाते हैं उन्हें अंत में कर्मों को भोगना पड़ता है।

प्यार से बड़ा कोई धर्म नहीं होता,परोपकार से बड़ा कोई कर्म नहीं होता।

“ अतीत में ध्यान केन्द्रित नहीं करनाना ही भविष्य के लिए सपना देखनाबल्कि अपने दिमाग को वर्तमानक्षण में केंद्रित करना…!!!

आप परिणामों को नियंत्रित नहीं कर सकते, केवल अपने कार्यों को कर सकते हो !

कर्म हमें वह देने में कभी असफल नहीं होते जिसके हम हकदार हैं

समस्याएँ हों या फिर सफलताएँ, दोनों ही हमारे कर्मों के परिणाम हैं।

प्रत्येक कर्म बीज के सामान होता है और जैसा आप बीज बोएंगे वैसा ही फल पाएंगे।

किसी से बदला लेने के लिए कभी समय बर्बाद मत करो। जो लोग आपको चोट पहुंचाते हैं उन्हें अंत में कर्मों को भोगना पड़ता है।

कदम खुद ब खुद पहुँच जाएंगे सफलता के चरम पर, अगर हर व्यक्ति बस ध्यान दे अपने कर्म पर।

आपकी #कड़ी मेहनत बेकार# नहीं जाती है।

ज़्यादा समझदार और मूर्ख में कोई फ़र्क़ नही होता, ये दोनो किसी की नहीं सुनते।

अच्छे कर्म और अच्छी बातें एक दिन आपके पास ज़रूर वापिस आती है।

“ बदला लेने के लिए समय बर्बाद मत करोआपको चोट पहुँचाने वाले लोगअंततः अपने कर्म का सामना करेंगे…!!!

जो आदमी दूसरों को बीमार करता है, वह खुद भी उसे भुगतेगा।

क्या मिलना है ये कर्म की बात है, क्या लेना है ये धर्म की बात है।

जिंदगी में किसी के साथ अच्छा करो या बुरा करो,अच्छे या बुरे में वापस आता ही हैं,यही कर्म होता है।

किसी और के कर्म के साथ खुद को शामिलकरते समय आपको बहुत सावधान रहना होगा।

जिंदगी में सफलता पानी है तो कर्म ही सबसे पहला और सबसे बड़ा रास्ता है।

“ ये बात समय रहते जान लीजिएमाता पिता ही है हमारे भगवान ये बात आपमान लीजिए करना है कुछ अच्छा इस जगके लिए ये बात मन मे ठान लीजिए….!!!

कर्म का कोई मेनू नहीं है। आपको वह मिलता है जिसके आप हकदार हैं।

कर्म के दायरे से जब तुम उतरोगे, तो उसकी सजा तुम्हें तड़पने तक नहीं छोड़ेगी।

दूसरों के अनुसार खुद को न बदलें। मुसीबतें चाहे जितनी मर्ज़ी हो हर कदम पर तू घबरा कर मत बैठ तू बस अपना कर्म कर।

आपके कर्म ही आपकी पहचान है,वरना एक नाम के हजारों इंसान है।

#भाग्य हमारे कर्म पर निर्भर# करता है। हर कोई अपने #भाग्य के लिए जिम्मेदार है!

कर्म हमारे स्वयं के कर्मों का वास्तविक जीवन है।

अच्छे कर्मों के कर्म के बिना, वे केवल खुद को नष्ट कर रहे हैं।

असंभव कार्य तभी तक असंभव है जब तक आप उसे संभव करने का प्रयास प्रारम्भ नहीं कर देते हैं।

मुझे पता है कि कर्म क्या है, लेकिन यह उन लोगों के लिए कभी नहीं होता है जिन्हें इसकी आवश्यकता होती है।

आज आप प्रकृति का विनाश करेगें , कल ये आपकी सभ्यता का विध्वंस कर देगी ।

भाग्य के #दरवाजे पर सर पीटने से बेहतर है, #कर्मो का तूफ़ान पैदा करें सरे दरवाजे# खुल जायेंगे!

व्यक्ति की सफलता का कारण उसकाभाग्य नहीं अपितु उसके कर्म होते हैं।

जीवन ख़त्म होने के पश्चात आपका धर्म क्या है ईश्वर नहीं देखेगा, ईश्वर बस आपके कर्म देखेगा।

आप एक अच्छे लड़के की ज़िन्दगी के साथ खेले, और अब आप उस बुरे दिखने वाले बुरे आदमी के साथ हैं। यह कर्म कहलाता है।

मुझे उम्मीद है कि मेरे कुछ करने से पहले कर्म आपके चेहरे पर थप्पड़ मारेंगे।

बस एक बात याद रखें कि यह आपके और दूसरों के बीच नहीं है और यह हमेशा आपके और भगवान के बीच है।

किसी दिन लोग मुझसे पूछेंगे कि मेरी सफलता की कुंजी क्या है, और मैं बस कहूंगा, “अच्छा कर्म”।।

जीवन का फल कर्मानुसार मिलता है धर्मानुसार नहीं।

स्थापित है समाज में मापदंप अच्छे - बुरे कर्मों कामगर आप चयन उन्हीं कर्मों का करें जो आपके चरित्र की परिभाषा हो

ईमानदारी और बुद्धिमानी से किया गया काम कभी व्यर्थ नहीं जाता।

ये बात समय रहते ‘जान’ लीजिए। माता पिता ही है हमारे भगवान ये बात आप ‘मान’ लीजिए।। करना है कुछ अच्छा इस जग के लिए ये बात मन मे ‘ठान’ लीजिए।।।

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