595+ Islamic Status In Hindi For Whatsapp | islamic quotes in hindi

Islamic Status In Hindi For Whatsapp , islamic quotes in hindi
Author: Quotes And Status Post Published at: October 18, 2023 Post Updated at: March 28, 2024

Islamic Status In Hindi For Whatsapp : कल की फिकर मत करो जिस रब ने आज तक संभाल लिया है वो आगे भी संभाल लेगा. अल्लाह फरमाता है जब कोई तुम पर जुल्म करे तुम मेरे इंतकाम पर राजी हो जाओ, क्योंकि मेरा इंतकाम तुम्हारे इंतकाम से बेहतर है.

फज्र। जब आप किसी और इरादे से नहीं बल्कि अल्लाह की इबादत करने के लिए उठते हैं, तो आपको जीवन का उद्देश्य मिल जाता है।

आप उस महिला को नहीं तोड़ सकते जो अल्लाह से आपकी खुशी चाहती है।

कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी शारीरिक उपस्थिति क्या है, जब आपके दिल में दया है, तो आप दुनिया के सबसे सुंदर व्यक्ति हैं | मुफ्ती इस्माइल मेनक

तुझे क्या सुनाऊं मेरे अल्लाह तेरेसामने मेरा हाल है तेरी एक निगाह की बात हैमेरी जिंदगी का सवाल है.

अल्लाह की अताओं परअल्हम्दुलिल्लाह कहना औरअपनी कथाओं पर अस्तगफिरुल्लाह कहनाअल्लाह को बहुत पसंद है.

मैं दिखने में तो उतना खुबसूरत नहीं हूँ,                         लेकिन जिसे आँख भर के देख लू उसे उलझन में डाल देता हूँ.

यदि आप संदेह में हों तो अल्लाह से पूछें। सलात अल-इस्तिखारा प्रदर्शन करें।

हमारे दोषों में से सबसे खराब है, कि हमारी रुचि अन्य लोगों के दोषों में है |

अल्लाह फरमाता है जब कोई तुम पर जुल्म करे तुम मेरे इंतकाम पर राजी हो जाओ, क्योंकि मेरा इंतकाम तुम्हारे इंतकाम से बेहतर है.

अल्लाह का इरशाद हम ने जिन्नात और इन्सान को,सर इसलिए पैदा किया के वो मेरी (अल्लाह ) इबादत करे।

जब अल्लाह पर यकीन हो तो कोई भीइंसान मायूस नहीं हो सकता.

जिस आदमी ने किसी से क़र्ज़ लिया,और उसकी नियत अदा करने की न हो,तो वह चोर होने की हालत में अल्लाह से मिलेगा।

इंसान की इज्जत करो और उससे मुहब्बत करो,हर इंसान के अंदर खुदा पाक की कोई ना कोई सिफत मौजूद होती है।

जब भी दुआ मांगो तो अपनी औकात देख कर नहीं अपने रब की शान देखकर मांगो.

🥀मेरी औकात इस काबिल तो नही कि मैं जन्नत मांगूँया रब बस इतनी सी अर्ज़ है कि मुझे जहन्नुम से बचा लेना।🥀

जब की दुआ मांगी बच्चों की तरह सच्चेदिल से मांग लिया भर के अदा करेगा.

अल्लाह जानता है कि आपके लिए सबसे अच्छा क्या है और कब आपके लिए यह सबसे अच्छा होगा।

पहली औरत थी जिन्होंने खुद निकाह कापैगाम नबी ए पाक को भेजा, यू अल्लाहने उनके जरिए लड़की को खुदअपना शौहर पसंद करने की आजादी दी.

इल्म बग़ैर अमल के वबाल है और अमल बग़ैर इल्म के तबाही है।

ना किसी से गिला कर ना किसी से शिकवा कर..5 वक़्त की नमाज में सिरया के लिए दुआ कर !!

नारेत अबू मूसा अल-अशरी | पैगंबर मुहम्मद ने कहा, “भूखे को खाना दो, बीमार को एक यात्रा का भुगतान करो.

पैगंबर SAW ने कहा, निर्णय के दिन के लिए दास को लाया जाने वाला पहला मामला प्रार्थना है।

गजब की हैं तेरीदुनियां के लोगया अल्लाहजीतनी इज्ज्त दोंउत्ना दुःख देते हैं.

🌷 दुआ जो अपने लिए नहीं, दूसरों के लिए करते हैं,उनके हक में फरिश्ते दुआ करते हैं। 🌷

समय बर्बाद करना मौत से भी बदतर है क्योंकि मृत्यु आपको इस दुनिया से अलग करती है जबकि समय बर्बाद करना आपको अल्लाह के स्वात से अलग करता है।

हज” हज़ पर जाना मक्का की तीर्थयात्रा (मकाह) को,जीवन में कम से कम एक बार अवश्य किया जाना चाहिए,(जो इस्लाम के पंचांग का बारहवां महीना है।

पैगंबर ने कहा: अल्लाह के सबसे प्यारे लोग हैं, जो लोगों को सबसे ज्यादा फायदा पहुंचाते हैं।

कई त्वचा के रंग। एक उम्माह। इस्लाम में कोई जातिवाद नहीं।

पैगंबर ने कहा: “जो कोई भी अच्छाई के लिए किसी का मार्गदर्शन करता है उसे एक समान इनाम मिलेगा।”

वो दिन भी हाए क्या दिन थे जब अपना भी तअल्लुक़ थादशहरे से दिवाली से बसंतों से बहारों से

खूबसूरती एक नैमत है लेकिन सबसे खूबसूरत आपकी जुबान है चाहे तो दिल जीत ले और चाहे तो दिल तोड़ दे.

अल्लाह कहता है,किसी को तकलीफ देकर मुझसे अपनी खुशी की दुआ मत करना,लेकिन किसी को एक पल की ख़ुशी देते हो तो,अपनी तकलीफ की फ़िक्र मत करना।

कभी कबार कुछ नेकीयाँऐसी भी करनी चाहियें, जिनकाअल्लाह के सिवाय कोई गवाह ना हों.

या अल्लाह इस रमजान कोहमारे गुनाहों का माफी का जरिया बना दीजिए.

बीता कल हमेशा के लिए चला गया है, और आने वाला कल अनिश्चित है। | इमाम अली

परेशानियाँ तो आती जाती रही है,और आती जाती रहेगी,बस तुम अल्लाह से कभी उम्मीद मत हारना।

मेरी औकात इस काबिल तोनहीं कि मैं जन्नत में हूंया रब दुआ बस इतनी सी हैकि मुझे जहन्नम से बचा लेना.

मैं झुक नहीं सकता मैं Alla Ka अखंड भाग हूँ,जला दे जो दुश्मन की रूह तक मैं वही इस्लामिक की औलाद हूँ।

जो अल्लाह की रह पर खर्च करने में कंजूसी करता है, वह असल में अपने ही साथ कंजूसी करता है !!

हम रोजाना इनबॉक्स खोलते हैं कि हमारे दोस्त ने कौन सा मैसेज भेजा है लेकिन क्या हम रोजाना कुरान खोलते हैं कि अल्लाह ने हमें कौन सा मैसेज दिया.

अल्हम्दुलिल्लाह हमेशा मुझे वह देने के लिए है जो मुझे चाहिए था।

पसंद उसको ना करो जो दुनिया मेंसबसे ज्यादा खूबसूरत हो बल्कि पसंदउसको करो जो तुम्हारी इज्जत करता हो.

इंसान की इज्जत करो और उससे मुहब्बत करो हर इंसान के अंदर खुदा पाक की कोई ना कोई सिफत मौजूद होती है |

इबादत वो है जिसमें जरूरतों का ज़िक्र ना हो,सिर्फ उसकी रहमतों का शुक्र हो।

जितना आप अल्लाह के सामने दिखते हैं, उतनी ही परवाह करते हैं कि आप किस तरह से लोगों के सामने आते हैं | यास्मीन मोगाहिद

”यकीन कीजिये”ALLAH” के फैसलेहमारी ख्वाहिशों से बेहतर होते है!

इबादत वो है जिसमें जरूरतों का ज़िक्र ना हो, सिर्फ उसकी रहमतों.. का शुक्र हो !!

बेशक पहनलो हमारे जैसे कपडे और ज़ेवर,पर कहा से लाओगे, इस्लामिक वाले तेवर।

धैर्य विश्वास का स्तंभ है।

अपणा Swag तो खान दाणी हैअर Attitude भी इस्लामिक Ka है

कुरान की खूबी यह है किआप उसका संदेश नहीं बदल सकते,लेकिन उसका संदेश आपको बदल सकता है।

बच ना सका खुदा भी मोहब्बत के तकाजे से,एक महबूब की खातिर सारा जहान बना डाला।

जज करने से पहले खुद को परखें। मूल्यांकन करने से पहले अपना मूल्यांकन करें। और सबसे बड़ी जांच, निर्णय के दिन के लिए तैयार रहें। | उमर बिन खत्ताब आर.ए.

जब ज़िन्दगी आपकी नीयत को जान ले, उठो और अल्लाह की तरफ़ देखो। जब जीवन आपको एक उच्च स्थिति में रखता है, तो घुटने टेकें, और वापस अल्लाह की ओर मुड़ें।

दीपावली आएसाथ अपने खुशियाँ लाएबिछड़े थे हम जिनके साथ बचपन मेंफुलझडि़यां उनकी याद लाए।

आप कभी नहीं समझ पाएंगे कि आपके माता-पिता ने आपके लिए तब तक बलिदान किया जब तक कि आपके खुद के बच्चे नहीं हैं।

अल्लाह ने आपको मुसलमान बनाया क्योंकि वह आपको जन्नत में देखना चाहता है। आपको केवल यह साबित करना है कि आप इसके योग्य हैं.

क्या बताएं ग़ालिब अपनी नौकरी,ज़िन्दगी का आलम-ए-बेबसीकि अब तो दीवाली भीरूठ कर आगे जा पहुंची

अल्लाह और उसके बीच आज्ञाकारिता के अलावा किसी के बीच कोई रिश्ता नहीं है | उमर इब्न अल खत्ताब

तुम जन्नत न मांगों, बल्कि तुम दुनिया में ऐसे काम करो, के जन्नत तुमको मांगे !!

हर बात को हंसी में उड़ानेवाला व्यक्ति व्यर्थ ही ज्ञान,की तलाश करता हैं, पर समझदार मनुष्य के,लिए ज्ञान सहज ही प्राप्त हो जाता हैं।

अत्यधिक ईर्ष्या दूसरों को नुकसान पहुंचाने और चोट पहुंचाने की कोशिश करती है, लेकिन अंत में, केवल खुद को नुकसान पहुंचाते हैं।

आपने आखिरी बार कुरान कब पढ़ा था? अगर आप बदलना चाहते हैं तो अल्लाह की किताब से शुरू करें।

अगर किसी भी चीज़ पर सब्र करना चाहते हो तो मरने से पहले ख़ुद को मरा हुआ समझो।

बे अमल आलिम की मिसाल ऐसी है जैसे अंधे ने चिराग़ उठा रखा हो। लोग इस से रौशनी हासिल करें और वो ख़ुद अंधेरे में रहे।

फितरत का तकाजा हैकि इंसान जन्नत भी चाहता हैऔर मरना भी नहीं चाहता है.

गंदी भाषा का उपयोग ऐसे लोग करते हैं जिनके पास खुद को बेहतर शब्दों के साथ व्यक्त करने के लिए परिपक्वता या बुद्धिमत्ता नहीं है | उस्ताज नौमान अली खान

मेरे गलती की तो उसने पर्दा डाला, मैंने सजदे में याद किया तो उसने थाम लिया.

सब्र एक ऐसी सवारी हैजो अपने सवर को गिरने नहीं देती ना किसी केकदमों में ना किसी की नजरों में.

दौलतमंद की आजिज़ी,जवानी की इबादत, गरीब की सखावत,गुनहगार की तौबा, अल्लाह को बहुत पसंद है.

हकूमत दूसरों के दम पर तो कोई भी कर ले ,जो अपने दम पर छा जाए, वो इस्लामिक हम है

आपके और अल्लाह के बीच कोई निजता नहीं है। सात जन्नतों के ऊपर से, वह जानता है कि आपके दिल में क्या है।

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